WEBVTT
00:00:27.770 --> 00:00:39.776
♪ ♪ ♪
00:00:50.514 --> 00:00:56.384
समाज खबर और मनोरन्जन वेब्सिट रेड्डिट के एक सह संस्थापक आज मृत पाये गये
00:00:57.959 --> 00:01:01.496
वह निष्चिथ हि एक बुद्धिजॆवि था, परन्तु वो खुद को ऐस नहिं समझता था
00:01:02.411 --> 00:01:04.700
उसे खुद का करोबार करने मॆं अथवा
00:01:04.988 --> 00:01:08.444
पैसे कमने में कोई दिल्चस्पि नहिं थी
00:01:10.288 --> 00:01:14.649
सारे चहने वाले भुजाल के एक चम्क्ते हुए सितारे को अल्विदा केहते हुए
00:01:14.649 --> 00:01:18.361
हॆलेंड पार्क, आरोन स्वरट्झ के जन्म शेहर में आज कुछ खो जाने कि बडी गंभीरता फ़ैली हुई है
00:01:18.361 --> 00:01:21.841
स्वतन्त्रता संग़ामि ज्ञान को सबके लिए उप्लब्द होने कि प्रचार करने वाले और कंप्युटर संग़ामि उसको खो जाने का शोख़ मना रहे हैं
00:01:21.841 --> 00:01:25.039
उसको जनने वाले उसके बारे में "एक विस्मयकारी भुद्दिजीवि" कहते हैं
00:01:25.039 --> 00:01:29.606
उसकि हत्या सरकार ने की थी और म.ई.टी. ने अपनी सारी मूल सिद्धान्त को धोख़ा दिया
00:01:29.606 --> 00:01:32.976
वे उसको एक मिसाल बनाना चहथे थे?
00:01:35.711 --> 00:01:38.873
सरकारो में लोगों को वश में रखने की अतृप्य भवना होती है
00:01:39.407 --> 00:01:42.977
उसे संभवता 35 साल की कैद और 10 लाख दोल्लर जुर्माना हो सकती थी
00:01:42.977 --> 00:01:50.019
जीससे अभियोक्ता के मंशा पर और मॆं तो कहुंगा दुर्व्यवहार पर सवाल उठता हॆ।
00:01:50.019 --> 00:01:55.437
क्या आपने इस् वीषय पे ध्यान दिया है और् कोइ निर्णय पे पहुंचे हैं?
00:01:58.042 --> 00:02:01.555
बडे होते हुए मुझे धिरे धिरे ये एहसास हो रहा था कि मेरे अगल-बगल कि सब चीजें जो
00:02:02.271 --> 00:02:06.123
लोग कहेते थे कि सब चीजें बस स्वाभविक हैं, सब चीजें हमेशा एसे ही होगीं,
00:02:06.276 --> 00:02:08.538
वे सब बिलकुल स्वाभाविक नहीं थे, उन सबको बदला जा सकता था
00:02:08.538 --> 00:02:11.674
और सबसे जरुरी बात ये कि ये सब चीजें गलत थे और उनको बदलना चाहिए,
00:02:11.674 --> 00:02:14.364
और् जब मुझे ये एहसास हुआ तो वापस जाने का कोइ सवाल ही नहीं था!
00:02:24.274 --> 00:02:28.061
मेरे कहनी पढने के समय में आपका स्वागत है।
00:02:28.061 --> 00:02:33.053
किताब का नाम है "मॆले में पड्डिन्गटन"।
00:02:33.053 --> 00:02:36.404
वैसे उसका जन्म हॆलेंड पार्क में हुआ था और वो यहां पे बडा हुआ।
00:02:36.404 --> 00:02:39.478
एरोन के परीवार मॆं तीन भाई थे, सभी अथ्यन्त तेज।
00:02:39.478 --> 00:02:42.476
"अरे, डीब्बा उलट रही है. . . ." ""तुम अभी मुक्त हो . . . ."
00:02:42.476 --> 00:02:44.194
[लडके चिल्लाते हुए]
00:02:44.224 --> 00:02:48.274
वैसे हुम सभी सबसे अच्चा बर्ताव करने वाले बच्चे नहीं थे।
00:02:48.274 --> 00:02:51.212
तीनो हुमेशा इधर-उधर भगते रेहते, गडबडी करते
00:02:51.212 --> 00:02:53.255
"अरे, नहीं,नहीं, नहीं ।"
00:02:53.255 --> 00:02:55.714
- एरोन। - क्या?
00:02:55.714 --> 00:03:00.571
मगर मुझे ये समझ में आ गया है की एरोन बहुत ही कम उम्र में सीख गया था की कैसे सीखना है।
00:03:00.571 --> 00:03:06.351
"एक, दो, तीन, चार, पांच, छे, सात, आट,नॊ, दस ।"
00:03:06.351 --> 00:03:08.932
-"टख, टख।" - "कौन है?"
00:03:08.932 --> 00:03:10.657
-"एरोन।" - "एरोन कौन?"
00:03:10.657 --> 00:03:12.353
- "एरोन हंसानेवाला । "
00:03:12.353 --> 00:03:14.858
उसे पता था उसको क्या चाहीए और वो हमेशा वही करना चाहता था।
00:03:14.858 --> 00:03:17.229
उसे जो चाहीए वो हमेशा उसको प्राप्त करता।
00:03:18.459 --> 00:03:21.508
उसकी कौतुहल कभी खतम नहीं होती।
00:03:21.508 --> 00:03:27.047
"ये एक चोटी तसवीर है जो ग्रहों के बारें में बताती हैं और हर ग्रह का एक चिऩ्ह है :"
00:03:27.047 --> 00:03:33.097
"बुध का चिऩ्ह, शुक्र का चिऩ्ह, भुमी का चिऩ्ह, मंगल का चिऩ्ह, गुरु का चिऩ्ह ।"
00:03:33.097 --> 00:03:37.089
एक दिन उसने सुसेन(एरोन कि मांं) से बोला, "ये क्या है हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन ?"
00:03:37.089 --> 00:03:40.484
"हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन ।"
00:03:40.484 --> 00:03:42.501
वो तब तीन साल का था।
00:03:42.501 --> 00:03:44.642
वो बोली, "तुम किसके बारे में बात कर रहे हो?"
00:03:44.642 --> 00:03:46.412
वो बोला,"देखो, फ़्रिडझ पे ऐसा लिखा है,"
00:03:46.412 --> 00:03:49.912
"हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन।"
00:03:49.912 --> 00:03:54.513
वो चौंक गयी की उसको पडना आता है।
00:03:54.890 --> 00:03:59.010
किताब का नाम है- "मेरे परिवार का सेदेर(पार्सियोन का त्योहार)"
00:03:59.755 --> 00:04:04.840
सेदेर कि रात बाकि सारीं रातों से अलग होति हैं
00:04:04.840 --> 00:04:08.772
मुझे याद है एक बार हम युनीवरसिटि ओफ़ छीकागो के ग्रंथालय में थे
00:04:08.777 --> 00:04:12.318
मॆंने शेल्फ़ से एक किताब निकाली जो उन्नीसवी शातक की थी
00:04:12.318 --> 00:04:16.149
और उसको दिखाते हुए कहा, "तुमें पता हे, ये एक असाधारण जगह हे"
00:04:16.149 --> 00:04:22.509
हम सभी बहुत ही कौतुहल बच्चे थे लेकिन एरोन को पडना और पडाना बहुत ही अच्चा लगता था।
00:04:22.509 --> 00:04:27.495
आज हम अंग्रेजी वर्णमाला उलटा पडेंगे
00:04:27.495 --> 00:04:31.385
""उल्टि अंग्रेजी वर्णमाला ....""
00:04:31.493 --> 00:04:35.290
मुझे याद हे वो अप्नी पेहली बीजगणित(आल्जेब्रा) कशा से घर लौटा
00:04:35.290 --> 00:04:38.748
और बोला: "नोहा, मुझे तुमेंहे बीजगणित सिखाने दो।"
00:04:38.748 --> 00:04:41.134
और मॆंने पुछा: "क्या हे बीजगणित?"
00:04:41.134 --> 00:04:43.137
और वो हमेशा वॆसा ही था।
00:04:43.137 --> 00:04:48.618
अभी मॆं बटन दबाता हुंं, बटन दबाओ, देखो, अभी उसको वो मिल (गेम खेलते हुए),
00:04:48.618 --> 00:04:51.858
अभी वो गुलाबी रंग का है ।
00:04:51.858 --> 00:04:56.098
जब वो 2-3 साल का था, बोब(एरोन के पिता)ने उसको कंप्युटर से परिचय करवाया,
00:04:56.098 --> 00:04:59.600
उसके बाद वो तेजी से उसको सिखने लगा
00:04:59.600 --> 00:05:03.507
[?]
00:05:03.507 --> 00:05:09.237
हम सबके पास कंप्युटर थे, मगर एरोन सही मायेने में उनसे बात करता था, सही मायेने में भुजाल से बात करता था
00:05:09.237 --> 00:05:12.965
क्या तुम कंप्युटर को देख रहे हो? नहीं, कैसे [?]
00:05:12.965 --> 00:05:16.038
"ऎसा कॆसे . . . मां, कुछ भी काम क्युं नहीं कर रहा हॆ?
00:05:16.038 --> 00:05:18.297
उसने कंप्युटर पर योजनाये बनाना बहुत कम उम्र से हि शुरु कर दिया था।
00:05:18.297 --> 00:05:21.506
मुझे याद है मॆं ने उसके साथ सबसे पेहला कंप्युटर कि योजना बेसिक(कंप्युटर में योजनाये बनाने कि एक पुरानी भाषा) में लिखि थी
00:05:21.506 --> 00:05:24.385
और् वो एक चोटि सी तारों का युद्ध (बहुत ही लोकचरीत्र अंग्रेजी चलनचीत्र) का खेल था
00:05:25.875 --> 00:05:30.186
इस खेल की योजना बनाने के लिए वो कई घंटे
00:05:30.186 --> 00:05:33.047
तहखाना में जहां कंप्युटर रखा था मेरे साथ बैठा।
00:05:34.817 --> 00:05:38.511
मुझे उसके साथ काम करने में ये समस्या हो रही थी कि ऎसा कुछ नहिं था जो मॆं खत्म करना चाहथा था
00:05:38.511 --> 00:05:41.553
और उसको हमेशा ऎसा कुछ था जो वो करना चाहथा था,
00:05:41.553 --> 00:05:44.375
हमेशा एसा कुछ जो कंप्युटर योजनाओं से हल किया जा सकता था।
00:05:47.085 --> 00:05:50.511
एरोन हमेशा एसा सोचता कि, योजनायें जादु हैं।
00:05:50.511 --> 00:05:54.042
उनसे तुम ये सब प्राप्त कर सकते हो जो साधारण आदमी नहिं कर सकते ।
00:05:54.042 --> 00:05:58.365
एरोन ने बस एक 'मेकिंटोष' और एक गत्ता से बना डीब्बे से ऎ.टि.एम. (पॆसा विक्रेने का यंत्र)
00:05:58.365 --> 00:06:01.838
एक साल, हेल्लोवीन(पार्सीयों का त्योहार) के वक्त, मुझे नहीं पता था की मॆं क्या वेश पेहना चाहता हुं,
00:06:01.838 --> 00:06:06.358
और उसको लगा की बहुत ही अच्छा होगा अगर मॆं उसका
00:06:06.358 --> 00:06:09.108
उस समय का पसंदीदार कंप्युटर, ईमेक, दिखने जैसा वेश पेहनता।
00:06:09.108 --> 00:06:12.824
मेरा मतलब है, उसको हेल्लोवीन के लिये वेश पेहनना बिलकुल पसंद नहीं था मगर उसको दुसरों को
00:06:12.824 --> 00:06:16.070
जो वो देखना चहता था वो पेहनेने के लिए मनाना बहुत पसंद था।
00:06:16.070 --> 00:06:20.395
"मेजबान एरोन, रुखो! बच्छों, केमरा को देखो!"
00:06:20.395 --> 00:06:22.720
"मखडिपुरुष केमरा को देखा।"
00:06:24.010 --> 00:06:31.365
उसने ये वेब साइट बनाया जीसका नाम था, "द इन्फ़ो" जीसमें लोग आसानि से जानकारी भर सकते थे ।
00:06:31.365 --> 00:06:34.837
मुझे भरोसा है कोइ होग जीसको सोना, सोने का वर्क के बारे में सब कुछ पता होगा,
00:06:34.837 --> 00:06:38.722
क्युं नहीं वो इस वेबसाइट में इसके बारे में लिखें?
और फिर बकी लोग कभी इस वेबसाइट में आ सकते हें
00:06:38.722 --> 00:06:43.347
और इसके बारे पड सकते हैं और अगर उनको लगता है की सुचना गलत हे तो वो उसको बदल सकते हैं।
00:06:43.347 --> 00:06:46.226
विकीपीडीया से कफ़ी भिन्न नहीं हे ना?
00:06:46.226 --> 00:06:51.584
और ये विकीपीडीया शुरु होने से पेहले हि, और इसको बनाने वाला 12 साल का लडका,
00:06:51.584 --> 00:06:58.452
अपने हि कमरे में, अकेले हि, चोटे से सर्वर में चलाते हुए, बहुत हि अनाधुनीक तकीनीक़ उपयोग करते हुए ।
00:06:58.452 --> 00:07:01.282
और उसके एक सिकशख ने कहा,
00:07:01.282 --> 00:07:06.802
"ये बहुत हि खराब तरकिब हे . तुम किसी को भी ग्रंतकोश में लिखने नहीं दे सकते !।
00:07:06.802 --> 00:07:10.142
"हमारे बिच विध्वान इसी लिये हें की वे हमरे लिये ऎसी किताबे लिख सके।"
00:07:10.142 --> 00:07:12.674
"तुम को ऎसी खराब तरकिब आ भी कैसी सकती है?"
00:07:12.674 --> 00:07:16.501
मॆं और मेरा भाई, ये सोचते "हां, विकीपीडीया अच्छा है लेकिन ...."
00:07:16.501 --> 00:07:20.408
"हमारे घर में ऐसा ही कुच था, पांच साल पेहले । "
00:07:21.288 --> 00:07:25.597
एरोन की वेबसाइट, 'द इन्फ़ो.ओर्ग', ने एक विद्यालय की प्रतीयोगीता जीती जो
00:07:25.597 --> 00:07:30.348
जीसकि मेज़बानी केंब्रिड्झ मे आधारित भूझाल के लिए रूपरेखा बनाने वाली व्यव्साय संघ 'आर्सडिजिटा' ने किया था।
00:07:33.608 --> 00:07:37.440
हम सभी केंब्रीड्झ गये जब वो आर्सडिजिटा का पुरस्कार जीता
00:07:37.440 --> 00:07:39.516
और हमें सुराग भी नहीं था की एरोन क्या कर रहा हॆ।
00:07:39.516 --> 00:07:43.778
ये स्पष्ट था की पुरस्कार बहुत ही महत्वपुर्ण हे ।
00:07:43.778 --> 00:07:47.361
एरोन उसके तुरंत बाद ओनलाइन योजनाये बनाने वाले समुदायों के साथ शामिल होने लगा,
00:07:47.361 --> 00:07:51.257
और फिर भुजाल के लिये एक नया साधन तॆयार करने में जुट गया।
00:07:51.257 --> 00:07:55.175
वो मेरे पास आकर बोला, "बेन(एरोन का भाई), मॆं एक बहुत ही अद्भुत चीज पे काम कर रहा हुं।"
00:07:55.175 --> 00:07:56.893
"तुमें उसके बारे में सुनना चाहिए ।"
00:07:56.893 --> 00:07:58.522
मॆंने उससे पुछा, "हां, मुझे उसके बारे में बताओ?"
00:07:58.522 --> 00:08:00.789
उसने बोला, "उसको केहते हॆं आर. एस. एस."
00:08:01.999 --> 00:08:07.521
और फिर वो आर. एस. एस. के बारे में समझाने लगा.
मॆं ने उससे पुछा, "उसकी क्या जरुरत हे, एरोन?"
00:08:07.521 --> 00:08:11.268
"क्या कोई साइट इसका उपयोग कर रही हॆ?
मॆं क्यों इसका उपयोग करुगां?"
00:08:11.268 --> 00:08:16.423
एक एमैल पट्टी थी जीसमें लोग अर.एस.एस और साधारणतः एक्स.एम.एल. में काम करते थे
00:08:16.423 --> 00:08:21.254
और उसमें ये आदमी था जीसका नाम था एरोन स्वार्ट्झ जो आक्रामक था परंतु बहुत ही चालक
00:08:21.254 --> 00:08:24.765
और जिसके पास बहुत सारे अच्छे विचार थे और
00:08:24.765 --> 00:08:27.956
वो कभी आमने-सामने होने वाले मुलाकातों में नहीं आता था और सभी ने उससे पुछा-
00:08:27.956 --> 00:08:31.352
"वैसे तुम कब कोई भी आमने-सामने होने वाले मुलाकातों में आओगे?"
00:08:31.352 --> 00:08:37.222
और वो बोला-"मुझे नहीं लगता मेरी मां मुझे आने देंगे । मॆं बस हाल फ़िहाल में चॊदाह साल का हुआ हुं।"
00:08:37.222 --> 00:08:42.674
और सब का पेहला प्रतिक्रीया यही था- "ये जो हुमरा सहकर्मी है जीसके साथ हम पुरा साल काम कर रहे हें
00:08:42.674 --> 00:08:46.134
तेरह साल का था और बस अभी ही वो चोदाह साल का हुआ हे ।
00:08:46.134 --> 00:08:47.377
और उनका अगला प्रतिक्रीया था की-
00:08:47.377 --> 00:08:50.140
"हम को जरुर इससे मिलना चाहिए । ये काफ़ी आसाधारण हे ।"
00:08:50.140 --> 00:08:53.455
वो आर.एस.एस. को लिखने वाले समिति का सदस्य था.
00:08:53.455 --> 00:08:59.151
वो आधुनिक 'हॆपरटेक्ष्ट'की अंदरुनी हिस्सा बनाने में सहयोग कर रहा था।
00:08:59.151 --> 00:09:05.696
जीस हिस्से पे वो काम कर रहा था, आर.एस.एस., एक ऎसा साधन था,
00:09:05.696 --> 00:09:08.185
जीस से भुजाल के दुसरे वेबसाइट में लिखे चिजों का सारांश पाया जा सकता था।
00:09:08.185 --> 00:09:10.613
आम तॊर से आप इसको एक वेबदॆनिकी में उपयोग कर सकते हो ।
00:09:10.613 --> 00:09:13.511
आप 10-20 लोगों का वेबदॆनिकी पडना चाहते होंगें।
00:09:13.511 --> 00:09:18.318
आप उनकी आर.एस.एस. खाद्य (;)) उपयोग करते हुए, उनके वेबदॆनिकी में लिखे जाने सारे चीजों का सारांश
00:09:18.318 --> 00:09:22.099
ले कर एक ही एकग्रीत पट्टी बना सकते हैं।
00:09:22.099 --> 00:09:27.108
एरोन बहुत ही चोटा था किन्तु वो तकनीकि विज्ञान को समझता था और वो देख सकता था की तकनीकि विज्ञान अपूर्ण हे
00:09:27.108 --> 00:09:30.418
और उसको सुधारने के लिए रासतें खोझता था।
00:09:35.645 --> 00:09:39.795
इसीलिए उसकि माता ने उसको छिकागो से हवाई जाहज पे भेजना शुरु किया । हम उसको सान फ़्रान्सिसको (हवाई जाहज अड्डे)से उठा लिया करते थे ।
00:09:39.795 --> 00:09:44.783
हमने उसको बहुत सारे दीलचस्प लोगों से परिचय करवाया जीन्से वो तर्क कर सके और हम उसकी भयंकर खाने की आदतों से हॆरान होते थें।
00:09:44.783 --> 00:09:50.882
वो सिर्फ़ सफ़ेद खाना खाता था, बस भाप से बना चावल और ना की तला हुआ क्यों की वो यथेष्ट सफ़ेद नहीं था
00:09:50.882 --> 00:09:53.320
और सफ़ेद ब्रेड और ऐसा हि सब...
00:09:53.320 --> 00:09:58.483
और आप इसके स्वरुप अचम्भा होकर इस विवद के गुण को देखते
00:09:58.483 --> 00:10:00.794
जो इस नऩ्हे से बालक के मुहं से आते हुए दिखाई पडता,
00:10:00.794 --> 00:10:04.483
और आप सोचने लग जाते कि ये बालक जीवन में बहुत ही आगे भडेगा अगर वो उससे पेहले स्कर्वि से मर ना जाये तो ।
00:10:04.483 --> 00:10:06.693
एरोन, अगले तुम हो!
00:10:06.693 --> 00:10:10.002
मुझे लगता है की इससे बदलाव ये होगा की अब आप "डोटकोम" जॆसे कंप्नीया नहीं बना सकते ।
00:10:10.002 --> 00:10:15.250
एसी कंप्नीयां नहीं होनी चाहिए जो बेकार खाना भुजाल के द्वारा या मोबाइल के द्वारा आप को बेचती हों।
00:10:15.250 --> 00:10:17.506
किन्तु अभी भी खाफ़ि नवोत्पाद हो रहा हे ।
00:10:17.506 --> 00:10:21.025
मेरे समझ से अगर आप इन नवोत्पाद को नही देख पा रहे हो, तो हो सकता हे आप ने अपना सिर भालु में छिपाया हे ।
00:10:21.025 --> 00:10:24.126
वह एक पडाकु व्यक्तित्व ले लेता था जीसमें उसे लगता था
00:10:24.126 --> 00:10:28.192
कि-"मॆं तुमसे चालक हुं और क्योंकि मॆं तुमसे चालक हुं, मॆं तुमसे अच्छा हुं,"
00:10:28.192 --> 00:10:29.974
"और मॆं तुमहें बोल सकता हुं कि तुमहें क्या करना चाहिए ।"
00:10:29.974 --> 00:10:34.760
ये उसका एक खिझाऊ मनुष्य का स्वरूप था।
00:10:34.760 --> 00:10:38.310
तो आप इन सारे कंप्युटर को झोड दो और वे सब मिलकर काफ़ि बडे गुत्तीयों को सुलझा रहें हें
00:10:38.310 --> 00:10:42.040
जैसे की परग्रहि को धुंडने कि या केनसर का इलाज के लिए।
00:10:44.630 --> 00:10:47.510
मेरी उससे सबसे पेहली भेंट ऎ. आर. सी. (भुजाल से प्रसारित गुपशप) पे हुई थी।
00:10:47.510 --> 00:10:53.480
वो सिर्फ़ योजनायें नहीं बनाता था, वो दुसरें लोगों को भी उत्तेजीत करता था अपनी समस्यायें सुलझाने के लिए ।
00:10:53.480 --> 00:10:55.387
वो लोगों को जोडता था।
00:10:55.387 --> 00:10:58.381
स्वतंत्र संस्कृतिक आंदोलन ने उससे काफ़ी शक्ति पाया ।
00:10:58.381 --> 00:11:03.172
मुझे लगता हे, एरोन दुनिया को कामचलाऊ बना राहा था. वो उसको ठीक करना चाहता था।
00:11:03.172 --> 00:11:08.340
उसकी व्यक्तिव खाफ़ी उग्र था जो अवश्य कुछ लोगों को कभी-कभी अप्रसन्न् कर देता था ।
00:11:08.340 --> 00:11:13.195
ऎसा नहीं था की वो हमेशा इस दुनिया में संतुष्ट था
00:11:13.195 --> 00:11:16.265
और दुनिया भी उससे हमेशा संतुष्ट नहीं थी।
00:11:18.954 --> 00:11:22.539
एरोन उच्च विद्यालय में भर्ति लिया और बहुत ही जळि विद्यालय से नाराज होने लगा।
00:11:22.539 --> 00:11:27.649
उसको वाहं कुछ भी पसंद नहीं था। वाहं पडाने जाने वाले कोई भी पाठ उसको पसंद नहीं था। वाहं के कोई भी शिक्षक उसको पसंद नहीं थे ।
00:11:27.649 --> 00:11:30.246
एरोन को घ्यात था की उसको सुचना कहां से मिलेंगी।
00:11:30.246 --> 00:11:33.979
और वो बोलता- "मुझे इस शिक्षक की जरूरत नहीं हे रेखागणित सिखने के लिए ।"
00:11:33.979 --> 00:11:36.492
मॆं बस रेखागणित कि किताब पड सकता हुं,
00:11:36.492 --> 00:11:40.918
और मुझे इस शिक्षक के पास जा कर अमरीकि इथीहास के उसके विविरण सीखने की आवश्यकता नहीं हैं,
00:11:40.918 --> 00:11:45.400
मेरे पास यहीं इतिहास का 3 संकलन हे । मॆं बस इनहीं से पड सकता हुं,
00:11:45.400 --> 00:11:48.711
और मुझे इसमें कोई दिलचस्पि नहीं हे। मुझे भुजाल में दिलचस्पि हे ।
00:11:48.711 --> 00:11:52.578
मॆं विद्यालय में बहुत हताश रेहता था। मुझे लगता था की शिक्षकों को कुछ पता नहीं हे की वे क्या बोल रहीं हैं,
00:11:52.578 --> 00:11:56.291
और वे सभी निरंकुश और प्रतिबंधि थे, और गृहकार्य तो एक ढोंग था,
00:11:56.291 --> 00:12:01.263
और ये सब एक तरीखा था बच्छों को साथ में रखकर उनको मजबुरन व्यस्त काम करवाने के लिए।
00:12:01.263 --> 00:12:04.865
और मॆं ने किताबें पडना शुरु किया शिक्षा के इतिहास के बारे में
00:12:04.865 --> 00:12:07.847
और कैसे ये शिक्षा व्यव्स्था विकसित हुई,
00:12:07.847 --> 00:12:11.221
और इसके विकल्प और कैसे लोग सही में कुछ सीख सकते हॆं
00:12:11.221 --> 00:12:14.570
ना कि बस उन सारे तत्वों को रट्टा मार कर जो शिक्षकों ने उनको बताया हे,
00:12:14.570 --> 00:12:18.488
और इससे मॆं सारे चिजों पे सवाल उटाने लगा। जॆसे ही मॆं अपने विद्यालय के बारे में सवाल उठाया,
00:12:18.488 --> 00:12:24.361
मॆं ने उस समाज पे सवाल उठाया जीसने उसको बनाया था, मॆं ने उन उद्योगों पे सवाल उठाया जीनके लिए विद्यालय लोगों को प्रशिक्षण दे रही थी,
00:12:24.361 --> 00:12:27.729
मॆं ने उस सरकार पे सवाल उठाया जीसने ये व्यव्स्था बनाई थी।
00:12:27.729 --> 00:12:31.342
एक चीज जीसमें वह सबसे ज्यादा जोशिला था, वो था मुद्राधिकार, खास तॊर पर अपने प्रारम्भ के दिनों में।
00:12:31.342 --> 00:12:37.490
मुद्राधिकार हमेशा से ही एक भोज रहा हे प्रकाशित करने वाले उद्योगों पर और पाठकों पर,
00:12:37.490 --> 00:12:44.007
लेकिन वो बहुत ही ज्यादा भोज नहीं था। वह एक यथोचित संस्था थी जीसका होना जरुरी था
00:12:44.007 --> 00:12:46.015
ये सुनिश्चित करने के लिए कि लोगों को भुगतान प्राप्त हो ।
00:12:46.015 --> 00:12:52.663
जो एरोन की पिडी ने अनुभव किया वो था टकराव एक चोर पर बहुत ही पुरानी मुद्राधिकार व्यव्स्था कि
00:12:52.663 --> 00:12:56.320
और दुसरे चोर पर एक अदभुत्त चीज कि जिसे हम बनाने की कोशिश कर रहें - - भुजाल।
00:12:56.320 --> 00:13:00.260
ये दोनों एक दुसरे से टकराया और उससे जो हमें मिला वो था कोलाहल।
00:13:01.984 --> 00:13:05.281
वो उसके बाद हारवर्ड के कानुन के शिक्षक लोरेन्स लेस्सिग से मिला,
00:13:05.281 --> 00:13:08.598
जो तब उच्चतिम न्यायालय में मुद्राधिकार कानुन का विरोध कर रहे थे ।
00:13:08.598 --> 00:13:12.969
जवान एरोन स्वार्ट्झ उच्चतिम न्यायालय के सुनवाई को सुनने के लिए वाशिंग्ठन हवाई जहाज से गया।
00:13:12.969 --> 00:13:17.504
मॆं एरोन स्वार्ट्झ हुं और मॆं यहां एल्डरेड को सुनने -- एल्डरेड के तर्क को देखने के लिए आया हुं।
00:13:17.504 --> 00:13:22.553
तुम क्यों छिकागो से इतनी दूर हवाई जाहज से उड कर आए एल्डरेड का तर्क सुनने के लिए?
00:13:22.553 --> 00:13:25.743
ये खाफ़ि कठिन सवाल हे ...
00:13:29.361 --> 00:13:33.334
मुझे नहीं मालुम हे । उच्चतिम न्यायालय को देखना काफ़ि रोमांचक हे,
00:13:33.334 --> 00:13:36.704
खास तॊर पर इस प्रकार के प्रतिष्ठित मुकदमे के लिए ।
00:13:41.599 --> 00:13:46.509
लेस्सिग भुजाल में मुद्रधिकार कि नयी परिभाषा देने के लिए काम कर रहा था।
00:13:46.509 --> 00:13:48.986
उसको कहेते थे, "क्रिएटिव कॉमन्स"।
00:13:48.986 --> 00:13:53.200
"क्रिएटिव कॉमन्स" एक सादा विचार था लोग जो रचयिता हें उनको
00:13:53.200 --> 00:13:58.694
एक सरल तरीखा देना जीससे वे अपनी रचना के साथ जुडे हुए स्वातंत्रताओं को अंकित कर सखें ।
00:13:58.694 --> 00:14:04.583
अगर मुद्रधिकार बस केहता हे, "सारे अधिकार आरक्षित हें", तब ये केहता हे "कुछ अधिकार आरक्षित हें"।
00:14:04.583 --> 00:14:08.539
मुझे आप से सरल तरिखे से ये केहना हे, "ये सारे चीजें हें जो आप मेरी रचना के साथ कर सकते हें,
00:14:08.539 --> 00:14:13.075
और अगर आप को कुछ अलग करना हे तो आप को मुझ से इजाजत लेनी पडेगी। "
00:14:13.075 --> 00:14:16.261
और इसमें एरोन कि भुमिका कंप्युटर का काम था।
00:14:16.261 --> 00:14:20.562
कॆसे आप अनुज्ञान पत्र का निर्माण करेंगें जीससे वे सरल हो और समझने योग्य हो,
00:14:20.562 --> 00:14:22.927
और कॆसे प्रकट किया जीससे यंत्र उसको प्रक्रम कर सखें?
00:14:22.927 --> 00:14:29.144
और लोग पुछते थे, "क्यों तुम ने "क्रिएटिव कॉमन्स" का विनिर्देश लिखने के लिए एक पंद्राह साल के बच्चे को दे दिया?
00:14:29.144 --> 00:14:30.549
क्या तुमको लगता नहीं है कि ये एक बहुत बडी गलती हे?"
00:14:30.549 --> 00:14:34.971
और लेरी कहता, "बहुत बडी गलती होगी अगर हम इस बच्चे को नहीं सुनेगें तो ।"
00:14:34.971 --> 00:14:39.271
वह मुशकिल से इतना लंबा था की वो मंच के ऊपर आ सकें,
00:14:39.271 --> 00:14:42.062
और क्योंकि वह मंच को हिलाया नहीं जा सकता था, तो वो काफ़ि लज्जाजनक चीज थी,
00:14:42.062 --> 00:14:45.864
और जब उसने एक बार अपना लेपटोप का स्क्रीन उपर किया तो कोई भी उसका चेहरा नहीं देख सकता था।
00:14:45.864 --> 00:14:50.827
जब आप हमारे वेबसाइट पे इधर आते हो , तो आप "अनुज्ञान पत्र का चयन कि जीए" में जांये।
00:14:50.827 --> 00:14:56.830
ये आप को ये विकल्पों कि सुछी देता हे, ये समझाता है कि इसका मतलब क्या हे और आपको सिर्फ़ तीन सरल सवाल पुछता हे:
00:14:56.830 --> 00:14:59.435
"क्या आप को आरोपण चाहिए?"
00:14:59.435 --> 00:15:02.377
"क्या आप अपने काम का व्यावसायिक रूप से उपयोग करने कि अनुमति देते हें?"
00:15:02.377 --> 00:15:05.453
"क्या आप अपने काम को बदलने कि अनुमति देते हें?"
00:15:05.453 --> 00:15:11.406
मॆं पुरी तरह चॊंक गयी कि ये सारे बडे लोग इसको भी अपनी तरह बडा मान रहे थे,
00:15:11.406 --> 00:15:15.708
और एरोन दर्शकों से भरे सभा में खडा हो कर,
00:15:15.708 --> 00:15:19.721
अपने "क्रिएटिव कॉमन्स" के लिए बनाये गये मंच के बारे में समझाने लगा,
00:15:19.721 --> 00:15:23.272
और सब कोई उसको सुन रहे थे,
00:15:23.272 --> 00:15:27.762
मॆं पीछे बॆठ कर सोच रहि थी, वो तो बस अभी बच्चा हे । ये सब इसको क्यों सुन रहे हें
00:15:27.772 --> 00:15:29.358
लेकिन वो सुन रहे थे ...
00:15:29.358 --> 00:15:31.904
मुझे नहीं लगता कि वो जो बता रहा था मुझे पुरा समझ में आया।
00:15:31.904 --> 00:15:36.956
हालांकि आलोचक कहते हें कि "क्रिएटिव कॉमन्स" कलाकार को भुगतान मिलने कि दिश में बहुत कम मदद करती हे,
00:15:36.956 --> 00:15:40.002
लेकिन भी "क्रिएटिव कॉमन्स" अत्यंत सफ़ल रहा हे ।
00:15:40.002 --> 00:15:46.462
इस समय, बस वेबसाइट फ़्लिकर में ही 20 करोड लोग विभिन्न "क्रिएटिव कॉमन्स" अनुज्ञान पत्रों का उपयोग करते हें।
00:15:46.462 --> 00:15:56.021
वो अपने तकनीकी सामर्त्य से योगदान करता था, लेकिन उसके लिए ये सीर्फ़ नकनीकी ममला नहीं था।
00:15:56.921 --> 00:16:00.551
एरोन ज्यादतर खुलकर अपने वेबदॆनिकी में लिखता था:
00:16:00.921 --> 00:16:05.822
"मॆं चिझों के बारे में बहुत घेहराइयों में सोचता हुं और मॆं चाहता हुं कि दुसरे लोग भी ऐसा ही करें।
00:16:05.822 --> 00:16:10.949
मॆं विचारों के लिए काम करता हुं और लोगों से सिखता हुं। मुझे लोगों का वर्जित करना अच्चा नहीं लगता।
00:16:10.949 --> 00:16:15.416
मॆं एक पूर्णतावादि हुं मगर मॆं इस स्वभाव को प्रकाशन पे हावि नहीं होने देता हुं।
00:16:15.416 --> 00:16:18.831
शिक्षा और मनोरंजन को चोडकर, मॆं अपना समय ऎसे चिजों पे व्यर्थ नहीं कर सकता
00:16:18.831 --> 00:16:21.034
जीसका कोई प्रभाव ना हो ।
00:16:21.034 --> 00:16:26.161
मॆं सबके साथ दोस्ती रखने की कोशिश करता हुं मगर मुझे बहुत बुरा लगता हे जब तुम मुझे गंभीरता से नहीं लेते हो ।
00:16:26.161 --> 00:16:31.436
मॆं किसी पे ईर्ष्या नहीं रखता, वो लाभकारी नहीं है मगर मॆं अपने अनुभवों से सिखता हुं।
00:16:31.436 --> 00:16:35.246
मॆं दुनिया को एक बेहतर जगह बनाना चाहता हुं।
00:16:40.182 --> 00:16:45.755
2004 में स्वर्ट्झ हाहॆलेंड पार्क छोडकर स्टेंडफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में भर्ती हो गया।
00:16:45.755 --> 00:16:51.848
उसको "अलसरेटिव कोलॆटिस"(एक पोषण नाल कि बिमारी) थी जो बहुत ही समस्याजनक थी और हम उसकी दवाई के बारे में चिंतित थे ।
00:16:51.848 --> 00:16:55.863
उसको हस्पताल में दखिल होना पडा और हर दिन बहुत सारी दवाईं लेनी पडती थी,
00:16:55.873 --> 00:17:00.773
और इनमें से एक दवाई साद्रांभ थी जीसकि वजह से उसकि शारिरिक वृद्धि रुख गयी,
00:17:00.773 --> 00:17:03.822
और उसको किसी भी अन्य बच्चों से अलग मेहसुस होने लगा।
00:17:03.822 --> 00:17:06.458
मुझे लगता हे, एरोन स्टेंडफ़ोर्ड में पांडित्य करने कि उम्मिद से पहुंचा,
00:17:06.458 --> 00:17:12.800
और अपने आप को एक बहुत ही सरल और साधारण कार्यक्रम मे पाया जो उच्चविद्यालय के अतिसादक बच्चों के लिए बनाया गया था
00:17:12.800 --> 00:17:20.828
जीनसे चार साल बाद ऎसी आश थी कि वे उद्योगों और रइसों के अधिपति होंगे
00:17:20.828 --> 00:17:24.916
और मुझे लगता हे इससे वो काफ़ि उत्तेजित हो गया।
00:17:25.487 --> 00:17:28.527
2005 में, बस महाविद्यालय के एक ही साल बाद,
00:17:28.527 --> 00:17:35.531
"वाई कोंबिनेटर" जो एक नवनिन उद्योगों को सेने का व्यवसाय करती हे और पॊल ग्राहम के नेत्रुत्व में थी ने स्वार्ट्झ को एक जगह दी।
00:17:35.751 --> 00:17:39.181
उसने कहा, "मेरे पास एक वेबसाइट का योजना हे ।"
00:17:39.181 --> 00:17:42.230
और पॊल ग्राहम को पसंद था और उन्होने कहा, "हां, क्यों नही।"
00:17:42.230 --> 00:17:45.738
इस वजह से एरोन ने विद्यालय छोड दिया और इस कमरे में रहने लगा ...
00:17:45.738 --> 00:17:48.864
तो ये एरोन का कमरा हुआ करता था जब वो यांह रहने लगा।
00:17:48.864 --> 00:17:54.977
मुझे हलकि तरह से याद हे मेरे पिताजी कहेते हुए कि उनको कितनी मुशकिल हुइ थी ये कमरे को ठेके पे लेने के लिए
00:17:54.977 --> 00:17:57.862
क्योंकि एरोन के पास कोई उधार लेने कि शमता नहीं थी और उसने महाविद्यालय भी छोड दिया था।
00:17:57.862 --> 00:18:03.669
एरोन बॆठक के कमरे में रेहता था और अभी भी कुछ इश्तिहार लगे हुए हें जो एरोन के समय के हें।
00:18:03.669 --> 00:18:09.279
और ये ग्र्ंथालय... और भी बहुत किताबें हें लेकिन उनमें से काफ़ी किताबें एरोन कि हॆं।
00:18:10.911 --> 00:18:16.731
एरोन का "वाई कोंबिनेटर" में बनाये गये वेबसाइट का नाम था "इन्फ़ोगामि", एक वेबसाइट बनाने का साधन।
00:18:16.861 --> 00:18:20.438
लेकिन इन्फ़ोगामी को ग्राहक धुंडने में काफ़ि कठिनाई हुई और स्वर्ट्झ ने अंततः
00:18:20.438 --> 00:18:24.747
अपनी व्यवसाय को "वाई कोंबिनेटर" के दुसरे व्यवसाय के साथ मिला लीया जिनको मदद की जरुरत थी।
00:18:24.747 --> 00:18:29.539
ये परियोजना स्टिव हफ़मेन और एलेक्सिस ओहानियन के अद्यक्षता में थी और इसका नाम था ""रेड्डिट"।
00:18:29.539 --> 00:18:33.708
हमारी शुरुआत लगभग कुछ नहीं से हुई थी. ना उपभोक्ता थे, ना पॆसा, ना कंप्युटर योजना,
00:18:33.708 --> 00:18:37.027
और फ़िर भी हम दिन भर दिन बढते जा रहे थे एक बहुत ही लोकप्रिय वेबसाइट में,
00:18:37.027 --> 00:18:38.816
और ये कम होने कि कोई संकेत ही नहीं मिल रहा था।
00:18:38.816 --> 00:18:44.373
पेहले हमारे पास 1000 उपभोक्ता आये, फ़िर 10000 और फ़िर 20000 और ऎसे हि बढता गया। ये बहुत ही अविश्वासिय था।
00:18:44.373 --> 00:18:49.563
रेड्डिट बहुत ही लोकप्रिय बन गया और वह भूजाल में पडाकु लोगों का अड्डा जैसे बन गया।
00:18:52.152 --> 00:19:01.100
उसमें बहुत ही हास्य था, बहुत ही कला और लोग वाहं ऎसे ही एकत्र हो जाते थे,
00:19:01.100 --> 00:19:07.413
और उसको उन्होनें सबसे महत्वपुर्ण वेबसाइट बाना दिया था जहांसे वे हर सुबह अपना समाचार पढते थे ।
00:19:07.413 --> 00:19:12.008
रेड्डिट कुछ माइने में कोलहल के बहुत करिब हे,
00:19:12.008 --> 00:19:19.368
तो हालकि एक ओर से वह एक जगह हे जाहं लोग दॆनिक समचार, तकनीकि विज्ञान, राजनीति और भी बहुत सारे विषय,
00:19:19.368 --> 00:19:24.824
और दुसरे ओर से उसमें बहुत सी ऎसी चीझें हें जो कार्यालय में देखने लायक नहीं हे या बहुत ही घृणाजनक चीझें हें,
00:19:24.824 --> 00:19:29.716
और कुछ ऎसे भी विषय हें जो लोगों कि टांग खिचने के लिए उठाए जातें हें,
00:19:29.716 --> 00:19:33.929
और इस माइने में रेड्डिट हमेशा विवादों का कारण रहा हे ।
00:19:33.929 --> 00:19:36.791
रेड्डिट कुछ माइने में कोलहल के बहुत करिब हे ।
00:19:36.791 --> 00:19:41.081
रेड्डिट एक बहुत बडे पत्रिका, कोंडे नाश्ट, के नजरों में आया,
00:19:41.081 --> 00:19:42.938
जिन्होंने उसको खरीदने का प्रस्ताव किया।
00:19:42.938 --> 00:19:46.939
बहुत ही ज्यादा पॆसा था, इतना ज्यादा कि मेरे पापा को ऎसे सवाल पुछे जाने लगे:
00:19:46.939 --> 00:19:51.079
"इस पॆसे को मॆं कॆसे संभाल के रखुं?"
00:19:51.302 --> 00:19:54.272
"बहुत हि ज्यादा पॆसा था?"
"बहुत हि ज्यादा पॆसा था।"
00:19:54.272 --> 00:20:00.319
जॆसे कि लगभग 10 लाख डोलर्स से भी ज्यादा, लेकिन मुझे सही में मालूम नहीं हे ।
00:20:00.319 --> 00:20:03.461
- और वो कितना साल का था उस वक्त?
- 19,20।
00:20:05.165 --> 00:20:11.205
तो वो सब इसी कमरे में हुआ था। वो यहां बॆठा करते थे और तब यहां ये कुर्सियां नहीं थी,
00:20:11.205 --> 00:20:14.487
रेड्डिट के लिए योजनायें बनाते हुए और जब उन्होंने रेड्डिट को बेचा
00:20:14.487 --> 00:20:18.641
तो एक बहुत बडि दावत रखि थी सब के लिए और अगले दिन वे केलिफ़ोर्निया उड कर गये,
00:20:18.641 --> 00:20:20.195
और कमरे कि चावि मेरे पास छोड गये ।
00:20:23.701 --> 00:20:27.400
ये बहुत ही हास्यमय था क्योंकि उसने अपना नविन उद्योग अभी ही बेचा था, तो हमने मान लिया कि
00:20:27.400 --> 00:20:29.329
हम में से सबसे अमीर आदमी वहि हे
00:20:29.329 --> 00:20:33.920
लेकिन उसने कहा, "अरे नहीं, मॆं ये छोटा सा जूता का डब्बा जीतना बडा कमारा में ले लुंगा।मुझे इतना कि ही जरुरत हे ।"
00:20:33.920 --> 00:20:36.146
वह कमरा बस अलमारी से थोडा बडा था।
00:20:36.146 --> 00:20:42.440
ऎसा कोई विचार कि वह अपना पॆसा कुछ महंगें चिजों पे खर्च करें बस अकल्पनीय हे ।
00:20:42.500 --> 00:20:47.620
वह ऎसे समझाता था कि, "मुझे कमरे में रेहना पसंद हे तो मॆं कोई नये जगह में रेहने के लिए बहुत पॆसा खर्च नहीं करुंगा। मॆं कोई बंगला नहीं खरीदने वाला।"
00:20:47.620 --> 00:20:49.886
और मुझे जीन्स और छोटी कमिज पेहना अच्चा लगता हे,
00:20:49.886 --> 00:20:52.046
तो मॆं कपडों पे और पॆसे खर्च नहीं करुंगा।
00:20:52.046 --> 00:20:54.576
इसीलिए ये कोई बडी बात नहीं हॆ।
00:20:54.576 --> 00:20:57.966
स्वार्ट्झ को जो बडी बात थी वो थी भूजाल में बहने वाला यातायात,
00:20:57.970 --> 00:21:00.524
और जीसके ऊपर हमारा द्यान जाना चाहिए।
00:21:00.524 --> 00:21:03.522
प्रसारण के पुराने व्यवसथा में आप मुलत: सिमित हो जाते थे,
00:21:03.522 --> 00:21:08.583
आकाश में वायु तरंगों के मात्रा से ।आप बस 10 सरिता भेज सकते थे वायु तरंगों से, या दूरदर्शन से या
00:21:08.583 --> 00:21:10.915
तार से भी आप के पास सिर्फ़ 500 सरिताएं थी।
00:21:11.003 --> 00:21:15.360
लेकिन भूजाल में, सब अपनी खुद कि सरिता पा सकते हें।
कोई भी वेबदॆनिकी पा सकता हे या "मॆस्पेस" में खुद के लिए पन्ना बना सकता हें ।
00:21:15.360 --> 00:21:18.164
सबका अपना ही एक तरिखा होता हे खुद को प्रकट करने का।
00:21:18.164 --> 00:21:21.280
इसीलिए अभी आप जो देख रहें हॆं, वह ये सवाल नहीं हे कि किसको वायु तरंगों को उपयोग करने कि अनुमति मिलेगि,
00:21:21.280 --> 00:21:25.030
सवाल ये हॆ कि किसको वश मिलेगा उन तरिखों का जीससे भूजाल में लोगों को धुंडा जा सके ।
00:21:25.030 --> 00:21:29.026
और आप देख सकते हें कि शक्ति कुछ ही वेबसाइट जॆसे गुगल में एकाग्रत हो रहीं हॆं जो एक द्वारपाल कि तरह काम करती हॆं और आप को बताती हें
00:21:29.026 --> 00:21:30.993
कि आप को भूजाल में कहां जाना हे,
00:21:30.993 --> 00:21:34.273
जो आपके समाचार और सूचाना के स्त्रोत्र हे।
00:21:34.273 --> 00:21:38.264
तो अब ऎसा नहीं हे कि सिर्फ़ कुछ लोगों को बोलने कि अनुमति हे, अभी सब के पास
00:21:38.264 --> 00:21:40.904
बोलने कि अनुमति हे । अब सवाल ये हे कि किसकि सुनि जायेगी।
00:21:44.526 --> 00:21:49.806
जब वो सेन फ़्रान्सिसको में कोंडे नास्ट के लिए काम करना शुरु किया, वह कार्यालय पहुंचा
00:21:49.806 --> 00:21:53.792
और उन्होंनें उसको एक कंप्युटर दिया जिसमें बहुत सारे बकवास योजनायें स्थापना किया गया था
00:21:53.792 --> 00:21:57.273
और उन्होंनें उसको बोला कि वह कुछ भी और योजनायें उस कंप्युटर में स्थापित नहीं कर सकता,
00:21:57.273 --> 00:21:59.325
जो कंप्युटर योजनायें विकास करने वालों के लिए बहुत ही चॊंका देने वाली बात थी।
00:21:59.325 --> 00:22:02.095
पहले दिन से ही वह ऎसे चिजों के बारे में शिकायत कर रहा था।
00:22:05.037 --> 00:22:10.627
"भुरा रंग का दिवार, भुरा मेज, भुरा शोर. मॆं पेहले दिन काम के लिए पहुंचा यहां और मॆं इसको सेहन नहीं कर पाया।
00:22:10.627 --> 00:22:15.373
मद्यान्ह के भोजन के समय तक में मॆं अपने आप को शॊचालय में बंद करके रोना शूरु कर दिया था।
00:22:15.373 --> 00:22:18.285
मॆं सोच भी नहीं सकता कि कॆसे मॆं अपने आप को संतुलित रख सकता जब कोई पूरा दिन मेरे कान में भनभना रहा हो,
00:22:18.285 --> 00:22:20.965
कुछ काम करना तो अलग बात हे ।
00:22:20.965 --> 00:22:24.087
वॆसे भी, कोई और भी यहां काम नहीं कर पाता।
00:22:24.087 --> 00:22:27.057
हर कोइ हमेशा हमारे कमरे में आतें हें बात करने के लिए या हमें खेलने को बुलाने के लिए
00:22:27.057 --> 00:22:29.927
नया विडियो खेल व्यव्स्था जिसको "वॆर्ड" परीक्षा कर रही हे।
00:22:32.152 --> 00:22:37.817
उसको सही में अलग महत्वाकांक्षा थी जो राजनॆतिक थी,
00:22:37.817 --> 00:22:41.862
और "सिलिकोन वॆलि" में ऎसे लोगों को बढावा नहीं मिलता
00:22:41.862 --> 00:22:46.967
जो तकनीकि विज्ञान के काम को अपने राजनॆतिक लक्ष्य के लिए उपयोग करें।
00:22:47.007 --> 00:22:49.533
एरोन को किसी बडे उद्योग के लिए काम करना बिल्कुल पसंद नहीं था।
00:22:49.533 --> 00:22:53.004
उन सबको "कोंडे नास्ट" के लिए काम करना पसंद नहीं था लेकिन एरोन अकेला था जो इसको एकदम सेहन नहीं कर पाया।
00:22:53.004 --> 00:22:55.643
और एरोन काम के लिए नहीं जाने कि वजह से
00:22:55.643 --> 00:22:58.313
अपने आप को काम से निकलवाने में कामियाब हुआ।
00:23:01.013 --> 00:23:05.434
कहा जाता हे कि उन दोनों का संबध बहुत बुरी तरह टुटा।
स्टिव हफ़मेन और एलेक्सिस ओहानियन, दोनों ने
00:23:05.447 --> 00:23:08.277
इस फ़िल्म के लिए बातचित करने से इनकार कर दिया।
00:23:09.251 --> 00:23:15.891
उसने उद्योंगों कि दुनिया को ठुकरा दिया। एक बहुत ही महत्वपुर्ण चिज जो हमें याद रखनी चाहिए
00:23:15.891 --> 00:23:22.404
उसके इस चयन का, कि जब एरोन ने नविन उद्योग के समूह को छोडा, तो वह उसके साथ
00:23:22.404 --> 00:23:31.162
ऎसि चीजों को भी छोड रहा था जीस कि वजह से वह लोकप्रिय बना था और सब उसको चाहते थे और वह अपने चाहने वालों को निराश करने का जोखिम उठा रहा था।
00:23:31.162 --> 00:23:35.866
वह जहां जाना चाहता था, वहां पहुचां और उसमें इतनी जगरुकता
00:23:35.866 --> 00:23:42.821
और द्रुडता थी समझने में कि उसने एक गुलाब के फ़ूल के लिए
00:23:42.821 --> 00:23:45.849
मल के पर्वत को छडा और उसे अनुभव हुआ कि उसने महकने कि शमता हि खो दिया हे,
00:23:45.849 --> 00:23:50.399
और इसके बजाय कि वह वहां बॆटा रहे और ये सोचता रहे कि इतना बुरा नहीं हे जीतना लगता हे,
00:23:50.399 --> 00:23:53.693
और उसको वॆसे भी गुलाब का फ़ूल तो मिला हि,
00:23:53.693 --> 00:23:57.413
वह फ़िर से पर्वत के नीचे उतरा, जो वाकॆ हि काबिले तारिफ़ हे ।
00:23:58.026 --> 00:24:01.728
एरोन को योजनायें बनाना जादू लगता था
00:24:01.728 --> 00:24:07.110
बस योजनाओं से आप वह सब कर सकते हो जो एक साधारण मनुष्य नहीं कर सकता ।
00:24:07.110 --> 00:24:13.310
तो अगर आप के पास जादुई शक्ति हे, तो आप उसका उपयोग अच्छे कामों के लिए करोगे या बहुत सारा पॆसा कमाने के लिए?
00:24:15.009 --> 00:24:18.478
स्वार्ट्झ प्रेरित हुआ था एक दुरदर्षि से अपने बचपन में मिलकर,
00:24:18.478 --> 00:24:22.387
वह आदमी जिसने भूजाल का अविष्कार किया था, टिम बरनर्स-लि।
00:24:22.387 --> 00:24:25.938
1990 के सालों में, बरनर्स-लि ने बिसविं सदि का
00:24:25.938 --> 00:24:29.260
सबसे ज्यादा लभदायक अविष्कार किया,
00:24:29.260 --> 00:24:35.137
लेकिन उससे बहुत पॆसा कमाने के बजाये, उसने उसको मुफ़्त में दे दिया।
00:24:35.917 --> 00:24:39.707
वही एक कारण हे जिसकी वजह से भूजाल आज अस्तित्व में हे ।
00:24:41.118 --> 00:24:45.261
एरोन निश्चय ही टिम से बहुत हि प्रभावित हुआ था।
00:24:45.261 --> 00:24:51.398
टिम निश्चय हि भूजाल के बहुत बडे प्रतिष्ठित विज्ञानी थे जीन्होंने इससे कुछ भी लाभ नहीं उठाया।
00:24:51.398 --> 00:24:55.865
उसको कोई दिलचस्पी नहीं थी कि वह इससे कॆसे अरोबों कमा सकता हे ।
00:24:55.865 --> 00:24:57.829
लोग कह रहे थे, "देखो, इससे बहुत पॆसा बनाया जा सकता हे,"
00:24:57.829 --> 00:25:00.566
तो इससे बहुत सारे छोटे भूजाल होते,
00:25:00.566 --> 00:25:02.139
एक बडे भूजाल के बदले,
00:25:02.139 --> 00:25:05.030
और एक छोटी भूजाल और अनेक भूजाल अस्तित्व में नहीं कर सकते
00:25:05.030 --> 00:25:08.080
क्योंकि आप उनमें एक से दुसरे का सम्पर्क नहीं पिछा कर सकते ।
00:25:09.923 --> 00:25:14.112
आप को क्रांतिक द्रव्यमान चाहिएअ था और इसके लिए आप को धरती के सारे लोग चाहिए थे,
00:25:14.112 --> 00:25:17.172
इसीलिए ये काम नहीं करता अगर धरती के सारे लोग इसका इस्तमाल नहीं करते तो ।
00:25:23.891 --> 00:25:28.162
मुझे बहुत जरुरी लगता हे कि बस इतना काफ़ी नहीं हे कि सिर्फ़ दुनिया में ऎसे हि रहो जॆसा हे,
00:25:28.162 --> 00:25:33.852
जीतना दिया गया हे उतना हि लेकर खुश रहो और उसीका पालन करो जॆसे बडें बोलते हें ,
00:25:33.852 --> 00:25:39.032
और जो आप के मां-बाप बोलते हें, और जो आपको समाज बोलता हे। मुझे लगता हे आप को हमेशा प्रश्न उठाना चाहिए।
00:25:39.045 --> 00:25:43.055
मॆं बहुत ही वैज्ञानिक नजरीये से देखता हूं जहां सब कुछ जो आप ने सीखा हे वह सब बस अल्पकालीन हे,
00:25:43.055 --> 00:25:49.117
जीसका आप कभी भी खण्डन कर सकते हो, प्रत्याहार कर सकते हो और जीसको आप हमेशा प्रश्न कर सकते हो और मुझे लगता हे ये सब समाज के उपर भी लागू हे ।
00:25:49.117 --> 00:25:53.491
जब मुझे समझ में आया की समाज में असली में बहुत हि गंभीर समस्यायें हे -- मूल समस्यायें--
00:25:53.491 --> 00:25:58.601
जीनको हल करने के लिए मॆं कुछ कर सकता हूं, मॆं किसी भी तरह इससे मुहं नहीं फ़ेर सकता था। मुझे न करने का कारण भी नहीं दिखा।
00:26:02.600 --> 00:26:04.831
हमने साथ में बहुत समय बिताना शुरु किया,
00:26:04.831 --> 00:26:06.621
बस दोस्त जॆसे ।
00:26:08.912 --> 00:26:11.884
हम घंटों के लिए रात भर बात करते रहते।
00:26:14.393 --> 00:26:18.110
मुझे समझ में आ जाना चाहिए था कि वह मेरे साथ इशकबाजी कर रहा था।कुछ हद तक मुझे लगता हे मॆं सोच रही थी
00:26:18.110 --> 00:26:23.980
कि ये बहुत हि खराब तरकिब हे और नामुम्किन हे और इसीलिए में मान लेती हुं कि ऎसा नहीं हो रहा हे ।
00:26:25.161 --> 00:26:28.937
जॆसे जॆसे मेरा शादी टूट रहा था, मॆं सही में फ़स गयी थी क्योंकि मेरे पास कहीं और जानेके लिए नहीं था,
00:26:28.937 --> 00:26:32.927
और हम लोग साथ में रहने लगे और मॆं अपनी बेटी को भी साथ में ले आयी।
00:26:34.081 --> 00:26:37.246
हम साथ में रहने लगे और घर को सजाया और सब कुछ बहुत ही शांतिपूर्ण था।
00:26:37.246 --> 00:26:40.816
मेरा जीवन बहुत समय से शांतिपूर्ण नहीं था और सही में ना उसका।
00:26:46.225 --> 00:26:54.073
हम एक दुसरे के बहुत हि करीब थे हमारे प्यार के संबंध के शुरुआती दिनों से हि।
00:26:54.073 --> 00:26:57.633
हम लोग निरन्तर सम्पर्क में थे ।
00:26:57.633 --> 00:27:02.432
लेकिन हम दोनों ही बहुत ही कठिन लोग थे झेलने के लिए [हंसकर]।
00:27:04.495 --> 00:27:10.865
बहुत ही मजाकिया बातचीत में एक बार उसने मुझसे स्वीकार किया कि उसका एक पसंदिदार गाना हे और मॆं ने उसको मेरे लिए वह गाना गाने को मना लिया।
00:27:12.345 --> 00:27:16.504
वह था "फ़ियोना एप्पल" द्वारा गाया हुआ "असाधारण यंत्र"।
00:27:16.504 --> 00:27:24.154
मुझे लगता हे उसको यह गाना पसंद आया क्योंकि इस गाने में एक तरह का संकटग्रस्त कि भावना हे
00:27:25.054 --> 00:27:27.697
और साथ हि में उसमें आशा भी हे।
00:27:27.837 --> 00:27:34.418
♪ नंगे पांव चलने से धीरे छड पाउंगी लेकिन मॆं बॆचेनी हालातों में निपुण हुं तो इसी लिए में हमेशा
00:27:34.418 --> 00:27:36.689
अपने आप को बदलते हुए नहीं रोक सकती ♪
00:27:36.689 --> 00:27:44.481
अनेक माइने में, एरोन जीवन के बारे में अत्यंत आशवादि था। उसे भी नहीं लगता था,
00:27:44.481 --> 00:27:47.041
कि वह जीवन के बारे में अत्यंत आशवादि हो सकता था।
00:27:47.041 --> 00:27:50.171
♪ मॆं एक "असाधारण यंत्र" हुं ♪
00:27:53.037 --> 00:27:57.527
(एरोन) - तुम क्या कर रही हो?
(क्विन्न) - फ़्लिकर में अभी विडियो का प्रावधान हे।
00:27:59.390 --> 00:28:01.743
स्वार्ट्झ ने अपनी शक्ति बहुत सारे नये परियोजना में डाला
00:28:01.743 --> 00:28:04.731
जो जनता कि जानकारि के आगमन के बारें में था
00:28:04.731 --> 00:28:08.189
जीसमें एक जवाबदेहि वेबसाइट "वाच्चढोग.नेट(watchdog.net)" भी था
00:28:08.189 --> 00:28:10.799
और एक परियोजना जीसका नाम था "खुला ग्रंथालय(दि ओप्न लॆबरेरि)"।
00:28:10.816 --> 00:28:15.299
"खुला ग्रंथालय" परियोजना एक वेबसाइट हे जीसको आप "ओप्न लॆबरेरि.ओअरजी(openlibrary.org)" में देख सकते हॆ,
00:28:15.299 --> 00:28:19.778
और इसका प्रयत्न था की वह एक बडा सा विकि बनें, एक वेबसाइट जीसको कोई भी सम्पादित कर सकता हे और जीसमें हर किताब को एक पन्ना हो ।
00:28:19.778 --> 00:28:23.910
इसलिए हर किताब जो कभी प्रकाशित हुई हो, हम चाहते हॆं कि उसका एक भूजाल में पन्ना हो जीसमें
00:28:23.910 --> 00:28:29.391
प्रकाशक द्वारा, किताब विक्रेता द्वारा, ग्रंथालय द्वारा और पाठको द्वारा दिये गये सूचनायें हो
00:28:29.391 --> 00:28:34.587
इस एक वेबसाइट में हो और आप को वे सारे सम्पर्क दें जीनसे आप इसको खरिद सकेते हो, या कर्ज ले सकते हो या आप भूजाल में पड सकते हो ।
00:28:34.587 --> 00:28:39.958
मुझे ग्रंथालय पसंद हे ।मॆं उस तरह का इनसान हुं जो जब कभी नये शहर में जाता हे, वह तुरंत वहां के ग्रंथालय धुंडता हे ।
00:28:39.958 --> 00:28:44.050
वही "खुला ग्रंथालय(दि ओप्न लॆबरेरि)" का सव्पन हे, कि ऎसा वेबसाइट बनायें जीसमें आप
00:28:44.050 --> 00:28:49.297
एक किताब से दुसरा किताब, आदमी से लेखक, या विषय से योजना में खुद सकते हो और इस बडे और विशाल
00:28:49.297 --> 00:28:53.757
ज्ञान के पेड पे छड सकते हो जो अभी हमारे दॆहिक ग्रंथालय में झडि हुई हें और खो गयी हें और जीसको धूंडना बहुत मुश्किल हे,
00:28:53.757 --> 00:28:59.086
और ये लोगों को भूजाल में भी आसानी से उपलब्ध नहीं हे । ये बहुत ही आवश्यक हे क्योंकि किताबें हमारे सांस्कृतिक विरासत हे ।
00:28:59.086 --> 00:29:00.943
किताबें वे जगह हें जहां लोग अपनी मन्न कि बात लिखने जाते हें,
00:29:00.943 --> 00:29:05.813
और ये सब एक उद्योग में ही सिमित हो जाए ... बहुत हि डरावनी बात हे ।
00:29:06.560 --> 00:29:10.771
जनता के सूचाना को आप जनता को उपलब्ध कॆसे कर सकते हो?
00:29:10.771 --> 00:29:14.828
ये बहुत ही जाहिर सी बात लगेगी कि जनता के सूचाना को जनता के लिए उपलब्ध हे,
00:29:14.828 --> 00:29:21.078
लेकिन सचाई में ऎसा नहीं हे । हालाकि जनता कि सूचना सब के लिए मुफ़्त होनी चाहिए लेकिन वह ज्यादातर मुक्त नहीं हे ।
00:29:21.078 --> 00:29:26.756
ज्यादातर वह पींझरों में बंद हे. जॆसा कि वह राष्ट्रिय उद्यान में हे लेकिन खाइ से घिरा हुआ हे,
00:29:26.756 --> 00:29:33.245
और उससे बंदुक का कंगुरा निकले हुए, अगर कोई सही में आ जाए और जनता के सूचाना का लाभ उठाना चाहे थो ।
00:29:33.245 --> 00:29:39.458
एक ऎसी परियोजना जीसमें एरोन को बहुत ही दिलचस्पी थी, वह था जनता के सूचाना को जनता के लिए उपलब्ध कराना।
00:29:39.458 --> 00:29:43.258
और यही वह चीझ थी जीसकी वजह से बहुत सारे मुशकिलों में फ़ंसा।
00:29:46.254 --> 00:29:52.794
मॆं संयुक्त राज्य अमरीका में संघीय न्यायालयों के दस्तावेजों को प्राप्त करने कि कोशीश कर रहा था।
00:29:54.458 --> 00:29:59.058
जो मॆं ने खोज निकाला वह था ये पेचीदा व्यवस्था जीसका नाम था, "पेसर(PACER)"
00:29:59.058 --> 00:30:02.884
जीसका विस्तार हे "न्यायालय के अंकीय दस्तावेजों को जनता को उपलब्ध कराना"।
00:30:02.884 --> 00:30:07.314
मॆं ने भूजाल में धुंडना शुरु किया और तब मुझे कार्ल मालमुद के बारे में पता चला।
00:30:08.886 --> 00:30:14.837
संयुक्त राज्य अमरीका में कानूनी दस्तावेजों को उपलब्ध कराना हर साल हजार करोड डोलर का उद्योग हे ।
00:30:14.837 --> 00:30:22.564
पेसरे एक अविश्वासनीय घ्रूणिता योग्य सरकारी सेवायें हे । उसमें हर पन्ने का दस सेंट्स लगता हें,
00:30:22.564 --> 00:30:27.221
ये एक सबसे ज्यादा दिमागरहीत योजना होगी जो आपने कभी देखी होगी. आप इसमें कुछ भी धुंड नहीं सकते । आप कुछ भी आगे के उपयोग के लिए बचा नहीं सकते ।
00:30:27.221 --> 00:30:31.891
आप के पास इसको इस्तमाल करने के लिए खर्जे का पत्ता(क्रेडिट कार्ड) होना चाहिए और ये सारे जनता के दस्तावेज हें।
00:30:31.891 --> 00:30:37.429
अमेरिका के जिला न्यायालय बहुत ही महत्वपुर्ण हें क्योंकि यहीं से हमारे बहुत सारे प्राथमिक मुकदमे शुरु होते हें :
00:30:37.429 --> 00:30:44.369
नागरीक हक के मुकदमे, एकस्व के मुकदमे, और भी बहुत तरह के मुकदमे । पत्रकार, विद्यार्थी, नागरीक और वकिल,
00:30:44.369 --> 00:30:48.367
सब को "पेसर" का अभिगमन चाहिए और वह उनके लिए हर तरह से मुशकिल करने कि कोशीश करता हे ।
00:30:48.367 --> 00:30:55.246
वह लोग जीनके पास साधन नहीं हे वे कानून को नहीं समझ सकते उतनी आसानी से जॆसे कि वह लोग जीनके पास "स्वर्ण अमेरिकन एक्स्प्रेस पत्ता" हे ।
00:30:55.246 --> 00:30:57.776
न्याय के अभिगमन ये एक पथ-कर हे ।
00:30:57.816 --> 00:31:04.096
लोकतंत्र में कानून परिचालन व्यवस्था हे और उसको देखने के लिए आपको पॆसा देना पडेगा?
00:31:04.246 --> 00:31:07.135
मेरी समझ में ये लोकतंत्र नहीं हे ।
00:31:07.135 --> 00:31:11.869
वे लोग एक साल में लगभग 12 करोड दोल्लर्स बनाते हे पेसर व्यवस्था से,
00:31:11.869 --> 00:31:18.236
और उनके ही दस्थावेजों कहते हें कि उनको इतना नहीं लगता हे । वस्तव में ये गॆर कानूनी हे ।
00:31:18.937 --> 00:31:25.834
2002 का "दि ई-गोव्र्नमेंट एक्ट" कहता हे कि न्यायालयों सिर्फ़ उतना ही वसूल सकते हें जीतना कि उनको आवश्यक हे,
00:31:25.834 --> 00:31:29.591
जीससे वे पेसर को चालाने कि लागत कि पुनर्भुगतान कर सकें।
00:31:34.621 --> 00:31:40.160
"public.resource.org" के संस्थापक होने कि वजह से, मालमूद पेसर शूल्क का विरोध करना चाहते थे ।
00:31:40.160 --> 00:31:43.300
उन्होंने एक कार्यक्रम को शुरु किया जीसका नाम था "पेसर पुनरावर्तन परियोजना",
00:31:43.300 --> 00:31:47.297
जहां लोग पेसर कागजात जीनके लिए उनको पॆसा भराना पडा था उसको वे भूजाल में डाल सकते थे
00:31:47.297 --> 00:31:50.334
एक मुफ़्त आंकड़ा कोष में ताकि दुसरे उसका उपयोग कर सकें।
00:31:50.334 --> 00:31:55.056
पेसर लोगों पर बहुत हमला हो रहा था अमरीका के राष्ट्रीय व्यवस्थापिका सभा का सदस्यों से और दुसरों से भी जनता कि उपलब्धि के बारे में,
00:31:55.056 --> 00:32:00.925
इसीलिए उन्होंने एक ऎसी व्यवस्था बनाई जीससे देश के 17 ग्रथांलयों से पेसर को मुफ़्त से अभिगमन कर सकते थे ।
00:32:01.885 --> 00:32:07.625
इसका मतलब था एक ग्रंथालय हर 22,000 चौक मील के लिए और ये बहुत हि सुविधाजनक नहीं था।
00:32:07.915 --> 00:32:12.173
मॆं ने स्वयंसेवकों को एक परियोजना जीसका नाम था "थंब ड्राइव कोर्प्स" में भर्ती होना के लिए प्रोत्साहित किया,
00:32:12.173 --> 00:32:16.607
और जीन ग्रथालयों में जनता कि उपलब्धि थी वहां से पेसर से कागजात को प्राप्त कर, उनको पेसर पुनरावर्तन वेबसाइट पे डालने के लिए कहा।
00:32:16.607 --> 00:32:20.813
लोग एक "थंब ड्रॆव" लेकर इन ग्रंथालयों में जाते और उनसे बहुत सारे कागजात पेसर वेबसाइट से प्राप्त करते
00:32:20.813 --> 00:32:25.089
और उन सबको मुझे भेज देते । मेरा माइने में ये एक मझाक था।
00:32:25.089 --> 00:32:28.636
सहि में, जब आप "थंब ड्राइव कोर्प्स" पे बटन दबाते, तो आप "विझार्ड ओफ़ ओझ"
00:32:28.636 --> 00:32:31.593
में "मंचकिन्स" गाते हुए एक विडियोकिल्प आ जाता हे:
00:32:31.593 --> 00:32:34.940
"♪ हम लोलिपोप समझ का प्रतिनिधित्व करते हें ...♪
00:32:34.940 --> 00:32:39.381
लेकिन मुझे दूसरे दूरभाष यंत्र पे स्टीव शुलट्झ और एरोन का कोल आया, उन्होंने कहा,
00:32:39.381 --> 00:32:43.047
"हम "थंब ड्राइव कोर्प्स" में भर्ती होना चाहते हें।"
00:32:43.377 --> 00:32:47.334
उन हि दिनों, मॆं अरोन से एक सम्मेलन में मिला।
00:32:47.334 --> 00:32:51.593
ये एक ऎसा परियोजना थी जीसमें बहुत सारे लोगों का सहकार्य जरुरी था।
00:32:51.593 --> 00:32:53.217
इसीलिए मॆं उसके पास गया और कहा,
00:32:53.217 --> 00:32:58.195
"मॆं पेसर समस्या में हस्तक्षेप करने का सोच रहा हुं।"
00:32:59.865 --> 00:33:04.442
शुलट्झ ने पेहले ही एक योजना बनयी थी जो स्वतः पेसर दस्तावेझों को प्राप्त करता था
00:33:04.442 --> 00:33:06.459
इन ग्रंथालय से ।
00:33:06.459 --> 00:33:08.796
स्वार्टझ उसको देखना चाहता था।
00:33:08.796 --> 00:33:13.481
इसीलिए मॆं ने उसको योजनायें दिखाई और मुझे नहीं पता था उसके बाद क्या होगा,
00:33:13.481 --> 00:33:19.033
लेकिन उस सम्मेलन के अगले कुछ घंटों में
00:33:19.033 --> 00:33:24.168
वह एक खोने में बॆठे हुए, मेरी योजना को सुधारता रहा, एक दोस्त
00:33:24.168 --> 00:33:32.139
जो इन ग्रंथालय के पास रेहता था से मदद ली उस ग्रंथालय में जा कर और उसके सुधारे हुए योजना कि परिक्षा करें
00:33:32.139 --> 00:33:38.440
और तब न्यायालय के लोगों को समझ में आया कि कुछ उनके सोचे हुए उपाय के हिसाब से नहीं हो रहा हे ।
00:33:38.440 --> 00:33:42.681
और दस्तावेज आने शुरू हुए और आने लगे और आने लगे
00:33:42.681 --> 00:33:47.632
और जळि ही 760 जिबि(GB) के पेसर दस्तावेज वहां था, लगभग 2 करोड पन्ने ।
00:33:48.282 --> 00:33:52.098
इन ग्रथालयों से प्राप्त ज्ञान का उपयोग करके,
00:33:52.098 --> 00:33:57.304
स्वार्ट्झ पेसर व्यवस्ता पर अतिविशाल स्वत:समान्तर प्राप्त करने कि योजना चला रहा था।
00:33:57.304 --> 00:34:04.360
वह लगभग 27 लाख संघीय न्यायालयों के दस्तावेजों को प्राप्त कर पाया, करीब-करीब २ करोड पन्ने जीसमें सूत्र थे ।
00:34:04.360 --> 00:34:09.864
अब मॆं मानता हुं कि २ करोड पन्ने उन लोगों के अपेक्षा से बहुत ज्यादा था
00:34:09.864 --> 00:34:14.614
जो कि ये परियोजना चाला रहे थे लेकिन दफ्तरशाह को चकित कर देना गैर कानूनी नहीं हे ।
00:34:14.620 --> 00:34:19.096
एरोन और कार्ल ने जो हुआ था उसके बारे में "दि न्यु योर्क टॆम्स(अमेरीका कि प्रमुख अखबार)" से जाकर बात करने का निश्चय किया।
00:34:19.731 --> 00:34:26.498
उन्होंने इसकि वजह से "एफ़.बि.ऎ." का ध्यान भी आकर्षीत किया, जीन्होंने इल्लिनोइस में स्वार्ट्झ के माता-पिता के घर के बाहर पेहरा देना शुरू कर दिए ।
00:34:26.498 --> 00:34:31.053
और मुझे उसके माता से ट्विट आया, "मुझे कोल करो!!"
00:34:31.053 --> 00:34:33.597
तो मॆं सोचने लगा कि ऎसा भला यहां क्या हो रहा हे?
00:34:33.597 --> 00:34:38.981
और इसीलिए अन्ततः मॆं ने एरोन को धुंड नीकाला और एरोन कि माता बार बार केह रहि थी, "हे भगवान, एफ़.बि.ऎ. , एफ़.बि.ऎ., एफ़.बि.ऎ.!"
00:34:40.271 --> 00:34:45.831
एक एफ़.बि.ऎ. का आदमी हमारे घर के वाहनमार्ग में गाडी चला कर आ रहा था, देखने के लिए कि अगर एरोन अपने कमरे में हें,
00:34:47.164 --> 00:34:51.899
मुझे याद हे कि मॆं घर में था उस दिन और मॆं सोच रहा था कि क्यों ये कार हमारे वाहनमार्ग में गाडी चलाकर आ रहा था
00:34:51.899 --> 00:34:55.110
और वपीस जा रहा था। ये बहुत ही अजीब हे ।
00:34:56.599 --> 00:35:04.953
और पांच साल बाद मॆं एफ़.बि.ऎ. कि लेख्यपत्र पड रहा था और मॆं अपने आप से कहेने लगा, "हे भगवान. वह एक एफ़.बि.ऎ. का आदमी था हमारे वाहनमार्ग में।"
00:35:04.995 --> 00:35:08.479
वह भयभीत हो गया था। वह बहुत ही भयभीत हो गया था।
00:35:09.499 --> 00:35:14.910
वह और ज्यादा भयभीत हो गया जब एफ़.बि.ऎ. ने उसको दूरभाष यंत्र से दूरवाणि कर
00:35:14.910 --> 00:35:19.142
उसको किसी कोफ़ी कि दूखान में वकिल के बिना आने में मजबुर करने कि कोशिश की।
00:35:19.142 --> 00:35:23.834
उसने कहा कि वह घर गया और बिस्तर में लेटा और कांपने लगा।
00:35:25.511 --> 00:35:30.056
इन दस्तावेजों से ये भी बहार आया कि न्यायालय के दस्तावेजों में अतिविशाल तरह से व्यक्तिगतता का उल्लंघन हो रहा था।
00:35:30.056 --> 00:35:34.922
अंततः इसके परिणाम से न्यायालयों को अपने नीतियों को बदलने में मजबुर होना पडा,
00:35:34.922 --> 00:35:39.430
और एफ़.बि.ऎ. ने अपने जांच-पड़ताल को बंद कर दिया बिना किसी आरोप के ।
00:35:39.430 --> 00:35:41.762
आज भी, मुझे ये उल्लेखनीय लगता हे
00:35:41.762 --> 00:35:46.613
कि कोई भी, यहाँ तक कि एफ़.बि.ऎ. के सबसे चोटे से चोटे क्षेत्र विभाग,
00:35:46.613 --> 00:35:51.177
ने सोचा कि करदाता के डोल्लर्स का सबसे अच्छा उपयोग था कि लोगों
00:35:51.177 --> 00:35:55.491
कि जांच करना वह भी चोरी के लिए क्योंकि उन्होंने कानून को सार्वजनिक बनाया था।
00:35:55.491 --> 00:35:57.745
कॆसे आप अपने आप को कानून का आदमी केह सकते हो,
00:35:57.745 --> 00:36:01.725
और सोच सकते हो कि कानून को सार्वजनिक बनाने में कुछ
00:36:01.725 --> 00:36:03.575
भी गलत हो सकता हे?
00:36:03.575 --> 00:36:09.455
एरोन खुद को जोखिम में डालने के लिए तॆयार था उन सिद्धान्तों के लिए जीन में वह विशवास करता था।
00:36:09.455 --> 00:36:15.586
संपत्ति असमता से प्रभावित को कर, स्वार्ट्झ तकनीक विज्ञान के परे विस्तृत प्रकार के राजनॆतिक कारणों में देखने लगा।
00:36:15.586 --> 00:36:21.622
मॆं प्रतिनिधि सभा में गया और मॆं ने उसको आमंत्रित किया हमारे साथ अन्तरित करना करने के लिए
00:36:21.622 --> 00:36:25.182
ताकि वह राजनॆतिक व्यवस्था सीख सके ।
00:36:25.194 --> 00:36:31.194
वह धीरे धीरे इस नये समूह, नये निपुणता को सीख रहा था और राजनीति को भी बदलने को सीख रहा था।
00:36:31.194 --> 00:36:36.506
ये बहुत बेहूदा हे कि खान खोदनेवाला हथौड़ा मारते रहे जब तक कि उनके पूरा शरीर से पसीना रिसते रहे
00:36:36.506 --> 00:36:41.276
ये सोचते हुए कि अगर उन्होंने रोकने कि हिम्मत कि तो वे उस रात को अपने मेज़ पे खाना नहीं रक पायेंगें,
00:36:41.306 --> 00:36:46.438
जब कि मॆं ज्यादा और ज्यादा पॆसा बना सकता हुं हर दिन घर बॆठे दूरदर्शन देख कर।
00:36:46.438 --> 00:36:48.898
लेकिन स्पष्टतया दुनिया बेहूदा हे ।
00:36:49.025 --> 00:36:53.035
इसीलिए मॆं ने एक समूह जीसका नाम था "प्रगतिवाद बदलाव अभियान कार्यवर्ग" को सह संस्थापित किया,
00:36:53.038 --> 00:36:57.888
और हमने कोशिश कि हम लोगों को भूजाल पर संगठित करेंं जो प्रगतिवाद राजनीति के बारे में इच्छा रखते हें
00:36:57.888 --> 00:37:00.220
और देश को प्रगतिवाद दिशा में ले जाना चाहते हें
00:37:00.220 --> 00:37:03.027
ताकि वह सब साथ आएं, हमारे एमॆल पट्टि में भाग ले और हमारे अभियान में भाग ले
00:37:03.027 --> 00:37:06.297
और देश भर में प्रगतिवाद उम्मीदवारों को निर्वाचित करने में हमारी मदद करें ।
00:37:06.326 --> 00:37:12.656
ये समुह हि जिम्मेवार था एलिजबेथ वोर्रेन को राज्यसभा में निर्वाचित करने के अभियान में जनसाधारण प्रयत्न को सुलगाने के लिए।
00:37:12.716 --> 00:37:17.000
उसको हो सकता हे कि लगता था कि यह मूर्ख व्यव्स्था हे लेकिन वह इसमें आया और कहने लगा, "मुझे यह व्यव्स्था सीखना हे,
00:37:17.000 --> 00:37:21.310
क्योंकि इसको कुशलतापूर्वक बदला जा सकता हे किसी भी सामाजीक व्यवस्था जॆसे ।"
00:37:21.310 --> 00:37:24.925
लेकिन उसका जूनून ज्ञान के लिए और ग्रंथालयों के लिए कम नहीं हुआ।
00:37:24.925 --> 00:37:31.030
एरोन ने उन संस्थानो को करीब से देखना शुरू किया जो शैक्षिक पत्रिका प्रकाशित करते हें।
00:37:31.040 --> 00:37:34.960
क्योंकि आप अमेरिका के एक बडे विस्वविद्यालय के विद्यार्थी हें, मॆं अपेक्षा करता हुं कि आप को
00:37:34.960 --> 00:37:37.660
विस्तृत और विभिन्न प्रकार के अध्ययनशील पत्रिकायें उपलब्ध होंगे ।
00:37:37.660 --> 00:37:43.551
लगभग अमेरिका के हर बडे विस्वविद्यालय इन संस्थानों को अनुज्ञा शुल्क देते हें जॆसे कि
00:37:43.551 --> 00:37:50.694
"जे.अस.टि.ओ.र.(JSTOR)" और "थोम्सन", "ऎ.अस.ऎ." ताकि उनको अध्ययनशील पत्रिकायें उपलब्ध हो जो दुनिया के अन्य भाग पड नहिं सकते ।
00:37:50.694 --> 00:37:57.278
ये अध्ययनशील पत्रिकायें और लेख तत्त्वतः भूजाल में मनुष्यों के सम्पूर्ण ज्ञान का भंडार हें,
00:37:57.278 --> 00:38:02.273
और बहुत सारे करदाता के पॆसे से चुकाया गये हें या सरकारि अनुदान से,
00:38:02.273 --> 00:38:08.591
लेकिन उनको पडने के लिए आप को अकसर बहुत बडा भुगतान देना पडता हे "रीड-एलसिवियर" जॆसे प्रकाशकों को ।
00:38:08.591 --> 00:38:14.728
ये अनुज्ञा शुल्क इतना अधिक होता हे कि लोग जो भारत में पड रहें हें, अमेरिका में पडने के बदले,
00:38:14.728 --> 00:38:19.097
उनको इस प्रकार कि उपलब्धि नहीं हे । उन लोगों को इन पत्रिकाओं से अवरुद्ध कर दिया गया हे ।
00:38:19.103 --> 00:38:23.057
उनको सम्पूर्ण वैज्ञानिक विरासत से अवरुद्ध कर दिया गया हे ।
00:38:23.057 --> 00:38:27.021
मेरा मतलब हे, इनमें से बहुत सारे पत्रिका और लेख "दि एन्लॆटमेंट" के समय के हें।
00:38:27.021 --> 00:38:32.467
हर बार जब भी किसी ने वैज्ञानिक लेख लिखा हे, उसको जांच किया गया, अंकीकरण किया गया और फ़िर इन संकलनों में डाला गया।
00:38:32.467 --> 00:38:39.766
ये वह विरासत हे जो हमें दिया गया हे इतिहास के उन लोगों से जिन्होंने दिलचस्प काम किया, इतिहास के वैज्ञानिकों के द्वारा।
00:38:39.766 --> 00:38:43.167
ये वह विरासत हे जो हम लोगों कि होनी चाहिए,
00:38:43.167 --> 00:38:48.127
लेकिन इसके बजाय, यह कुछ मुनाफ़े के उद्योगों द्वारा बंद कर दि गयी हॆं और भूजाल में डाल दि गयी हॆं
00:38:48.127 --> 00:38:52.454
जो इनसे अधिकतम मुनाफ़ा प्राप्त करने कि कोशीश करते हॆं।
00:38:53.304 --> 00:38:58.769
तो अगर एक शोधक जीसको विश्वविद्यालय या सरकार से तनख्वाह देती हे एक लेख प्रकाशित करता हे,
00:38:58.769 --> 00:39:01.782
और इस प्रक्रिया सबसे अंतिम चरण पर, जब सारा काम हो कर दिया गया हॆ,
00:39:01.782 --> 00:39:06.991
सब मौलिक रूप से शॊध खतम हो गया हो, सोचना, प्रयोग, विश्लेषण, सब कुछ होने के बाद,
00:39:06.991 --> 00:39:13.849
अंतिम स्तर पर, शोधक को अपने मुद्राधिकार इस करोंडों कि उद्योग को दे देना पडता हॆ।
00:39:13.908 --> 00:39:18.238
ये बहुत हि निराशाजनक बात हॆ। ये पूरी अर्थव्यवस्था स्वयंसेवक के श्रम पे बनाया गया हॆ,
00:39:18.238 --> 00:39:21.350
और फिर सबसे ऊपर बॆठ कर प्रकाशक मलाई खा जाता हॆ।
00:39:21.390 --> 00:39:28.558
ईससे बडा घोटाला आप को कहीं मिलेगा। ब्रिटेन देश में एक प्रकाशक ने पीचले साल 300 करोड डोल्लर्स कमाया।
00:39:28.558 --> 00:39:30.194
मेरा मतलब हॆ, कितना बडा अवैध धंधा हॆ ये!
00:39:30.194 --> 00:39:34.271
"जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" इस कहानी में बहुत ही छोटी खिलाडि हॆ,
00:39:34.271 --> 00:39:39.828
लेकिन कुछ कारणों कि वजह से एरोन ने "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" का मुकाबला करने का निश्चय किया।
00:39:40.938 --> 00:39:44.469
वह किसी सम्मेलन में गया था जीसका विषय था मुक्त अभिगमन और मुक्त प्रकाशकता,
00:39:44.469 --> 00:39:46.380
और मुझे नहीं पता "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" से कॊन आया था,
00:39:46.380 --> 00:39:49.778
लेकिन मुझे लगता हे, बिच में कभी, एरोन ने सवाल पुछा था,
00:39:49.778 --> 00:39:54.406
""जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" को सदैव मुक्त करने के लिए कितना क़ीमत लग सकता हे?"
00:39:54.406 --> 00:39:58.045
और उन्होंने कहा, जीतना मुझे याद हे, कुछ 20 करोड डोल्लर्स,
00:39:58.045 --> 00:40:00.566
ऎसा कुछ जो एरोन को बिलकुल बेहुदा लगा।
00:40:00.566 --> 00:40:07.372
हार्वर्ड में अधिछात्रवृत्ति में काम करते वक्त, उसे पता था कि "एम.ऎ.टि.(MIT)" के मुक्त और तेज जाल में उपभोक्ता को
00:40:07.372 --> 00:40:12.238
"जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" के पूरे बंडार का अधिकृत अभिगमन हॆ। स्वार्ट्झ को ये एक अवसर दिखा।
00:40:12.238 --> 00:40:14.434
आप के पास उन फाटक कि चावि हॆ,
00:40:14.434 --> 00:40:19.824
और चोटि सी कवच लिपि के जादू से आप को वे सारे पत्रिकायें मिल जायेगी।
00:40:20.992 --> 00:40:23.492
24 सितम्बर , 2010 में,
00:40:23.492 --> 00:40:27.031
स्वर्ट्झ ने नया खरीदे गये "एसर" के लैपटॉप को रजिस्ट्रीकृत करवाया
00:40:27.031 --> 00:40:30.659
एम.ऎ.टि.(MIT) के जाल में, "गॆरि_होस्ट: के नाम से ।
00:40:30.859 --> 00:40:35.449
मुवक्किल को "भूत_लैपटॉप" के नाम से रजिस्ट्रीकृत करवाया था।
00:40:35.449 --> 00:40:38.420
उसने "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" को वॆसे नहीं थोडा जॆसे पारंपरिक तरह से थोडा जाता हॆ।
00:40:38.420 --> 00:40:40.113
"जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" आंकड़ा कोष बहुत ही सुनियोजित हॆ,
00:40:40.113 --> 00:40:44.150
तो "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" से कॆसे सारे लेख प्राप्त किया जाए वह पता करना बहुत आसान था,
00:40:44.150 --> 00:40:45.667
क्योंकि वह सब कुछ अंकित था।
00:40:45.667 --> 00:40:52.351
वह मुलत: लेख संख्या 444024, फ़िर 25 और 26।
00:40:52.351 --> 00:40:54.974
उसने एक अजगर लिपि लिखा जीसका नाम था, "खिंचतेरहो.पॆ (keepgrabbing.py)",
00:40:54.974 --> 00:40:58.347
जो एक लेख के बाद एक को खींचता रेहता था।
00:40:58.437 --> 00:41:02.210
अगले दिन से, "भूत_लैपटॉप" ने लेख खींचना शूरू किया,
00:41:02.210 --> 00:41:08.385
लेकिन बहुत जळि कंप्युटर का "ऎ.पि.(IP)" पता अवरुद्ध हो गया। स्वार्ट्झ के लिए ये मेहज हि एक छोटि रुकावत थी।
00:41:08.385 --> 00:41:12.798
वह बहुत जळि हि अपने कंप्युटर को नया "ऎ.पि.(IP)" पता दे दिया और फ़िर से लेख प्राप्त करने लगा।
00:41:13.028 --> 00:41:17.472
तो "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" और "एम.ऎ.टि.(MIT)" ने बहुत सारे कदम उठाये इसमें दखल देना कि
00:41:17.472 --> 00:41:19.616
जब उनको ध्यान में आया कि ये हो रहा हॆ,
00:41:19.616 --> 00:41:21.854
और जब बहुत साधारण कदम नहीं काम आये,
00:41:21.854 --> 00:41:26.721
तो अनिवार्य हो कर "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" ने "एम.ऎ.टि.(MIT)" को ही अभिगमन से रोख दिया।
00:41:26.721 --> 00:41:29.303
तो ये एक चुहे-बिल्लि का खेल हो गया
00:41:29.303 --> 00:41:33.326
ताकि "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" के आंकड़ा कोष का अभिगमन पाने के लिए ।
00:41:33.326 --> 00:41:38.990
एरोन इस खेल का बिल्लि था क्योंकि उसकि तकनीकी शमता ज्यादा थी
00:41:38.990 --> 00:41:42.651
"जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" के आंकड़ा कोष को बचाने वालों से भी।
00:41:42.651 --> 00:41:46.898
अंततः, एक खुला हुआ कोठरी थी किसी एक इमारत के तहखाना में,
00:41:46.898 --> 00:41:50.695
और वहां गया और "वॆफ़ॆ(WiFi) से जाने के बदले, वह निचे गया और अपने कंप्युटर को सीधे जाल में भर दिया,
00:41:50.695 --> 00:41:56.541
और बस वंही छोड दिया एक बाहरी कोष से सारे लेख को कंप्युटर द्वारा प्राप्त करते हुए ।
00:41:56.541 --> 00:42:01.812
स्वार्ट्झ अज्ञात था कि उसका लैपटॉप और कोष को प्राधिकारीयों ने बरामद कर दिया था।
00:42:02.882 --> 00:42:04.986
उन्होंने लेख प्राप्त करना नहीं रोखा।
00:42:04.986 --> 00:42:09.001
इसके बजाय, उन्होंने एक निगरानी का कैमरा संस्थापित कर दिया।
00:42:10.094 --> 00:42:14.582
उनको उसका कंप्युटर बरामद हुआ "एम.ऎ.टि.(MIT)" के एक इमारत के तहखाना में।
00:42:14.582 --> 00:42:19.299
वे चाहे तो उसको जाल से बाहर निकाल सकते थॆ। वे चाहे तो आदमी का इंतजार कर सकते थे और उससे कह सकते थे,
00:42:19.299 --> 00:42:23.704
"भाई, तुम क्या कर रहें हो ।बंद करो । तुम कॊन हो?"
00:42:23.704 --> 00:42:25.377
वे चाहे तो बहुत कुछ उस तरह कर सकते थे, लेकिन उन्होंने नहीं किया।
00:42:25.377 --> 00:42:29.762
वे इसको फिल्म करना चाहते थे सबूत के तॊर पर ताकि वे इस पे मुकदमा डाल सकें.
00:42:29.762 --> 00:42:34.367
यही कारण हो सकता हे ऎसे कुछ विषय का फ़िल्म बनाने को लेकर।
00:42:37.667 --> 00:42:41.132
प्रारम्भ में उन्होंने एक ही आदमी को पकडा जो
00:42:41.132 --> 00:42:45.745
जो उस कोठरी को बोतल और डब्बा रखने के लिए इस्तमाल कर रहा था।
00:42:53.142 --> 00:42:57.033
लेकिन बहुत दिनों बाद उन्होंने स्वार्ट्झ को केमरा पे पकडा।
00:43:05.435 --> 00:43:10.658
स्वार्ट्झ बहारी कोष को बदल रहा था। वह उसको अपने पीठ थैला से निकाला,
00:43:10.940 --> 00:43:14.454
फ़िर वह झुक जाता हे करीब पांच मिनटों के लिए केमरा के द्रुष्य से बहार।
00:43:14.454 --> 00:43:21.863
और उसके बाद वह चला जाता हॆ।
00:43:36.758 --> 00:43:41.819
और उसके बाद उन्होंने गुप्त निगरानी आयोजन किया और जब वह "एम.ऎ.टि.(MIT)" से साइकिल चलाते हुए घर जा रहा था,
00:43:41.819 --> 00:43:44.294
ये पुलिस अधिकारी रास्ते के दोनों और से आये,
00:43:44.294 --> 00:43:47.796
और उसके पिछा करने लगे ।
00:43:49.119 --> 00:43:54.756
उसने वर्णन किया कि उसको जमीन पर लॆटाया गया और पुलिस ने उसके साथ दुरागतचर्य किया।
00:43:54.756 --> 00:43:58.312
उसने मुझे बताया, कि उसको अस्पष्ट था कि पुलिस उसका पिछा कर रही थी।
00:43:58.312 --> 00:44:02.377
उसको लगा था कि कोई उस पर हमला करने वाला हॆ।
00:44:02.377 --> 00:44:05.914
उसने बताया कि उन्होंने उसको मारा था।
00:44:08.255 --> 00:44:15.406
यह बहुत ही विनाशकारी था। ये ख्याल कि घर के किसी सदस्य पर किसी भी प्रकार का आपराधिक मुकद्दमा चल रहा था
00:44:15.406 --> 00:44:18.139
एक दम विदेशी और अचिंत्य था और मुझे नहीं पता था कि मॆं क्या करुं।
00:44:18.139 --> 00:44:24.872
उन्होंने एरोन के घर कि तलाशी ली, उसके केंब्रिड्ज के कमरे कि तलाशी ली और हार्वर्ड के कार्यलय कि तलाशी ली।
00:44:27.522 --> 00:44:33.544
गिरफ्तारी के दो दिन पेहले, तहकीकात "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" और स्थानीय केंब्रिड्ज पुलिस के हाथों के बाहर चला गया था।
00:44:33.544 --> 00:44:37.431
उसको अमेरीका कि खुफ़िया व्यवस्था ने अपने जीम्मेदारी में ले लिया था।
00:44:37.431 --> 00:44:42.087
खुफ़िया व्यवस्था ने कंप्युटर और उधार पत्ती कि तहकीकात 1984 से शुरू कर दिया था,
00:44:42.087 --> 00:44:46.040
लेकिन 9/11 के हमले के छे हफ़्ते के बाद उनकी भूमिका बहुत फैल गया।
00:44:46.670 --> 00:44:48.042
[हर्षध्वनि]
00:44:48.142 --> 00:44:56.061
राष्ट्रपति भूश ने "देशभक्ति अधिनियम" का उपयोग करके एक समूह को स्थापित किया जीसका नाम था, "विद्युत अपराध कर्मी दल"।
00:44:56.061 --> 00:45:01.323
ये अधिनियम जो मेरे सामने हॆ अधुनिक आतंकवादीयों से नये दॊर के सच्चाई और खतरे से निपटने के लिए हॆ।
00:45:01.323 --> 00:45:06.381
खुफ़िया व्यवस्था के अनुसार, वे लोग मुलत: ऎसे कामों में व्यस्त हॆं जीससे अर्थव्यवस्था को असर होगा,
00:45:06.381 --> 00:45:11.154
संघठित अपराधीक समूह बनाने में या ऎसे षड्यंत्र जीसमें नये तकनीकि विज्ञान का उपयोग किया जा सकता हॆ।
00:45:11.154 --> 00:45:15.606
खुफ़िया व्यवस्था ने स्वार्ट्झ के मुकदमें को बोस्टन के अमेरीका के प्रतिनिधि वकिल के कार्यलय को दे दिया।
00:45:15.606 --> 00:45:17.934
एक आदमी था अमेरीका के प्रतिनिधि वकिल के कार्यलय में जीसका उपाधि थी,
00:45:17.934 --> 00:45:22.285
"कंप्युटर आपराधिक कर्मीदल के मुख्या"
00:45:22.285 --> 00:45:23.915
मुझे नहीं पता वहा और क्या कर रहा था,
00:45:23.915 --> 00:45:29.364
लेकिन आप कंप्युटर आपराधिक अभियोक्ता नहीं हॆ अगर आप के पास कोई कंप्युटर आपराध नहीं हॆ मुकदमा चलाने के लिए,
00:45:29.364 --> 00:45:34.934
इसीलिए वह इस अव्सर पर खुद पडा, इसे अपने पास ही रखा, किसी और को अपने कार्यलय से या अपने विभाग से नियुक्त नहीं करवाया
00:45:34.934 --> 00:45:36.686
और ये था "स्टिव हॆमेन्न"।
00:45:36.686 --> 00:45:41.896
एरोन स्वार्ट्झ के गिर्फ़तार होने के बाद से अभियोक्ता स्टिफ़न हॆमेन्न ज्यादातर सार्वजनिक द्रुष्टि से बाहर हॆं,
00:45:41.896 --> 00:45:46.333
लेकिन उनको यहां देखा जा सकता हॆ, दुरदर्शन के कार्यक्रम अमेरिकाई लालच, के एक कड़ी में,
00:45:46.333 --> 00:45:48.700
एरोन के गिर्फ़तार होने के लगभग ही फ़िल्म किया गया था।
00:45:48.700 --> 00:45:53.092
वह अपने पिछले मुकद्दमे के बारें में समझा रहा था जो कुख्यात हेकर,आलबर्टो गोंझाल्स के विरूद्द था,
00:45:53.092 --> 00:45:56.873
इस मुकद्दमें कि वजह से हॆमेन्न को काफ़ी प्रेस का ध्यान आकरशित हुआ और उसको सरहाया भी गया।
00:45:56.873 --> 00:46:01.909
गोंझाल्स ने 10 करोड उधार पत्ति और ए.टि.एम.(ATM) संख्या को चुराने कि योजना बनायी थी,
00:46:01.909 --> 00:46:04.512
इतिहास का ऎसा सबसे बडा घोटाला।
00:46:04.512 --> 00:46:09.793
इसमें, हॆमेन्न, गोंझाल्स का विवरण करते हुए, हेकर सोच के बारे में अपने विचार बता रहा हॆ:
00:46:09.793 --> 00:46:16.095
ये लोग उन्ही चीजों से प्रभावित हॆं जीनसे हुम प्रभावित होतें हॆ.
00:46:16.095 --> 00:46:24.774
उनका भी अहम होता हॆ, उनको चुनौती अच्छि लगती हॆं और निस्सन्देह उनको भी पॆसा अच्छा लगता हॆ और वो सभी जीसको पॆसा खरीद सकता हॆ।
00:46:24.814 --> 00:46:29.714
एक संदिग्ध व्यक्ति जो गोंझाल्स के मुकदमे में फँसा, वह था युवा हेकर जीसका नाम था, जोनथन जॆम्स।
00:46:29.714 --> 00:46:33.210
ये मान कर कि गोंझाल्स के अपराध उस पर बांध दिया जायेगा,
00:46:33.210 --> 00:46:36.319
जॆम्स ने जाँच-पड़ताल के दौरान आत्म हत्या कर लिया।
00:46:36.319 --> 00:46:40.905
एक प्रारंभिक पत्रकार से बातचित के दॊरान जीसमें वह एरोन के मुकदमे में सरकार के दृष्टिकोण के बारे में समझा रहे थे,
00:46:40.905 --> 00:46:45.974
हॆमन्न के उपर के अधीकारि, मॆसाचुसेट्टस जिला के अमेरिका के प्रतिनिधि वकिल, कारमेन ओरटिझ, ने कहा था:
00:46:46.570 --> 00:46:53.141
"चोरी चोरी होता हॆ, या तो आप एक कंप्युटर को आदेश दे कर करो या आप एक लोहदंड से और या तो आप दस्तावेज चुराओ, या आँकड़े या पॆसा।
00:46:53.301 --> 00:46:55.587
ये सत्य नहीं हॆ। ये स्पष्टतः सत्य नहीं हॆ।
00:46:56.777 --> 00:46:58.397
मॆं नहीं बोल रहा कि ये हानिकारक नहीं हॆ,
00:46:58.397 --> 00:47:06.122
और मॆं ये भी नहीं कह रहा कि सूचना कि चोरी को आपराधिक नहीं करना चाहिए,
00:47:06.122 --> 00:47:08.283
लेकिन आप को बहुत ही सूक्ष्म होना चाहिए
00:47:08.283 --> 00:47:14.911
ये पता करने में कि वास्तव में किस प्रकार कि चोरी इसमें हानिकारक हॆ।
00:47:14.911 --> 00:47:18.677
लोहदंड के बारें में सोचेंगे तो, हर बार जब भी मॆं लोहदंड से किसी जगह मॆं थोड के जाता हुं,
00:47:18.677 --> 00:47:21.768
मॆं नुकसान पहुंचाता हुं। इसमें कोई शक नहीं हॆ।
00:47:21.768 --> 00:47:23.586
लेकिन अगर एरोन एक लिपि लिखता हॆ जो केहता हॆ,
00:47:23.586 --> 00:47:28.329
"प्राप्त करो, प्राप्त करो, प्राप्त करो" एक सेकंड में सॊ बार,
00:47:28.329 --> 00:47:31.047
यहां प्रत्यक्ष रूप से किसी को नुकसान नहीं हॆ।
00:47:31.047 --> 00:47:36.238
अगर वह शैक्षिक अनुसंधान के लिए लेखागार को संग्रहण के लिए ये करता हॆ,
00:47:36.238 --> 00:47:38.409
इससे किसी को कभी कोई नुकसान नहीं होगा।
00:47:38.409 --> 00:47:42.925
वह चोरी नहीं कर रहा था। वह जो उसको प्राप्त हुआ ना बेच रहा था ना किसी को दे रहा था।
00:47:42.925 --> 00:47:45.641
जीतना मॆं कह सकता हुं वह बस अपनी बात को साबित कर रहा था।
00:47:45.641 --> 00:47:48.189
गिरफ्तारी ने स्वार्ट्झ को काफ़ि परेशान किया।
00:47:48.189 --> 00:47:49.822
वह इसके बारे में एकदम किसी से बात नहीं करता था।
00:47:49.822 --> 00:47:51.396
वह अत्यधिक परेशान था।
00:47:51.396 --> 00:47:55.614
अगर आप को लगता हॆ कि एफ़.बि.ऎ.(FBI) आप के घर किसी भी दिन आने वाली हॆ,
00:47:55.614 --> 00:47:59.014
और जब भी आप प्रवेश मार्ग में जा रहें हों, या कपडा धोने जा रहे हों,
00:47:59.014 --> 00:48:03.140
और वह आप के घर में घुस जायेंगे क्योंकि आपने दरवाजे को बंद नहीं किया था,
00:48:03.140 --> 00:48:06.545
ऎसे स्थिति मॆं मॆं तो काफ़ि परेशान रेहता,
00:48:06.545 --> 00:48:12.727
और ये साफ़ था, और इसी वजह से एरोन हमेशा रूखा हुआ रेहता था।
00:48:18.430 --> 00:48:23.771
इस समय के दॊरान वह अपने अता-पता के बारे में कोई भी निजी सूचना नहीं देता था
00:48:23.771 --> 00:48:28.345
क्योंकि उसको डर था कि एफ़.बि.ऎ.(FBI) उसका वहां इंतजार कर रही होगी।
00:48:30.775 --> 00:48:35.452
वह समय अभूतपूर्व सामाजीक और राजनॆतिक सक्रियतावाद का था।
00:48:35.452 --> 00:48:41.811
टॆम पत्रिका ने बाद में 2011 साल के प्रमुख व्यक्ति का खिताब, "प्रदर्शनकारी" को दिया।
00:48:42.348 --> 00:48:46.925
हर जगह हेकर कार्य का अड्डा बन गया था।
00:48:48.956 --> 00:48:53.582
विकिलिक्स ने राजनयिक तारों का खजाना विमोचित कर दिया था,
00:48:53.617 --> 00:48:56.551
मेन्निंग को उस समय गिरफ़्तार किया गया था,
00:48:56.551 --> 00:49:00.223
लेकिन पता नहीं था कि क्या वही रिस का सूत्र था।
00:49:00.223 --> 00:49:04.801
"गुमनाम" जो प्रदर्शनकारीयों का सामूहिक प्रभाव था और
00:49:04.801 --> 00:49:07.459
उस समुह में बहुत सारे हेकर थे,
00:49:07.464 --> 00:49:11.357
बहुत सारे मौज-मस्ती के दौरे पे निकले हुए थे ।
00:49:11.455 --> 00:49:14.107
अगर आप जो उसने किया उन सबसे तुलना करेगें ,
00:49:14.107 --> 00:49:18.112
उसका काम तो एम.ऎ.टि.(MIT) और जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) के लिए छोड देना चाहिए था सामना करने के लिए,
00:49:18.146 --> 00:49:22.048
एक निजि और व्यावसायिक मामले कि तरह।
00:49:22.105 --> 00:49:27.757
उसको कभी भी आपराधिक व्यवस्था के ध्यान में ही नहीं आना चाहिए था।
00:49:28.465 --> 00:49:30.630
ये मामला वहां से संबंध ही नहीं रखता।
00:49:36.455 --> 00:49:39.901
उस पर दोष लगाने से पेहले, स्वार्ट्झ को दलील का सौदे का प्रस्ताव दिया गया था
00:49:39.921 --> 00:49:43.230
जीससे उसको तीन महिने कि सजा होती, कुछ समय आधे-अधुरे घर में,
00:49:43.230 --> 00:49:45.449
और एक साल घर में हि निग्राह,
00:49:45.449 --> 00:49:47.986
सब कुछ कंप्युटर का इस्तमाल करने के रोख के साथ।
00:49:47.986 --> 00:49:52.460
ये शर्त था कि स्वार्ट्झ को जुर्म कर एक मुजरिम कि दलील देनी होगी।
00:49:52.496 --> 00:49:56.765
हम ऎसे परिस्थिति में थे: हमारे पास कोई खोज नहीं था, कोई भी सबूत नहीं था
00:49:56.765 --> 00:49:58.364
कि सरकार किस बल पर मुकदमा लड रही हॆ,
00:49:58.364 --> 00:50:01.821
और हमें ये विशाल सा निर्णय लेना था
00:50:01.856 --> 00:50:05.604
और हमारा वकिल हमें ये करने के लिए बोल रहा हॆ,
00:50:05.606 --> 00:50:09.781
सरकार अपरक्राम्य माँग कर रही हॆ,
00:50:09.781 --> 00:50:13.327
और आप को बताया जा रहा हॆ कि आप कि जीतने कि संभावना बहुत ही कम हॆ,
00:50:13.327 --> 00:50:17.583
अगर आप मुजरिम हो या नहीं, आप को ये समझॊता लेने में ही भलाई हॆ।
00:50:18.268 --> 00:50:21.280
बोस्टन का अपना खुद का कंप्युटर आपराधिक विभाग हॆ,
00:50:21.280 --> 00:50:25.518
जीसमें बहुत सारे वकील हॆं, सम्भवतः जीतनी उनको जरूरत हॆ, उससे भी ज्यादा।
00:50:25.518 --> 00:50:30.627
आप अंदाजा लगा सकते हॆं कि उनके पास ऎसे सारे मुकदमें आते होगें जीनमें मुकदमा चलाना बहुत मुशकिल होता होगा,
00:50:30.627 --> 00:50:33.037
क्योंकि कुछ आपराधि रूस में हॆं,
00:50:33.037 --> 00:50:36.057
या कुछ लोग किसी उद्योगों के लिए काम करते हॆं
00:50:36.057 --> 00:50:39.968
जीनके पास पांच सॊ या सात सॊ डोल्लर्स प्रति घंटा के वकील हॆं
00:50:39.968 --> 00:50:43.606
जो आप के विरुद्ध हॆं और फ़िर आपके पास ये मुकदमा आता हॆ इस लडके का,
00:50:43.606 --> 00:50:47.919
जीसमें बहुत ही आसानी से साबित किया जा सकता हॆ कि उसने कुछ तो किया हॆ,
00:50:47.919 --> 00:50:52.727
और उसने पहले से ही अपने आप को एफ़.बि.ऎ.(FBI) के साथ उपद्रवी प्रख्यात कर लिया हॆ,
00:50:52.727 --> 00:50:56.461
तो क्यों ना अपनी सारी शक्ति इस लडके के विरूद्ध डाल दिया जाए?
00:50:56.461 --> 00:50:59.444
ये अभियोक्ता के लिए अच्छा हॆ। ये गणतंत्र के लिए अच्छा हॆ,
00:50:59.444 --> 00:51:02.232
क्योंकि आप इन आतंकवादी जॆसे लोगों से लड रहे हो।
00:51:02.232 --> 00:51:03.846
मॆं बहुत डर गई थी।
00:51:03.846 --> 00:51:05.923
मुझे मेरे कंप्युटर के जब्त होने का बहुत डर था।
00:51:05.923 --> 00:51:10.048
मुझे बहुत डर था कि मुझे कारागृह जाना पडेगा क्योंकि मेरा कंप्युटर को जब्त कर लिया जाएगा।
00:51:10.048 --> 00:51:15.293
मेरे पास कंप्युटर में गोपनीय सामान थी जो मेरे सूत्रों ने मेरे पुराने काम के दोरान भेजा था,
00:51:15.390 --> 00:51:20.517
और मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात थी कि मॆं अपने सूत्रों को सुरक्षित रखुं।
00:51:20.527 --> 00:51:25.220
मुझे बहुत डर था कि अडा(उसकि बेटि) का क्या होगा।
00:51:25.370 --> 00:51:28.054
एरोन ने मुझे बताया कि उन्होंने उसको एक समझॊता प्रस्तुत किया हॆ,
00:51:28.054 --> 00:51:32.830
और उसने अंततः ये ही कहा कि वह समझॊता मंझुर कर लेगा अगर मॆं ने उस से करने को कहा तो,
00:51:32.830 --> 00:51:36.986
और में ने कहा, मॆं बहुत ही खरीब थी उससे कहने कि, "मंझुर कर लो।"
00:51:37.603 --> 00:51:42.621
उसको ... उसने काफ़ि गंभीर राजनॆतिक महत्वाकांक्षायें विकसित कर लीया था,
00:51:42.621 --> 00:51:45.511
उस दॊरान,
00:51:45.511 --> 00:51:51.218
जब उसने अपना नविन उद्यमी जीवन को छोड कर,
00:51:51.246 --> 00:51:56.448
और ये नया जीवन शुरु किया जीसमें वह राजनॆतिक सक्रियतावाद में आ गया था,
00:51:56.967 --> 00:52:03.884
और वह विश्वास नहीं करना चा रहा था कि वह अपना जीवन आपराधिक कार्य के साथ क़ायम रख पायेगा।
00:52:03.884 --> 00:52:07.386
और उसने एक बार मुझेसे कहा, जब हम राष्ट्रभवन के करीब चल रहे थे,
00:52:07.386 --> 00:52:11.279
और् उसने मुझसे कहा, "वे लोग आपराधि को इसमें काम नहीं करने देते ।"
00:52:17.661 --> 00:52:22.031
और वह सही में चाहता था कि उसकि जींदगी ऎसी हो ।
00:52:22.287 --> 00:52:25.560
उसने किसी का खून नहीं किया था. उसने किसी को चोट नहीं पहुंचाई थी।
00:52:25.564 --> 00:52:28.329
उसने पॆसा नहीं चुराया था।
00:52:28.329 --> 00:52:32.573
उसने ऎसा कुछ नहीं किया था जीसे आपराधीक कहा जा सके? और
00:52:34.643 --> 00:52:39.327
बहुत लोगों को ये अभी भी लगता हॆ कि ऎसा कोई कारण नहीं जीसके लिए उसको आपराधी घोषित किया जाए,
00:52:39.327 --> 00:52:42.963
और उसने जो किया उसके लिए उससे बहुत से राज्यों में मतदान करने
00:52:42.963 --> 00:52:45.767
का अधीकार छिन लिया जाए। ये बहुत चौंका देनेवाली बात हॆ।
00:52:45.767 --> 00:52:49.900
हो सकता हॆ उसको कुछ जुर्माना देना पडे,
00:52:49.900 --> 00:52:54.137
या उसको एम.ऎ.टि.(MIT) में वापस नहीं आने दिया जाए ।
00:52:54.137 --> 00:52:57.744
लेकिन उसको आपराधी करार देना? इसके लिए कारग्रुह भेज देना?
00:53:00.546 --> 00:53:04.062
स्वार्ट्झ ने माफ़ि कि दलील ठुकरा दिया।
00:53:04.062 --> 00:53:06.868
हॆमन्न ने अपनी कोशिश धुगनि कर दिया।
00:53:06.868 --> 00:53:12.337
हॆमन्न ने सारे तरफ़ से जोर लगाना शुरू किया।
00:53:12.340 --> 00:53:15.078
हालाकि उनके पास भौतिक सबुत थी जो उन्होंने एरोन के
00:53:15.078 --> 00:53:18.290
एसर कंप्युटर के कोष से और यु.अस.बि.(USB) कोष से जब्त किया गया था,
00:53:18.290 --> 00:53:21.153
अभियोक्ता को उसके उद्देशय के बारे में सबुत चाहिए था।
00:53:21.153 --> 00:53:24.699
एरोन स्वार्ट्झ क्यों जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) से लेख प्राप्त कर रहा था,
00:53:24.699 --> 00:53:28.380
और उसका उनसे क्या करने का इरादा था?
00:53:28.854 --> 00:53:32.279
सरकार का दावा हॆ कि इन सबको प्रकाशित करना उसका नियोजन था।
00:53:32.279 --> 00:53:35.830
हमें वास्तव में नहीं पता कि उसका असली उद्देश्य यही था
00:53:35.830 --> 00:53:42.728
क्योंकि एरोन ने पेहले भी ऎसे परियोजनांये में काम किया था जहां उसने बहुत लेखों के विशाल आंकड़ा समुच्चय का विश्लेषण किया
00:53:42.728 --> 00:53:45.156
जीससे वह दिलचस्प विषय को सीख पाये ।
00:53:45.156 --> 00:53:48.101
इसका सबसे अच्छा सबूत ये था कि जब वह स्टेंफ़ोर्ड में था,
00:53:48.103 --> 00:53:53.087
उसने पुरा वेस्टलो के कानूनी आंकड़ा कोष को प्राप्त किया था।
00:53:53.117 --> 00:53:55.525
स्टेंफ़ोर्ड के कानून के विद्यार्थीयों के साथ एक परियोजना में,
00:53:55.525 --> 00:53:58.316
स्वर्ट्झ ने वेस्टलो के कानूनी आंकड़ा कोष को प्राप्त किया था।
00:53:58.316 --> 00:54:02.492
उसने कानूनी शोध में पूँजी लगाना वालों और अनुकूल परिणाम के
00:54:02.492 --> 00:54:04.444
चिंताजनक रिश्ता के बारें में खोज निकला था।
00:54:04.444 --> 00:54:07.317
उसने ये अद्भुत विश्लेषण किया जीसमें मुनफ़े के उद्योग
00:54:07.317 --> 00:54:10.868
कानून के महाध्यापक को पॆसा देते थे जो कानून के समालोचना लेख लिखते थॆ
00:54:10.868 --> 00:54:14.927
जो फ़िर लभदायक होते थे जॆसे कि एक्स्सोन को तॆल फैल जाने के दॊरान।
00:54:14.927 --> 00:54:19.391
इसीलिए ये बहुत ही भ्रष्ट व्यव्स्था थी पुजीं देने कि, और दिखावा का शोध था।
00:54:19.441 --> 00:54:22.676
स्वार्ट्झ ने कभी वेस्टलो के दस्तावेजों को नहीं जारी किया।
00:54:22.676 --> 00:54:25.525
सिद्धान्त में, वह यही जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) के आंकड़ा कोष के साथ भी कर रहा होगा।
00:54:25.525 --> 00:54:27.286
और ऎसा करने के लिए उसको बिल्कुल अनुमति थी।
00:54:27.286 --> 00:54:32.700
अगर उसका इरादा था कि वह जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) का प्रतियोगी सेवा शुरू करें,
00:54:32.700 --> 00:54:35.055
जॆसे हम खुद अपना प्रतिष्ठित कर रहें हॆ
00:54:35.055 --> 00:54:39.090
हारवर्ड के कनूनी समालोचना के अभिगमन के लिए और उसके लिए शुल्क लें,
00:54:39.090 --> 00:54:41.972
तो तब हो सकता हॆ ये आपराधीक उल्लंघन हो गया
00:54:41.972 --> 00:54:45.044
क्योंकि आप व्यावसायिक रूप से उस सामान का उपयोग कर रहॆ हो,
00:54:45.044 --> 00:54:47.780
लेकिन ऎसा सोचना कि वह ऎसा कर रहा होगा मूर्खतापूर्ण होगा।
00:54:47.780 --> 00:54:53.516
तो फ़िर एक बिच का मामला हो सकता हॆ: क्या अगर वो कोशिश कर रहा था ये सब बढ़ते दुनिया के लिए मुक्त करने के लिए?
00:54:53.516 --> 00:54:56.855
लेकिन वह क्या कर रहा था, उसपर निर्भर करने से, बहुत ही अलग पहलू बनता हॆ कि
00:54:56.855 --> 00:55:00.538
उसको किस तरह के कानून से देखना चाहिए । सरकार उसपे मुकदमा चला रही थी
00:55:00.538 --> 00:55:03.630
ये मान कर कि ये एक व्यावसायिक आपराधीक उल्लंघन हॆ,
00:55:03.630 --> 00:55:06.851
जॆसे कि ये उधार पत्ती के दस्तावेजों कि चोरी करने के जॆसा अपराध हो।
00:55:06.851 --> 00:55:10.122
मुझे नहीं पता कि वह ये आंकड़ा कोष के साथ क्या करने वाला था,
00:55:10.122 --> 00:55:12.804
लेकिन मॆंने एक उसके दोस्त से सुना था कि एरोन ने उसको बताया था
00:55:12.804 --> 00:55:18.086
कि वह इस आंकडों का विश्लेषण करना चाहता था ये साबित करने के लिए कि वातावरण बदलाव के शोध में उद्योगि पूंजी
00:55:18.086 --> 00:55:24.212
कि वजह से बहुत ही पक्षपातपूर्ण परिणाम निकलते थे और मॆं इस बात पे पुरा यकिन करता हुं।
00:55:24.972 --> 00:55:28.682
मुझे बताया गया कि स्टिव मेरे से बात करना चाहता था,
00:55:29.252 --> 00:55:32.982
और मुझे लगा कि इस तरह मॆं इस मामले से बहार निकल पाऊंगी,
00:55:32.982 --> 00:55:35.088
बस किसी तरह इस परिस्थिति से बाहर निकलना था,
00:55:35.088 --> 00:55:38.427
और मॆं अपने कंप्युटर जब्त होने के डर में नहीं रेहना चाहति थी।
00:55:38.659 --> 00:55:42.759
मॆं न्यायालय के आदेशों का उल्लग्घन के लिए जेल जाने के डर में नहीं रेहना चाहति थी
00:55:42.759 --> 00:55:46.416
अगर उन्होंने मुझे मेरे कंप्युटर को सुलझाना के लिए मजबुर किया तो ।
00:55:46.416 --> 00:55:50.425
उन्होंने जब मुझसे कहा "स्टिव तुमसे बात करना चाहता हॆ,"
00:55:50.425 --> 00:55:52.239
मुझे ये उचित लगा।
00:55:52.559 --> 00:55:57.306
उन्होंने नोर्टन को "एक दिन कि रानी" का खथ या प्रस्ताव दिया।
00:55:57.306 --> 00:56:00.561
इससे अभियोक्ता को उससे एरोन के मुकदमे के बारे में सवाल पुछने कि अनुमति मिलती।
00:56:00.561 --> 00:56:03.587
इसके बदले इस मुलकात में जो भी सूचना का खुलासा होता उससे
00:56:03.587 --> 00:56:06.187
नोर्टन को अनुशीलता से प्रतिरक्षा मिलती।
00:56:06.187 --> 00:56:09.333
मुझे ये बिलकुल पसंद नहीं था। मॆं ने अपने वकिलों से बार बार कहा कि
00:56:09.333 --> 00:56:13.281
मुझे ये पसंद नहीं था, दाल में कुछ काला लग रहा था, मुझे ये अच्छा नहीं लगा, मुझे प्रतिरक्षा नहीं चाहिए थी,
00:56:13.281 --> 00:56:15.946
मुझे प्रतिरक्षा कि जरूरत नहीं थी, मॆं ने कुछ नहीं किया था,
00:56:15.946 --> 00:56:18.382
लेकिन वे लोग बहुत ही सख्त थे इसके बारे में
00:56:18.382 --> 00:56:21.354
वे नहीं चाहते थे कि मॆं प्रतिरक्षा के बिना अभियोक्ता से मिलुं।
00:56:21.354 --> 00:56:24.452
[साक्षात्कारकर्ता] लेकिन बस सही से समझने के लिए, ये "एक दिन कि रानी" का समझॊता था,
00:56:24.452 --> 00:56:25.495
- हां, एक प्रस्ताव पत्र था।
00:56:25.495 --> 00:56:30.162
जीसमें आप अपने अनुशीलता से प्रतिरक्षा के लिए उनको सूचनायें प्रधान करते।
00:56:30.162 --> 00:56:35.244
-ऎसा नहीं था कि आप उनको सूचना दे रहें थे । मॆं इसको इस तरह नहीं देख रही थी,
00:56:35.244 --> 00:56:37.689
मेरे विचार में ये बस एक बातचीत थी, उनके साथ।
00:56:37.689 --> 00:56:40.010
-वे आप से सवाल पुछते ...
-हां, वे लोग मेरे से सवाल पुछते ।
00:56:40.010 --> 00:56:42.193
-और वे लोग किसी भी विषय के बारें में सवाल पुछ सकते थे, जो वह चाहें ...
- हां।
00:56:42.193 --> 00:56:44.727
- और उससे उनको जो भी पता चलता ...
- मॆं सही में ...
00:56:44.727 --> 00:56:49.514
- वे आप को उससे अनुशील नहीं कर सकते थे ।
-हां, और मॆं ने बार बार कोशिश किया कि वहां खाली हाथ जाऊं।
00:56:49.514 --> 00:56:53.468
मॆं ने बार बार प्रस्ताव पत्र को ठुकराने कि कोशिश किया।
00:56:53.468 --> 00:56:56.414
मॆं बिमार थी। मुझे पर मेरे वकिल दबाव डाल रहे थे ।
00:56:56.414 --> 00:57:00.902
मॆं अस्पष्ट थी। उस समय मॆं अच्छा नहीं कर पा रही थी।
00:57:00.902 --> 00:57:05.502
मॆं बहुत उदास थी, मॆं डरी हुई थी, और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मॆं किस परिस्थिति में थी।
00:57:05.502 --> 00:57:08.879
मुझे नहीं पता था कि मॆं इस परिस्थिति में क्यों थी।
00:57:08.879 --> 00:57:13.442
मॆं ने कुछ भी गलत छोडिये, दिलचस्प काम भी नहीं किया था।
00:57:13.442 --> 00:57:14.949
हम लोग आपना दिमागी संतुलन खो बॆठे थे ।
00:57:14.949 --> 00:57:18.711
एरोन इसके बारे में बहुत ही परेशान था इसके बारे में। हम सब इसके बारे में बहुत ही परेशान थे ।
00:57:18.711 --> 00:57:20.884
एरोन के वकिल भी इसके बारे में बहुत ही परेशान थे ।
00:57:20.884 --> 00:57:23.417
हमने कोशिश किया कि क्विन्न अपने वकिल बदले ।
00:57:23.727 --> 00:57:28.364
मॆं बहुत ही अनभ्यस्त ऎसे कमरे में होने के जहां बडे विशाल पुरूष, जीनके पास हथियार हॆ,
00:57:28.364 --> 00:57:33.234
और जो मुझे बारबार कहे रहे थे कि मॆं झुठ बोल रही हुं और मॆं ने कुछ तो किया ही होगा।
00:57:33.664 --> 00:57:37.431
मॆं ने उनको कहा कि वह जीस चीज के लिए मुकदमा कर रहें हॆं
00:57:37.431 --> 00:57:40.520
वह एक अपराध ही नहीं था।
00:57:40.760 --> 00:57:42.924
मॆं ने उनको कहा कि वह इतिहास में गलत तरीखें से देखे जायेंगें ।
00:57:42.924 --> 00:57:47.322
मॆं ने यहि शब्द इस्तमाल किया था। मॆं ने कहा, "आप इतिहास में गलत तरीखें से देखे जायेंगें।"
00:57:48.302 --> 00:57:53.217
और वे लोग उबा हुआ लग रहे थे। वे लोग गुस्सा भी नहीं लग रहे थे । वे बस उबा हुआ लग रहे थे,
00:57:53.217 --> 00:57:57.210
और तब मुझे एहसास हुआ कि हम एक हि चिज के बारें में बातचीत नहीं कर रहे थे ।
00:57:57.210 --> 00:58:01.970
मॆं ने उनको बहुत चीजों के बारे में कहा कि क्यों लोग पत्रिकाओं के लेख प्राप्त करते हॆं,
00:58:01.970 --> 00:58:06.383
और आखिरकार, मुझे याद नहीं किस विषय के बारे में था,
00:58:06.383 --> 00:58:11.118
मॆं ने उनको कहा कि उसने एक भूजालदॆनिकी में लिखा था, "छापामार खुला अभिगमन घोषणापत्र"
00:58:12.969 --> 00:58:16.366
ये हॆ, "छापामार खुला अभिगमन घोषणापत्र"
00:58:16.366 --> 00:58:20.263
कथित रूप से जूलाई, 2008 में ईटलि में लिखा गया था।
00:58:20.263 --> 00:58:24.736
"सुचना एक शक्ति हॆ. लेकिन हर शक्ति कि तरह, ऎसे लोग हॆं जो इसको सिर्फ़ अपने पास रखना चाहते हॆं।"
00:58:24.736 --> 00:58:29.689
"दुनिया कि पूरी वैज्ञानिक और सांस्कृतिक विरासत जो इन किताबों और पत्रकिऒं मॆं शताब्दीयों से प्रकशीत हुई हॆं,"
00:58:29.689 --> 00:58:34.317
अब ज्यादातर अंकीकरण हो रहें हॆं और कुछ हि निजी उद्योंगों द्वारा बंद किया जा रहें हॆं।"
00:58:34.317 --> 00:58:38.048
"इस बिच में, जिनको इससे बहार रखा जा रहा हॆ, वे सुस्ती से नहीं खडे हॆं।"
00:58:38.048 --> 00:58:40.237
"आप छेद से या चहारदीवारी पर लांघ कर गुप्त तरह से अंदर घूस कर,"
00:58:40.237 --> 00:58:44.454
सूचनाओं को रिहा कर रहें हॆं जो अब तक प्राकाशकों द्वारा बंद कर दिया गया था और अपने उदोस्तों से उसको सहभाजन कर रहें हॆं।"
00:58:44.454 --> 00:58:47.528
"लेकिन ये सब काम अंधेरे में, रहस्यमय गुप्त तरह किया जा रहा हॆ।"
00:58:47.528 --> 00:58:50.863
"इसको चोरी या समुद्री डकैती कहा जा रहा हॆं, जॆसे कि ज्ञान के बंडार का सहभाजन करना"
00:58:50.863 --> 00:58:54.531
"और एक जहाज़ का लूट कर उसके केवटियों का खून कर देना नैतिक मूल्यों से समतुल्य हॆ।"
00:58:54.531 --> 00:58:57.456
"लेकिन सहभाजन करना अनॆतिक नहीं हॆ-यह नॆतिक रूप से अनिवार्य हॆ। "
00:58:57.456 --> 00:59:02.048
"सिर्फ़ वे लोग जिनको लालच ने अंधा बना दिया हॆ अपने दोस्तों को प्रतिरूप बनाना से इनकार कर सकते हॆं।"
00:59:02.048 --> 00:59:04.267
"अन्यायी कानून का पालन करने में कोई न्याय नहीं हॆ।"
00:59:04.267 --> 00:59:08.229
"ये समय हॆ कि सब कोई आपना गोपनियता से बहार निकले और नागरिक आज्ञालंघन के एक भव्य परंपरा में,"
00:59:08.229 --> 00:59:11.820
इस सार्वजनिक संस्कृति के नीजि चोरी का अपना विरोध घोषित करें।"
00:59:12.105 --> 00:59:18.502
घोशणा पत्र को कथित रूप से चार अलग अलग लोगों ने लिखा था, और उसको नोर्टन ने संपादित भी किया था।
00:59:18.502 --> 00:59:21.474
लेकिन स्वार्ट्झ ने उस पर अपने हस्ताक्षर किया था।
00:59:21.474 --> 00:59:28.684
जब ये खत्म हुआ, तो मॆं तुरंत एरोन के पास गई और मॆं ने उसको सब कुछ बताया जो भी मुझे याद था,
00:59:28.684 --> 00:59:30.611
और वह बहुत गुस्सा हो गया।
00:59:34.522 --> 00:59:37.669
जो भी काम मॆं ने किया था, उसका नतीजा ऎसा नहीं होना चाहिए था।
00:59:40.078 --> 00:59:45.576
मॆं ने कुछ भी गलत काम नहीं किया था और सब कुछ गलत हो रहा था।
00:59:47.257 --> 00:59:49.639
लेकिन मॆं ने कभी नहीं ...
00:59:57.302 --> 01:00:00.162
मॆं अभी भी गुस्सा हुं।
01:00:00.789 --> 01:00:06.610
मॆं अभी भी गुस्सा हुं कि आप अपनी पुरी कोशिश कर सकते हो इन लोगों के साथ सही काम करने के लिए,
01:00:06.610 --> 01:00:09.325
और वे लोग सब कुछ आपके खिलाफ़ मोड देंगे,
01:00:09.325 --> 01:00:13.371
और वे किसी भी तरह आपको नुकसान पहुँचायेंगे।
01:00:15.530 --> 01:00:19.297
और उसी समय, मुझे बहुत पछतावा हुआ मॆं ने कहा जो मॆं ने किया ।
01:00:19.991 --> 01:00:23.705
लेकिन मेरा उससे भी बडा पछतावा ये हॆ कि हम इसके बारे में शांत हॆ,
01:00:23.705 --> 01:00:26.087
कि हमें ये बिलकुल ठीक लगता हॆ,
01:00:26.087 --> 01:00:27.662
कि हमें ऎसा न्याय व्यव्स्था ठिक लगती हॆ--
01:00:27.662 --> 01:00:32.080
ऎसी व्यव्स्था जहां लोग आप को झाल में फ़ंसाना चाहते हॆं ताकि वे आपका जीवन बरबाद कर सकें।
01:00:33.080 --> 01:00:35.538
इसीलिए, मॆं चाहती हुं कि मॆं ने वह नहीं कहा था।
01:00:35.538 --> 01:00:41.312
लेकिन मॆं बहुत बहुत गुस्सा हुं कि मॆं अब यहां हुं।
01:00:42.891 --> 01:00:47.505
कि हम लोग इसको ठिक मानते हॆं।
01:00:48.358 --> 01:00:52.617
मुझे लगता हॆ उन्होंनें सारे तरीखें अपनायें जो वे सोच सकते थे
01:00:52.617 --> 01:00:56.887
ताकि वे उससे ऎसी सूचना प्राप्त करें जो एरोन के लिए लाभदायक ना हो,
01:00:56.887 --> 01:01:00.414
और उनके एरोन के अनुशीलता में लाभदायक हो,
01:01:01.964 --> 01:01:07.240
लेकिन मुझे नहीं लगता उसके पास कुछ ऎसा सचूना थी जो सरकार को लाभदायक होती।
01:01:08.029 --> 01:01:12.051
महिनें गुझर गये, स्वार्ट्झ के दोस्त और उसका परिवार आने वाली अभ्यारोपण का इंतजार कर रहे थे ।
01:01:12.062 --> 01:01:17.142
इस दॊरान, स्वार्ट्झ एक विशेषज्ञ बन गया था जीसके पास जाया जा सकता था भूजाल के अनेक विषयों पर।
01:01:17.142 --> 01:01:19.826
[आर.टि. साक्षात्कारकर्ता] ... एक सवाल आपको: क्या आपको लगता हॆ कि भूजाल
01:01:19.826 --> 01:01:25.166
को एक मानव अधीकार मान लेना चाहीए, और जीसको सरकार आप से छीन नहीं सकता?
01:01:25.276 --> 01:01:30.446
हां, जरूर, मेरा मतलब हॆ कि ये धारणा कि राष्ट्रिय सुरक्षा एक वजह हॆ जीसके लिए भूजाल को बंद कर देना चाहिए,
01:01:30.446 --> 01:01:34.017
बिल्कुल ऎसा ही हमने सुना था मिस्र और सिरिया और सब इन देशों में,
01:01:34.017 --> 01:01:38.628
और तो, हां, ये सच हॆ कि "विकिलिक्स(WikiLeaks)" जॆसे वेबसाइट ऎसे कुछ लज्जाजनक वस्तु डाल सकते हॆं
01:01:38.628 --> 01:01:42.553
अमेरीका के सरकार के कामों के बारें में और लोग आयोजीत होगें उसके बारे में प्रतिवाद करने के लिए,
01:01:42.553 --> 01:01:45.511
और अपने सरकार को बदलने कि कोशिश कर सकते हॆं। और ये अच्छी बात हॆ,
01:01:45.511 --> 01:01:50.290
पेहला संशोधन, खुलकर प्रकट करने का अधीकार, सम्मेलन होने कि आजदि सब इसीके बारें में तो हॆ,
01:01:50.308 --> 01:01:55.134
और ये धारणा कि हमें कोशिश कर इसको बंद कर देना चाहिए, मेरे विचार में अमेरीका के मुल्य सिध्धांतो के विरूद्ध हॆ।
01:01:55.238 --> 01:01:57.960
एक सिध्धांत जो मेरे विचार में हमारे संस्थापक पिता समझते ।
01:01:57.960 --> 01:01:59.958
अगर उस समय में भूजाल होता,
01:01:59.958 --> 01:02:04.020
तो संविधान में डाकघर के डालने के बजाय, वे "ऎ.एस.पि" डालते ।
01:02:04.020 --> 01:02:05.575
[आर.टि. साक्षात्कारकर्ता] ये सही में बहुत दिलचस्प बात हॆ कि हम कितना दूर...
01:02:05.575 --> 01:02:10.566
स्वार्ट्झ सक्रियतावादी टेरन स्टॆनब्रिक्नर-कॊफ़्फ़मेन से मिला और वे दोनों एक दूसरे के साथ घुमने लगे ।
01:02:10.656 --> 01:02:12.218
[एरोन] हमें एक विशाल विश्वभर से सार्वजनिक विरोध कि जरूरत हॆ।
01:02:12.218 --> 01:02:15.190
[टेरन] अगर विशाल विश्वभर से सार्वजनिक विरोध नहीं हॆ, तो उससे कोई बदलाव नहीं आयेगा।
01:02:15.190 --> 01:02:18.961
- इस शेहर के चार लोग एक विशाल विश्वभर से सार्वजनिक विरोध को उकसा सकते हॆं।
01:02:18.961 --> 01:02:21.952
- हमें याचिका हस्ताक्षरक चाहिए ।
01:02:22.120 --> 01:02:25.489
उसको कुछ भी सुनिश्चित वर्णन किये बिना, उसने उसको चेतावनी दिया कि वह कुछ ऎसा कर रहा था
01:02:25.489 --> 01:02:27.688
जीसको उसने बस कहा कि "बुरा काम"
01:02:27.688 --> 01:02:33.039
और मॆं बहुत ही मूर्खतापूर्ण अनुमान लगा रही थी जॆसे कि उसका एलिझबेथ वोर्रेन के साथ प्रेम संबंध चल रहा था या ऎसा ही कुछ।
01:02:33.089 --> 01:02:37.890
मेरा अंदाज़ा दोनों हिल्लेरि क्लिनटन और एलिझबेथ वोर्रेन पर था, लेकिन ...
01:02:38.284 --> 01:02:41.720
जुलॆ के कुछ अंतिम दिनों में, एरोन ने मुझे दूरवाणि कि,
01:02:42.284 --> 01:02:47.433
और मॆं ने जब उसका जवाब दिया, तो उसने कहा, ""गलत काम" के बारे में कल अखबार में आ सकता हॆ।
01:02:47.433 --> 01:02:49.831
क्या तुम चाहती हो कि मॆं तुमें बताऊं या तुम उसको कल अखबार में पडना चाहती हो?"
01:02:49.831 --> 01:02:52.453
और मॆं ने उसको कहा, "मॆं चाहती हुं कि तुम ही मुझे बताओ ।"
01:02:53.433 --> 01:02:58.472
और उसने कहा, "मुझे गिरफ्तार कर दिया हॆ
01:02:58.490 --> 01:03:03.419
क्योंकि मॆं ने बहुत सारे आध्यात्मिक पत्रकार के लेख को प्राप्त किया था और वे मेरा इस्तमाल कर एक उदाहरण बनाना चाहते हॆं।
01:03:04.329 --> 01:03:11.163
और मॆं ने कहा, "क्या यही बात थी? यही वह बडा झमेला था? सही में? ये तो एक बडे झमेला जॆसा नहीं लगता। "
01:03:11.195 --> 01:03:17.283
14 जुलॆ, 2011 को, संघीय अभियोक्ता ने स्वार्ट्झ को चार अपराधों का दोष लगाया।
01:03:17.482 --> 01:03:24.174
जीस दिन उस पर दोष लगाये गये उसी दिन इंगलॆंड में दो लोग जो "लल्झसेक" के हिस्सा थे उनको गिर्फ़तार किया गया,
01:03:24.634 --> 01:03:30.134
और कुछ असली हेकरों को भी। और एरोन ऎसा कोई था जो एक हेकर जॆसा दिखता था,
01:03:30.134 --> 01:03:34.917
और वही काफ़ि था उनके लिए उसका सर काट कर उसको फ़ाटक पे प्रदर्शन करने के लिए ।
01:03:35.022 --> 01:03:38.242
एरोन समर्पण करने गया, लेकिन उसको गिर्फ़तार कर लिया गया।
01:03:39.468 --> 01:03:42.220
फ़िर उसके कपड़े उतार कर तलाशी लि गई,
01:03:42.638 --> 01:03:48.343
उसके जूते का फीता ले लिया गया, कमर बंध ले लिया गया और उसको एकान्त कारावास में छोड दिया गया।
01:03:50.115 --> 01:03:54.537
मेस्सेचुसेट्टस झील्ला के प्रतिनिधि वकिल के दफ़्तर ने एक बयान जारी किया
01:03:54.549 --> 01:03:57.882
कि, "स्वार्ट्झ को 35 साल कि कॆद सझा हो सकता हॆ,
01:03:57.882 --> 01:04:00.790
जीसके बाद उसको तीन साल कि निरीक्षण रिहा,
01:04:00.790 --> 01:04:06.012
प्रत्यर्पण, अपहार और दस लाख डोल्लर्स तक का जुर्माना हो सकता हॆ।
01:04:06.276 --> 01:04:09.370
उसको एक लाख डोल्लर्स के जमानत पर रिहा किया गया।
01:04:09.370 --> 01:04:12.288
उसी दिन, जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) जो इस मुकदमे का प्राथमिक पीड़ित था,
01:04:12.288 --> 01:04:17.769
स्वार्ट्झ के विरुद्ध, औपचारिक रूप से सारे आरोपों को वापस ले लिया और मुकदमें को आगे अनुसरण करने से इन्कार कर दिया।
01:04:18.079 --> 01:04:21.575
जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) -- हमारे दोस्त नहीं थे, वे हमारे लिए सहायक या उपयोगी नहीं थे,
01:04:21.575 --> 01:04:25.385
लेकिन वे लोगों ने बस कह दिया, "हम लोग इसके भागेदार नहीं हॆ।"
01:04:25.385 --> 01:04:30.800
जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) और उनके मूल कंप्नी, "इतिहका" ने भी हमसे इस चलचित्र के लिए बात करने से टाल दिया।
01:04:30.868 --> 01:04:33.524
लेकिन उस समय में, उन्होंने एक बयान जारी किया था, बताते हुए,
01:04:33.538 --> 01:04:37.696
"यह सरकार का निर्णय था कि इस मुकदमे को आगे ले जाना हॆ, जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) का नहीं।"
01:04:38.497 --> 01:04:42.739
और हमें लगा कि इससे मुकदमा खत्म हो जायेगा।
01:04:42.739 --> 01:04:48.230
कि हम स्टिव हॆमेन्न को मुकदमे को बंद करने पे मजबुर कर सकते हॆं या उसे विवेकपूर्ण तरह का भुगतान कर सकते हॆं।
01:04:48.654 --> 01:04:50.762
लेकिन सरकार ने मना कर दिया।
01:04:51.149 --> 01:04:52.856
[कथावाचक] क्यों?
01:04:55.138 --> 01:04:58.375
क्योंकि मुझे लगता हॆ वे एरोन को इस्तमाल कर एक उदाहरण बनाना चाहते हॆं,
01:04:58.375 --> 01:05:01.988
और उन्होंने कहा कि वे चाहते थे --उनका तर्क कि क्यों वे
01:05:01.988 --> 01:05:05.349
उसको अपराधी करार कर उसको कारागार में समय बिताने पर अडे थे
01:05:05.349 --> 01:05:13.255
ये था कि वे इस किस्से को इस्तमाल करना चाहते थे ताकि ये किस्सा निवारण का कारण हो . उन्होंने ये हम से कहा।
01:05:13.255 --> 01:05:15.319
[साक्षात्कारकर्ता] उन्होंने ये आप से कहा?
- हां।
01:05:15.320 --> 01:05:17.257
- ये एक उदाहरण बनने वाला हॆ?
- हां।
01:05:17.263 --> 01:05:19.810
- उसका एक उदाहरण बनाया जायेगा?
- हां।
01:05:20.025 --> 01:05:22.030
स्टिव हॆमेन्न ने ऎसा कहा।
01:05:22.030 --> 01:05:26.369
निवारण किस के लिए? क्या ऎसे लोग हॆं जो जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) में संलेखन कर
01:05:26.369 --> 01:05:30.154
लेख प्राप्त कर रहें हॆं अपनी राजनॆतिक विचार दर्शाने के लिए? मेरा मतलब हॆ कि वे किसका निवारण कर रहें हॆं?
01:05:30.154 --> 01:05:34.611
ओबामा प्रशासन के इस ढंग को समझने में आसानी होती
01:05:34.611 --> 01:05:37.441
कि ये कदाचित एक निवारण का तरीखा था
01:05:37.441 --> 01:05:41.146
अगर ये एक प्रशासन होता,
01:05:41.146 --> 01:05:43.525
उदाहरण स्वरूप में,जीसने अभियोग चलाया होता, विवादास्पद रूप से, इस देश के सबसे बडा
01:05:43.525 --> 01:05:45.527
आर्थिक अपराध जो इस देश में कभी पिछले सॊ साल में नहीं हुआ था --
01:05:45.527 --> 01:05:49.630
वे अपराध जो प्रतिबद्ध किये गये जीससे वोल स्ट्रिट आर्थिक संकट में आ गया था।
01:05:50.101 --> 01:05:52.532
जब आप छुने हुए लोगों पर
01:05:52.532 --> 01:05:56.613
निवारण का अविवादग्रस्त तरिखा
01:05:56.613 --> 01:05:58.454
तॆनात करना शुरू करते हॆं,
01:05:58.455 --> 01:06:02.139
तब आप कानून थोडने का अपक्षपाती विश्लेषण बंद कर देते हॆं
01:06:02.139 --> 01:06:06.893
और आप अपने कानून अमल करने के संसाधन को
01:06:06.902 --> 01:06:10.390
बस राजनॆतिक सिद्धान्त के आधार पर तॆनात करना शूरू कर दिया,
01:06:10.390 --> 01:06:15.949
ये ना सिर्फ़ अलोकतंत्रीय हॆ, ये तथाकथित अमेरिका के सिद्धान्तों के भी खिलाफ़ हॆ।
01:06:19.319 --> 01:06:24.146
अभियोक्ता स्टिफ़न हॆमन्न ने बाद में एम.ऎ.टि.(MIT) के बहारी वकील से कहा था
01:06:24.146 --> 01:06:26.587
कि वह तिनका जीसने उंठ कि पिठ थोडी, वह थी
01:06:26.587 --> 01:06:31.467
"प्रगति मांगें (Demand Progress)" का, एक संस्था जीसको स्वार्ट्झ ने स्थापित किया था, अखबारों के लिए बयान।
01:06:31.473 --> 01:06:35.590
एम.ऎ.टि.(MIT) के हिसाब से, हॆमेन्न ने इस समर्थन के छोठि बयान प्रतिक्रिया दिया कि,
01:06:35.590 --> 01:06:39.596
ये एक "जंगली भूजाल का अभियान" हॆ और एक "मूर्खतापूर्ण प्रयास" हॆ
01:06:39.596 --> 01:06:44.036
जीसकि वजह से ये मुकदमा दो आदमियों के बीच के बदले संस्थाओं के बीच हो गया था।
01:06:44.036 --> 01:06:48.622
ये बहुत ही जहरीला मिश्रिण था, एक अभियोक्ता जो अपनी इज्जत नहीं गवांना चाहता था,
01:06:48.622 --> 01:06:52.987
जीसकि निकट भविष्य में राजनिती में भूमिका शूरु हो सकती थी और हो सकता हॆ वह नहीं चाहता था कि इस किस्से पे उसको आगे कोई तंग करें।
01:06:52.987 --> 01:06:57.529
आप ने इतना कर का पॆसा ऎसे आदमी को गिरफ़्तार करने में लगाया इसीलिए क्योंकि उसने ग्रंथालय से बहुत सारे किताब बहार ले गया,
01:06:57.529 --> 01:07:01.015
और फ़िर आप को न्यायालय में इसके लिए माफ़ी मांगनि पडी? एक दम नहीं।
01:07:01.015 --> 01:07:05.550
मॆं ने फ़िर एम.ऎ.टि.(MIT) पर अनेख तरह से दबाव डालने कि कोशीश किया ताकि
01:07:05.550 --> 01:07:10.739
वे सरकार के पास जाकर, गुजारिश करें कि इस मुकदमे को रोख दिया जाए ।
01:07:11.472 --> 01:07:14.528
[साक्षात्कारकर्ता] एम.ऎ.टि.(MIT) का इस पर क्या प्रतिक्रिया थी?
01:07:14.634 --> 01:07:18.614
उस समय उनकि ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं थी।
01:07:22.631 --> 01:07:25.613
एम.ऎ.टि.(MIT) ने एरोन का कोई बचाव नहीं किया
01:07:25.613 --> 01:07:30.307
जो एम.ऎ.टि.(MIT) समुदाय के लोगों के लिए काफ़ि चौंका देनेवाली बात थी,
01:07:30.307 --> 01:07:35.667
क्योंकि एम.ऎ.टि.(MIT) एक ऎसा जगह हॆ जो हेकर संस्कृति को सबसे बडे रुप में प्रोत्साहित करता हॆ।
01:07:35.716 --> 01:07:40.728
एम.ऎ.टि.(MIT) में, ये भाव कि आप ऎसे छत और सुरंगों में जा कर घुमना जहां आप को अनुमति नहीं हॆ,
01:07:40.728 --> 01:07:45.831
ना सिर्फ़ निकास का एक अधीकार था, वह एम.ऎ.टि.(MIT) के यात्रा का हिस्सा भी था,
01:07:45.831 --> 01:07:50.313
और ताला खोलना एक शीत ऋतु का एक पाठ्यक्रम था एम.ऎ.टि.(MIT) में।
01:07:50.553 --> 01:07:55.753
उनके पास एक मॊलिक अधिकार था इसको रोखने का।
01:07:56.233 --> 01:08:01.691
एम.ऎ.टि.(MIT) कभी नहीं एक ऎसा दृष्टिकोण रखा जहां उन्होंने एफ़.बि.ऎ. अधीकारों से कहा, "आप ऎसा मत कि जिये ।"
01:08:01.691 --> 01:08:06.197
"हम नहीं चाहते कि आप ऎसा करें। आप अति प्रतिक्रिया जाता रहें हॆं। ये बहुत ही सख्त हॆ।"
01:08:06.197 --> 01:08:08.334
... जीतना मुझे जानकारि हॆ।
01:08:08.334 --> 01:08:14.474
उन्होंनें ने एक उधोग जॆसा बर्ताव किया। उन्होंनें एक तरह सरकार कि मदद कि,
01:08:14.486 --> 01:08:21.196
हमारी मदद नहीं कि, जब तक उनको ऎसा न लगा कि उनको करना चाहिए और उन्होंनें कभी इसको रोखने कि कोशीश नहीं किया।
01:08:22.345 --> 01:08:25.229
एम.ऎ.टि.(MIT) ने उनके टिप्पणी के हमारे लगातार अनुरोध को इनकार कर दिया,
01:08:25.229 --> 01:08:30.006
लेकिन उन्होंनें बाद में एक विवरण जारी किया ये कहेते हुए कि उन्होंनें निरपेक्षता कि दृष्टिकोण रखने कि कोशीश किया था,
01:08:30.006 --> 01:08:35.952
और वे मानते थे कि हॆमेन्न और अमेरीका के वकिलों का दफ़्तर को परवाह नहीं थी कि इस मुकदेमें में एम.ऎ.टि.(MIT) का क्या विचार था।
01:08:35.952 --> 01:08:41.848
एम.ऎ.टि.(MIT) का बर्ताव उसके मुल्य सिद्धांतों के विरुध था।
01:08:41.848 --> 01:08:47.158
आप ये तर्क दे सकते हॆं कि एम.ऎ.टि.(MIT) ने इस विषय पे चूपि रखी और ऎसा करना उसके लिए ठिक था,
01:08:47.158 --> 01:08:52.599
लेकिन ऎसा भा लेना, ऎसा निरपेक्ष भाव लेना, अपने आप में ही, अभीयोक्ता के सहयोग में भाव लेना था।
01:08:52.676 --> 01:08:55.831
अगर आप स्टिव जोब्स और स्टिव वोजनियाक को देख थे हो,
01:08:55.831 --> 01:09:01.451
उन्होंनें एक निले डब्बे को बेचने से शुरु किया था जीससे दुरवाणि उध्योगों को ठगा जा सकता था।
01:09:01.627 --> 01:09:04.671
अगर आप बिल्ल गेट्स और पॊल एलन को देखते हॆं,
01:09:04.671 --> 01:09:08.430
उन्होंनें आपनी उद्योग कि शुरुआत हारवर्ड के कंप्युटर का समय उपयोग कर किया था,
01:09:08.430 --> 01:09:11.441
जो नियोमों के प्रतिकुल हॆ।
01:09:11.462 --> 01:09:13.332
एरोन में और इन लोगों में जीनका मॆं ने अभी जीक्र किया, ये अंतर था कि
01:09:13.332 --> 01:09:17.952
एरोन इस दुनिया को एक बेहतर जगह बनाना चाहता था, वह बस पॆसा नहीं कमाना चाहता था।
01:09:18.984 --> 01:09:23.151
स्वार्ट्झ अनेख भूजाल के विषयों पर स्पष्ट वक्ता बन गया था।
01:09:23.624 --> 01:09:28.850
भूजाल इसीलिए काम करता हॆ क्योंकि वह विचारों का एक प्रतियोगी बजार हॆ,
01:09:28.850 --> 01:09:32.978
और हमें इस विषय पे ध्यान देना चाहिए कि हम सरकार से कॆसे और ज्यादा सूचनायें प्राप्त करें, और ज्यादा अभिगम्यता हो,
01:09:32.978 --> 01:09:38.484
और ज्यादा चर्चा, और ज्यादा वादविवाद लेकिन इसके बदले कोंग्रेस सब कुछ बंद करने पे ध्यान दे रही हॆ।
01:09:38.670 --> 01:09:44.319
एरोन को लगता था कि वह लोगों को स्पष्ट रूप से समझाने से दुनिया को बदल सकता हॆ।
01:09:44.368 --> 01:09:48.728
[आर. टि. साक्षात्कारकर्ता] फ़ेल्म सही में आपके कंप्युटर को नियन्त्रण कर सकता और आप के खिलाफ़ जासूसी कर सकता हॆ।
01:09:48.738 --> 01:09:52.238
एरोन आप का स्वागत हॆ। हमें बहुत खुशी हॆ कि आप हमारे कार्यक्रम में फ़िर से आए हॆं।
01:09:52.238 --> 01:09:56.485
जॆसे गुप्तचर पुराने दिनों में, माइक्रोफोन लगा कर सुना करते थे कि आप लोगों से क्या बात कर रहे हो,
01:09:56.485 --> 01:09:58.957
अब वे कंप्युटर का इस्तमाल करते हॆ।
01:09:58.957 --> 01:10:01.726
[कथावाचक] स्वार्ट्झ का राजनॆतिक कार्यक्रम चलता रहा,
01:10:01.726 --> 01:10:06.676
उसका ध्यान पडा एक विधेयक पर जो कोंग्रेस पारित करने वाली थी जो भूजाल में होने वाली साहित्यिक चोरी को रोखने के लिए रूपांकित किया गया था।
01:10:06.795 --> 01:10:08.709
उसको "सोपा(SOPA)" कहा जाता था।
01:10:08.944 --> 01:10:12.724
पिटर एक्करस्लि जॆसे सक्रियतावादी इसको बहुत ही गलत मानते थे,
01:10:12.724 --> 01:10:16.131
जो भूजाल के तकनीकी अखंडता को ही बरबाद कर देता।
01:10:16.131 --> 01:10:18.419
[एक्करस्लि] और मॆं ने सबसे पहले एरोन को दूरवाणि किया।
01:10:18.419 --> 01:10:21.622
और मॆं ने कहा, "क्या हम इसके खिलाफ़ भूजाल पर एक बडा अभियान कर सकते हॆं?"
01:10:21.622 --> 01:10:24.466
"ये विधेयक मुद्राधिकार के बारे में नहीं हॆ।"
01:10:24.786 --> 01:10:26.276
"ये नहीं हॆ?"
01:10:26.418 --> 01:10:30.198
"नहीं" उसके कहा, "ये विधेयक हमारे एक दूसरे के साथ जुड़ने कि आजादी के बारें में हॆ।"
01:10:30.345 --> 01:10:32.463
अब मॆं ध्यान से सुन रहा था।
01:10:32.463 --> 01:10:35.922
और वह इसके बारे में थोडी देर सोचा और फ़िर बोला, "ठिक हॆ।"
01:10:35.922 --> 01:10:38.088
और उसने जाकर "प्रगति मांगें (Demand Progress)" कि स्थापना कि।
01:10:38.088 --> 01:10:44.184
"प्रगति मांगें (Demand Progress)" एक भूजाल पर अभियान चालाने के लिए संस्था हॆ, हमारे पास अभी लगभग 15 लाख सदस्य हॆं,
01:10:44.184 --> 01:10:47.231
लेकिन हम ने 2010 के शरद् ऋतु में शुरु किया था।
01:10:47.262 --> 01:10:50.092
इस देश के ऎसे लोगों के समुदाय में जो समाजीक न्याय के विषयों पर संघीय स्थर पर नेतृत्व करने कि मदद करते थे,
01:10:50.092 --> 01:10:55.390
उसमें एरोन एक बहुत ही मह्त्वपूर्ण आदमी था।
01:10:55.390 --> 01:11:01.193
सोपा(SOPA) एक ऎसा विधेयक था जीसका इरादा था भूजाल पर चलते संगीत और चलचित्र के साहित्यिक चोरी को काटना,
01:11:01.193 --> 01:11:06.993
लेकिन वह इस तरह से बनाया गया था जॆसे छुरी उपयोग करने कि जगह हथॊडा उपयोग किया जा रहा था।
01:11:07.161 --> 01:11:13.124
अगर वह पारित हो जाता, कानून किसी भी उद्योग को पूरे भूजाल के वेबसाइट को पॆसे डालने से रोख देता बिना कोई भी आवशयक विधि का पालन किये बिना,
01:11:13.124 --> 01:11:16.334
या गुगल को भी मजबुर करता कि वह ये सम्पर्क को वर्जित कर दें।
01:11:16.334 --> 01:11:20.583
उनको बस मुद्राधिकार का उल्लंघन का केवल एक दावा चाहिए।
01:11:20.583 --> 01:11:26.780
इसमें पारंपरिक माध्यम के दानव और बहुत ही प्रबुद्ध और अधुनिक मिश्रण के संस्कृति को एक दुसरे के साथ भीडा जा रहा था।
01:11:26.780 --> 01:11:30.227
इससे हर एक व्यक्ति जो एक वेबसाईट चला रहा था उसको एक पोलिस बना रहा था,
01:11:30.227 --> 01:11:33.609
और अगर उन्होंने अपना काम जो था कि उनके साईट से कोई भी संभवतः गैर कानूनी काम ना करें,
01:11:33.609 --> 01:11:38.799
सही से नहीं किया, तो उनका पूरा साईट को बंद किया जा सकता था बिना कोई मुकदमे के ।
01:11:38.848 --> 01:11:43.421
ये बहुत ही खराब था, एक दम प्रलय जॆसे।
01:11:43.421 --> 01:11:51.632
ये विधेयक भूजाल को उपयोग करने वालों के बातचीत और नागरीक आज़ादी के खिलाफ़ बहुत ही गंभीर धमकी था।
01:11:51.632 --> 01:11:55.574
ऎसे बहुत कम लोग थे जो कह रहे थे, "हम लोग साहित्यिक चोरी के पर में नहीं हॆ,
01:11:55.574 --> 01:12:00.267
लेकिन इसमें कोई विवेकता नहीं हॆ कि हम इसके लिए भूजाल का वास्तुशिल्प को ही बरबाद कर दें,
01:12:00.267 --> 01:12:05.672
क्षेत्र नाम व्यवस्था और वह सब जिसकि वजह से भूजाल स्वंत्र और खुला हॆ, बस साहित्यिक चोरी के नाम पे,
01:12:05.672 --> 01:12:07.437
और एरोन को ये बहुत ही जळ ही समझ में आ गया।
01:12:07.437 --> 01:12:11.557
वे स्वंत्रता, जो हमारी संविधान हमें आश्वस्त करता हॆ, वे स्वंत्रता जीन पर हमारा देश स्थापित हुआ था
01:12:11.557 --> 01:12:13.739
अचानक ही मिटा दिया जाता।
01:12:13.739 --> 01:12:18.611
नये तकनीक,जीनसे हमें और ज्यादा स्वतंत्रता प्राप्त होनी चाहिए थी, हमारे मूलभूत अधिकारों को ही छिन लेती
01:12:18.611 --> 01:12:21.282
जो हमने हमेशा से ही अनुमत मान लिया था।
01:12:21.282 --> 01:12:27.260
और मुझे उस दिन ये समझ में आया, पिटर से बात करते हुए, कि मॆं ऎसा नहीं होने दे सकता था।
01:12:28.483 --> 01:12:32.925
जब "सोपा(SOPA)" का प्रस्ताव किया गया था ओक्टोबर 2011 में, उसका पारीत होना अनिवार्य माना जा रहा था।
01:12:32.925 --> 01:12:37.417
हमारी योजना, जब उसके बारे में हमें पहले पता चला, ये था कि हम आशा से उसको पारीत होने में देरी कर सकें,
01:12:37.417 --> 01:12:41.367
सम्भवतः उसको थोडा ही सही कमजोर कर सकें, लेकिन हमने भी
01:12:41.367 --> 01:12:44.828
ये नहीं सोचा था कि हम इस विधेयक को रोख सकते हॆं।
01:12:45.680 --> 01:12:51.460
वोशींगटन में काम करते हुए, आप ये सिख जाने हॆं, कि औसतन वोशींगटन में,
01:12:51.460 --> 01:12:57.700
व्यवस्थापक लडाईयां धनी उद्योगों के मुनाफ़े के अलग-अलग टोलीयों के बीच कि लडाईयां होती हॆ।
01:12:57.700 --> 01:13:02.093
वे सब एक दूसरे से लड रहें हॆं कानून प्रारीत करने के लिए और ऎसी लडाई सबसे नजदीकि होतीं हॆं
01:13:02.093 --> 01:13:07.073
जीनमें आप के पास उद्योगों कि एक टोली के फ़ाईदे के खिलाफ़ उद्योगों कि एक और टोली के फ़ाईदे हॆं,
01:13:07.073 --> 01:13:10.747
और वे दोनों आर्थिक रूप से बराबर हॆं अभियान के योगदान और उपशाला के मामले में।
01:13:10.747 --> 01:13:12.661
ये लडाई सबसे बराबरी का होता हॆ।
01:13:12.661 --> 01:13:16.413
ऎसे विधेयक जीनमें कुछ भी लडाई नहीं होती, औसतन, ऎसे होते हॆं
01:13:16.413 --> 01:13:20.676
जीसमें सारा पॆसा एक तरफ़ होता हॆ, सारे उद्योग एक तरफ़ होता हॆं,
01:13:20.691 --> 01:13:23.603
और दूसरी तरफ़ लाखों लोग होते हॆं।
01:13:25.067 --> 01:13:30.369
मॆं ने कभी पिपा(PIPA) और सोपा(SOPA) जॆसे विधेयक नहीं देखा अपने पुरे राजकीय सेवा में।
01:13:31.046 --> 01:13:37.150
इस विधेयक के चालिस से भी ज्यादा अमेरीका के सभासद सहप्रायोजक थे,
01:13:37.150 --> 01:13:40.534
जीसका मतलब था कि वे लोग पहले से ही बहुत ही आगे निकल गये थे
01:13:40.534 --> 01:13:43.968
साठ मत प्राप्त करने में जीससे ये विधेयक सारी प्रक्रियात्मक घेरा से मुक्त हो सकें ।
01:13:44.456 --> 01:13:47.603
मॆं भी अपने आप पर शक करने लगा। ये बहुत ही कठिन समय था।
01:13:48.112 --> 01:13:53.471
स्वार्ट्झ और "प्रगति मांगें (Demand Progress)" संस्था ने विशाल समर्थन विन्यास किया पारंपरिक पहुँच द्वारा,
01:13:53.471 --> 01:13:59.267
और "ऎ.पि.(IP)" पर दूरवाणि के सम्मेलिन के द्वारा, जीससे लोग कोंग्रेस को आसानि से दूरवाणि कर सकें।
01:14:00.011 --> 01:14:03.847
मॆं ने कभी किसी और से नहीं मिला जो उसके जीतना चतुराई से काम कर सकता था
01:14:03.847 --> 01:14:07.985
दोनों तकनिकी मामलों में भी और अभियान के मामलों में भी।
01:14:08.607 --> 01:14:12.669
लाखों लोगों ने कोंग्रेस को संपर्क किया और सोपा के खिलाफ़ याचना में अपना हस्ताक्षर किया।
01:14:12.948 --> 01:14:15.381
कोंग्रेस चॊंक गया था।
01:14:15.381 --> 01:14:20.433
एक अजीब एहसास था जब उन अनभिज्ञ कोंग्रेस के सदस्यों को इस विधेयक पर वाद विवाद करते देख कर,
01:14:20.433 --> 01:14:22.690
उनको देखते हुए ये जोर डालते हुए कि वे भूजाल को नियंत्रित कर सकते हॆं,
01:14:22.690 --> 01:14:25.248
और कुछ पढ़ाकू लोग उनको रोख नहीं सकते ।
01:14:25.248 --> 01:14:26.390
मॆं पढ़ाकू नहीं हुं।
01:14:26.391 --> 01:14:27.928
मॆं उतना पढ़ाकू नहीं हुं...
01:14:27.928 --> 01:14:31.120
शायद हमें कुछ पढ़ाकू लोगों से पुछना चाहिए कि ये चीज सही में करता क्या हॆं [हँसी]।
01:14:31.120 --> 01:14:33.353
चलो हम एक सुनवाई करते हॆं, पढ़ाकू लोगों को ले कर आओ...
01:14:33.353 --> 01:14:35.830
[हँसी]
01:14:35.830 --> 01:14:37.549
[सचमुच?]
01:14:37.549 --> 01:14:40.087
[हँसी]
01:14:40.087 --> 01:14:41.375
"पढ़ाकू"?
01:14:41.375 --> 01:14:42.101
[हँसी]
01:14:42.101 --> 01:14:45.658
मुझे लगता हॆ, वास्तव में आप जो शब्द धुंड रहें हॆं, वह हॆ "विशेषज्ञ"...
01:14:45.658 --> 01:14:47.095
[हँसी]
01:14:47.095 --> 01:14:51.605
ताकि वे आपको ज्योतिमान कर सकें जीससे आपके कानून निष्फल न हो [दर्शकों कि हँसी और वाहवाही]
01:14:51.605 --> 01:14:53.094
और भूजाल को थोड दें।
01:14:53.094 --> 01:14:56.639
हम "पढ़ाकू" शब्द का उपयोग करते हॆं लेकिन हम इसका उपयोग कर सकते हॆं क्योंकि हम "पढ़ाकू" हॆं।
01:14:56.639 --> 01:15:01.575
ये हक़ीक़त कि ये विधेयक इतना दूर पहुंचा, किसी भी तकनिकी विशेषज्ञ से बात किए बिना,
01:15:01.575 --> 01:15:04.808
बतलाता हॆ कि इस शहर में कुछ तो गड़बड़ हॆ।
01:15:04.808 --> 01:15:12.138
मॆं ऎसे किसी का इंतजार कर रहा हुं जो इस संस्था के सामेने आ सकता हॆ और प्रमाणित करें एक सुनवाई में और कहे, "इस कारण के लिए ये गलत हॆ।"
01:15:12.269 --> 01:15:15.411
ऎसा एक दफ़्तर हुआ करता था जो विज्ञान और तकनिकी के बारे में सलाह देता था,
01:15:15.411 --> 01:15:19.208
और सदस्य उनके पास जा सकते थे और कह सकते थे, "मुझे इस विषय को समझने कि मदद किजिये।"
01:15:19.208 --> 01:15:22.295
और गिंगरिछ ने उसको समाप्त कर दिया। उसने कहा कि पॆसे व्यर्थ में खर्च हो रहा हॆ।
01:15:22.295 --> 01:15:26.188
और तब से, कोंग्रेस में जॆसे अंधकार के युग में डूब गया हॆ।
01:15:26.219 --> 01:15:29.744
मुझे नहीं लगता किसी ने भी सोचा था कि हम सोपा(SOPA) को रोख सकते हॆं, एरोन ने भी।
01:15:30.274 --> 01:15:34.533
ये कोशीश करने योग्य था, लेकिन ऎसा नहीं लगता था कि उसको जीता जा सकता था,
01:15:34.533 --> 01:15:38.583
और मुझे याद हॆ, कुछ महीने बाद में, मुझे याद हॆ मेरी तरफ़ देख कर उसने बोला,
01:15:38.583 --> 01:15:40.670
"मुझे लगता हॆ कि हम इसको जीत सकते हॆ।"
01:15:40.670 --> 01:15:42.719
और मॆं ने कहा, "ऎसा होगा तो बहुत ही अद्भुत होगा।"
01:15:44.249 --> 01:15:46.434
कोंग्रेस को दूरवाणि जारी रहा।
01:15:46.434 --> 01:15:50.137
जब क्षेत्र नाम मेज़बान साइट, "गो डेडि(Go Daddy)" इस विधेयक का समर्थक बना,
01:15:50.137 --> 01:15:55.212
इसके विरोध में हजारों कि संख्या में उसके उपभोक्ता ने अपने क्षेत्र नाम तबदीली करने लग गये।
01:15:55.212 --> 01:16:00.146
एक ही हफ़्ते में, नम्र हुआ "गो डेडि(Go Daddy)" ने सोपा(SOPA) के प्रति अपने दृष्टिकोण को उलटा दिया।
01:16:00.146 --> 01:16:06.303
जब कोंग्रस के सदस्य जो संगित और चलचित्र उद्योगों का समर्थन कर रहे थे,
01:16:06.303 --> 01:16:10.389
इस प्रतिक्षेप का उनको एहसास हुआ, उन्होंने विधेयक को थोडा सा घटा दिया।
01:16:10.389 --> 01:16:15.881
आप देख सकते थे कि कॆसे रेखा मुड़ रही थी। आप देख सकते थे कि लोग हमारे तर्क को समझ रहे थे ।
01:16:15.881 --> 01:16:18.904
इस प्रकार था कि एरोन एक माचिस कि तिली जला था और उसको भूझा दिया जा रहा था,
01:16:18.904 --> 01:16:20.715
और वह फ़िर एक और जला रहा था और फ़िर उसको भूजा दिया जा रहा था,
01:16:20.715 --> 01:16:24.082
और फ़िर उसने इतना आग जलाने की छोटी लकड़ियाँ इकठ्ठा कर लिया था कि आखिरकार आग जल गयी,
01:16:24.082 --> 01:16:26.500
और वह एक बडी गर्जति हुई ज्वाला बन गयी।
01:16:26.910 --> 01:16:31.373
16 जनवरी 2012 में, राष्ट्रभवन ने एक बयान जारी किया
01:16:31.373 --> 01:16:34.258
जीसमें उन्होंने कहा कि वे इस विधेयक का समर्थन नहीं कर रहे थे ।
01:16:34.258 --> 01:16:36.202
और फ़िर ये हुआ:
01:16:36.202 --> 01:16:40.202
"मॆं मानता हुं कि हमें साहित्यिक चोरी के मामले में कुछ करना चाहिए,
01:16:40.202 --> 01:16:44.744
और हमें उसे बहुत गंभीरता से लेना चाहिए, लेकिन ये विधेयक इसके लिए सही विधेयक नहीं हॆ।"
01:16:44.744 --> 01:16:48.857
जब जिम्मि वेल्स ने इसके लिए अपना समर्थन दिया विकिपिडिया को पूरी तरह से एक दिन के लिए बंद कर देने के लिए,
01:16:48.857 --> 01:16:52.369
दुनिया का पांचवा सबसे लोकप्रिय वेबसाइट,
01:16:52.369 --> 01:16:58.530
ये वह वेबसाइट हॆ जीसमें भूजाल में होने वाले किल्क के सात प्रतिशत इसमें होते हॆं।
01:16:58.530 --> 01:17:00.129
विकिपिडिया पूरी तरह से बंद हो गया।
01:17:00.129 --> 01:17:01.511
रेड्डिट पूरी तरह से बंद हो गया।
01:17:01.511 --> 01:17:03.300
क्रेग्सलिस्ट पूरी तरह से बंद हो गया।
01:17:03.300 --> 01:17:06.109
केपिटल हिल के दूरवाणि तार पिगलने लग गये ।
01:17:06.109 --> 01:17:10.835
कोंग्रेस के सदस्य उतावले हो गये अपने बयान को देने में इस विधेयक से अपना समर्थन वापिस लेने में
01:17:10.835 --> 01:17:13.147
जीसको दो दिन पहले वे प्रोत्साहित कर रहे थे ।
01:17:13.546 --> 01:17:17.838
चॊबिस घंटे में, कोंग्रस में सोपा(SOPA) के विरोधीयों कि संख्या
01:17:17.853 --> 01:17:19.167
इस तरह से बदली ...
01:17:19.167 --> 01:17:20.701
ऎसे ।
01:17:22.706 --> 01:17:29.815
भूजाल के बंद के दिन, कोंग्रस के सदस्यों को और सभासदों को धीरे से दल बदलते हुए देखना
01:17:29.821 --> 01:17:31.385
अविश्वसनीय था।
01:17:31.385 --> 01:17:34.568
करिब सॊ प्रतिनिधियों ने अपना विचार बदला।
01:17:34.568 --> 01:17:38.734
और तब, हालाकि मुझे विश्वस करने में मुशकिल हो रहा था, इन सबके बाद,
01:17:38.734 --> 01:17:40.756
हम जीत गये थे ।
01:17:40.759 --> 01:17:42.469
वह चीज जो हमने सोचा था कि नामुमकिन हॆ,
01:17:42.469 --> 01:17:46.409
जीसको दुनिया के कुछ सबसे बडे उद्योगों ने हमें एक ख़याली पुलाव जॆसे मान लिया था,
01:17:46.409 --> 01:17:48.207
मुमकिन हो गया था।
01:17:48.552 --> 01:17:50.467
हमने कर दिया था।
01:17:50.803 --> 01:17:52.689
हम जीत गये।
01:17:55.405 --> 01:17:58.571
ये एक ऐतिहासिक हफ़्ता हॆ भूजाल के राजनीति में, शायद अमेरिका के राजनीति में।
01:17:58.571 --> 01:18:03.838
वोशींगटन के लोगों से, जो केपिटल हिल के कर्मचारी थे उनसे हमको जो सुनने में आया कि
01:18:03.838 --> 01:18:08.538
उनको सोपा(SOPA) बंद के दिन इतना एमॆल और दूरवाणि आये
01:18:08.538 --> 01:18:10.747
जीतना उनको किसी भी चीज के लिए कभी आया था।
01:18:10.747 --> 01:18:12.817
मुझे लगता हॆ कि वह बहुत ही रोमांचक पल था।
01:18:12.817 --> 01:18:17.640
ये वह पल था जब भूजाल बडा हो गया था, राजनीतिक रूप से।
01:18:17.644 --> 01:18:21.198
हमें बहुत हर्ष हो रहा था क्योंकि अभी भी यकिन करना मुश्किल हॆ कि ऎसा हुआ।
01:18:21.198 --> 01:18:25.365
एसा यकिन करना मुश्किल हॆ कि एक विधेयक जीस के पिछे इतना आर्थिक शक्ति थी
01:18:25.389 --> 01:18:29.151
कोंग्रेस में वह आसानि से नहीं निकला।
01:18:29.151 --> 01:18:32.167
ना सिर्फ़ वह आसानि से नहीं निकला, वह पारित भी नहीं हुआ।
01:18:33.783 --> 01:18:36.479
हमें आसानि से महसुस होता हॆ कि हम शक्तिहिन हॆ,
01:18:36.479 --> 01:18:40.524
कि कभी आप सडकों पे उतरें हो और आपने मोर्छा निकाला और चील्लाया और किसीने आपकि नहीं सुनी।
01:18:40.529 --> 01:18:43.018
लेकिन मॆं यहां आज आप से कहने आया हूं, कि आप शक्तिशाली हॆं।
01:18:43.018 --> 01:18:45.725
[भीड़ में जयजयकार]
01:18:45.725 --> 01:18:50.546
हां, हो सकता हॆ आप को लगे कि आपको कोई सुन नहीं रहा हॆ, लेकिन मॆं यहां हूं आप को बताने कि लिए कि ऎसा नहीं हॆ।
01:18:50.546 --> 01:18:53.118
आप को सूना जा रहा हॆ। आप बदलाव ला रहें हॆं।
01:18:53.118 --> 01:18:56.932
आप ये विधेयक को रोख सकते हॆं अगर आप लडना बंद नहीं करते।
01:18:56.932 --> 01:18:59.579
[भीड़ में जयजयकार]
01:18:59.579 --> 01:19:00.620
पिपा(PIPA) को रोखो ।
01:19:00.620 --> 01:19:02.586
सोपा(SOPA) को रोखो ।
01:19:02.586 --> 01:19:03.882
[भीड़ में जयजयकार]
01:19:03.882 --> 01:19:07.368
कुछ बडे भूजाल के उद्योगों को फ़ाइदा होगा
01:19:07.368 --> 01:19:11.219
ऎसे दुनीया में जहां उनके छोठी प्रतियोगीयों को नियन्त्रण किया जाएगा।
01:19:12.429 --> 01:19:14.642
हम ऎसा नहीं होने दे सकते ।
01:19:14.642 --> 01:19:19.552
उसके लिए, यह ज्यादा महत्वपूर्ण था कि आप यह निश्चित करें कि आप एक छोटा बदलाव लाएं
01:19:19.552 --> 01:19:23.178
एक बडे बदलाव का छोटा हिस्सा रहने के बदले ।
01:19:23.178 --> 01:19:27.797
लेकिन सोपा(SOPA) में उसने एक बडे बदलाव का एक प्रमुख हिस्सा निभाना था,
01:19:27.797 --> 01:19:30.753
और इसिलिए, उसके लिए वह एक उधाहरण था
01:19:30.753 --> 01:19:34.796
कि, "हां, मुझे जो अपने जिंदगी में करना हॆ, वह हॆ दुनीया को बदलना।"
01:19:34.796 --> 01:19:39.821
"मॆं इसके बारे में काफ़ी वैज्ञानिक तरिके से सोचता हुं मेरे प्रभाव का मापन करने के लिए,
01:19:39.821 --> 01:19:42.731
और ये दिखाता हॆ कि ये मुमकिन हॆ।"
01:19:42.731 --> 01:19:45.578
"वह चिज जो मॆं अपने जिंदगी में करना चाहता हूं मुमकिन हॆ।"
01:19:45.578 --> 01:19:48.653
"मॆं ने सिद्ध कर दिया हॆ कि मॆं कर सकता हूं,
01:19:48.653 --> 01:19:50.730
कि मॆं, एरोन स्वार्ट्झ, दुनिया को बदल सकता हूं।"
01:19:50.730 --> 01:19:57.516
एक ऎसे लडका जीसको हमेशा लगता था कि उसने ज्यादा कुछ नहीं किया, जो एरोन था,
01:19:59.161 --> 01:20:04.115
ये एक बहुत कम पल थे जहां आप देख सकते थे
01:20:04.115 --> 01:20:06.769
कि उसको लगा कि उसने कुछ अच्छ किया हॆ,
01:20:06.854 --> 01:20:11.836
ऎसा महसूस किया हो कि हो सकता हॆ ये उसका एक और एकमात्र ही जीत कि लेहर हो ।
01:20:13.538 --> 01:20:15.904
सब कह रहे थे कि ऎसा हो ही नहीं सकता कि वह सोपा(SOPA) को रोख सकता हॆ।
01:20:15.904 --> 01:20:17.337
हम ने उसको रोख दिया हॆ।
01:20:17.337 --> 01:20:22.077
ये हमारे तीन लगभग असंभव जीत हॆं और अभी तक साल खतम भी नहीं हुआ हॆ।
01:20:22.077 --> 01:20:26.257
अगर कभी ऎसा समय आयेगा जब आप को सकारात्मक होना चाहीए, तो वह अब हॆ।
01:20:26.687 --> 01:20:29.799
वह सोपा(SOPA) से जीता एक साल बाद जब वह गिरफ़्तार हुआ था।
01:20:29.799 --> 01:20:33.363
ऎसा नहीं हॆ कि सुस्पष्ट ढंग से उसके लिए खुशी के पल हॆं। बहुत कुछ हो रहा था।
01:20:33.363 --> 01:20:39.766
वह इतना घुल गया था राजनॆतिक व्यवस्था में भाग लेने में, कोई उसको रोख नहीं सकता था।
01:20:39.766 --> 01:20:44.301
वह संस्थायें जीनको स्वार्ट्झ ने स्थापित किया या सहस्थापित किया बहुत ही लंभी हॆ
01:20:44.301 --> 01:20:47.862
और एडवर्ड स्नोडन के भूजाल के द्वारा होने वाले व्यापक निरीक्षण के खुलासे से सालों पहले ही,
01:20:47.862 --> 01:20:50.780
स्वार्ट्झ पहले ही चिन्तित था।
01:20:50.780 --> 01:20:54.584
ये बहुत ही चौंकानेवाला बात हॆ कि उत्तरदायित्व इतना बेपरवाह हॆ
01:20:54.584 --> 01:20:59.587
कि उनके पास किसी भी तरह का बुनियादी आंकड़े भी नही हॆ कि जासूसी योजना कितना विशाल हॆ।
01:20:59.587 --> 01:21:04.013
और अगर उनका जवाब होता: "हम इतने सारे लोगों पर जासूसी कर रहें कि उनकि गिनति करना संभव नहीं हॆ
01:21:04.013 --> 01:21:06.101
तब वह बहुत ही ज्यादा लोग हॆं।"
01:21:06.101 --> 01:21:09.743
अगर उन्होंने कहा होता कि, "हमें पता हॆ कि हम कितनी दूरवाणि पर जासूसी कर रहें हॆं
01:21:09.743 --> 01:21:12.430
लेकिन हमें नहीं पता ये कितने लोगों से मेल खाता हॆ।" तब उसका अलग मतलब होता,
01:21:12.430 --> 01:21:15.759
लेकिन उन्होंने हमें कहा, "हम आप को कोई भी संख्या ही नहीं दे सकते।"
01:21:15.759 --> 01:21:18.644
ये बहुत ही, बहुत ही डरावना हॆ।
01:21:18.731 --> 01:21:25.733
उन्होंने उस पर असाधारण दबाव डाला और उससे उसका सारा पॆसा ले लिया।
01:21:25.733 --> 01:21:29.578
फ़िर उन्होंने उसका शारीरिक स्वतन्त्रता भी लेनी कि धमकि दि।
01:21:29.578 --> 01:21:34.228
वे क्यों ऎसा करना चाहते थे? वे लोग क्यों मुखबिरों के पिछे पडे हॆं?
01:21:34.228 --> 01:21:38.034
क्यों वे ऎसे लोंगों के पिछे जा रहे हॆं जो सच बोल रहें हॆं
01:21:38.034 --> 01:21:46.122
सब चीजों के बारे में, बैंकों के बारे में, युद्द के बारे में, किसी भी चिज जीससे सरकार कि पारदर्शिता बडती हॆ।
01:21:46.354 --> 01:21:49.626
गुप्तता उनकी सेवा करती हॆ जो अधिकार में होते हॆं,
01:21:49.626 --> 01:21:54.888
और हम गुप्तता के ऎसे समय में रह रहें हॆं जीसमें जो सरकार कर रही हॆ,
01:21:54.888 --> 01:21:58.600
उसमें बहुत सारे चिजें शायद गॆरकानुनी और असंवैधानिक हॆ।
01:21:58.600 --> 01:22:01.074
इसिलिए ये दोनों चीजें केवल संयोग नहीं हॆ।
01:22:01.124 --> 01:22:04.478
ये बहुत साफ़ हॆ कि ये तकनीक किसी समुद्रपार
01:22:04.478 --> 01:22:09.621
दुसरे छोटे देशों के लिए नहीं विकसित गया हॆ, बल्कि यहीं, अमेरिका में, अमेरिका के सरकार द्वारा उपयोग होने के लिए।
01:22:09.621 --> 01:22:14.384
गुप्तता योजना के साथ ये समस्या हॆ कि उसका बहुत हि लंभा और धीमा विस्तारण हो रहा हॆ
01:22:14.384 --> 01:22:16.539
निक्सन प्रशासन काल के समय से,
01:22:16.539 --> 01:22:19.686
और स्पष्टतः वह बहुत ही बडी योजना बन गयी 9/11 के बादे में झोर्झ भुष के प्रशासन काल में,
01:22:19.686 --> 01:22:23.616
और ओबामा ने उसको निरंतर और विस्तार किया हॆ और उससे जो समस्या जो हॆं वे धीरे ख़राब और ख़राब होती गयी हॆं,
01:22:23.618 --> 01:22:26.281
लेकिन ऎसा कोई पल नहीं आया जहां आप उसको दिखा के कह सकते हो,
01:22:26.281 --> 01:22:31.941
"हमें आज ही विरोध को उत्तेजित करना चाहिए क्योंकि आज हि ऎसा दिन हॆ जो महत्वपूर्ण हॆ..."
01:22:32.455 --> 01:22:38.653
जो एरोन स्वार्ट्झ कि अनुशीलता थी, मेरे अनुमान में, एक बहुत ही तिर्व संदेश भेजने के लिए था
01:22:38.653 --> 01:22:45.413
ऎसे लोगों के समूह के लिए जीनको ओबामा प्रशासन राजनॆतिक रूप से धमकानेवाला समझती थी,
01:22:47.341 --> 01:22:53.867
और वह थी,आवश्यक रूप से, हॆकर, सूचना और लोकतंत्र सक्रियतावादीयों का समुदाय,
01:22:53.867 --> 01:22:59.465
और संदेश जो ओबामा प्रशासन इस विशेष समुदाय को भेजना चाहती थी ये था कि,
01:22:59.465 --> 01:23:04.415
मेरे अनुमान में, "हम जानते हॆं कि आपके पास क्षमता हॆ संस्थापन को परेशान करने कि,
01:23:04.415 --> 01:23:08.517
और इसीलिए हम एरोन स्वार्ट्झ का एक उदाहरण बनायेंगें
01:23:08.517 --> 01:23:13.418
जीससे आप में से जीतना ज्यादा हो सकें उतने डर जायें हमें परेशान नहीं करने में।"
01:23:13.583 --> 01:23:17.260
और सरकार ने कहा, "जो कानूनी विचारों का हम उपयोग कर रहें हॆ
01:23:17.260 --> 01:23:20.376
गुप्तता योजना को कानूनी बनाने के लिए, वह भी गुप्त हॆं,
01:23:20.376 --> 01:23:23.641
इसीलिए हम आपको नहीं बता सकते कि हम कॊन सा कानून का उपयोग कर आप पे जासूसी कर रहें हॆं।"
01:23:23.641 --> 01:23:26.461
हर बार जब वह कहते हॆं, "ये एक और उदाहरण हॆ अंकीकरणयुद्द का।"
01:23:26.465 --> 01:23:29.900
अंकीकरण अपराधी हम पर फ़िर से हमला कर रहें हॆं। हम सभी खतरे में हॆ। हम सभी पर आतंक हॆ।"
01:23:29.900 --> 01:23:33.737
वे इसका बहाना जॆसे उपयोग करते हॆं ताकि वे ज्यादा से ज्यादा भयंकर कानून पारित कर सकें।
01:23:35.203 --> 01:23:40.388
[साक्षात्कारकर्ता] और आप को क्या लगता हॆ, ये युद्द कॆसा चल रहा हॆ?
01:23:40.947 --> 01:23:41.984
ये आपके ऊपर निर्भर करता हॆ!
01:23:41.984 --> 01:23:44.554
-मुझे पता हॆ। बस यही हॆ कि हमें ...
01:23:47.360 --> 01:23:52.616
लोगों में दो ध्रुवीकरण करने वाले दृष्टिकोण हॆं,
01:23:52.616 --> 01:23:57.122
एक तो हॆ कि सब कुछ बहुत अच्छा हॆ, भूजाल ने इतनी आजादी और स्वाधीनता बनाई हॆ और सब कुछ बहुत शानदार होने वाला हॆ
01:23:57.122 --> 01:23:58.513
या दूसरा विचार हॆ कि सब कुछ बहुत ही भयानक हॆ,
01:23:58.513 --> 01:24:01.472
भूजाल ने ऎसे यंत्र बनाये हॆं जीससे भेद किया जा सकता हॆ, जासूसी किया जा सकता हॆ
01:24:01.472 --> 01:24:03.681
और लोगों को नियंत्रित किया जा सकता हॆ।
01:24:03.681 --> 01:24:05.818
और बात ये हॆ कि, दोनो सही हॆं।
01:24:05.818 --> 01:24:09.796
भूजाल ने दोनों किया हॆ और दोनों अद्भुत और आश्चर्यजनक हॆ
01:24:09.796 --> 01:24:12.603
और भविष्य में दोनों में से कॊन जीतेगा हम पर निर्भर करता हॆ।
01:24:12.603 --> 01:24:17.314
ऎसा कहना उचित नहीं हॆ, "एक दूसरे से अच्छा हॆ।" ये दोनों सच हॆं।
01:24:17.321 --> 01:24:21.153
और ये हम पर निर्भर करता हॆ कि हम किसी को महत्व देतें हॆं और हम किससे लाभ उठाते हॆं
01:24:21.153 --> 01:24:23.600
क्योंकि वे दोनों हॆं और हमेशा रहेगें।
01:24:28.950 --> 01:24:35.010
सितम्बर 12, 2012 को संघीय अभियोक्ता ने स्वार्ट्झ के खिलाफ़ एक अधिक्रमण अभ्यारोपण दर्ज किया,
01:24:35.010 --> 01:24:40.170
जीसमें उन्होंने तार धोखेबाज़ि, कंप्युटर का अनधिकृत अभिगमन और कंप्युटर धोखेबाज़ि के आरोप भी जोड दिया।
01:24:40.465 --> 01:24:45.592
इससे, चार आपराधिक कार्य के बदले, स्वार्ट्झ पर अब तेरह आपराधिक कार्य का आरोप था।
01:24:45.592 --> 01:24:48.563
अभियोक्ता का पला खाफ़ि भारी हो गया था,
01:24:48.563 --> 01:24:52.134
साथ ही स्वार्ट्झ को होने वाले कारावास का समय और जुर्माना।
01:24:52.134 --> 01:24:55.694
उन्होंने एक दूसरा अभ्यारोपण दर्ज किया और ज्यादा आरोपों को जोडने के लिए,
01:24:55.694 --> 01:25:01.876
और उनकि परिकल्पना थी कि क्यों इस अपराध से बहुत सारे संघिय अपराध गठन हॆं,
01:25:01.876 --> 01:25:06.010
और कानून के तहत इन अपराधों के लिए अथ्याधिक सझा हो सकती हॆ।
01:25:06.861 --> 01:25:10.656
वह परिकल्पना और अभियोक्ता का ज्यादातर तर्क स्वार्ट्झ के खिलाफ़,
01:25:10.656 --> 01:25:13.952
एक कानून पर आधारित था जो 1986 में सबसे पहले बनाया गया।
01:25:13.952 --> 01:25:16.663
इसका नाम था, "कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम"।
01:25:16.666 --> 01:25:17.960
कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम
01:25:17.960 --> 01:25:21.888
एक मेत्थयु ब्रोडरिक का चलचित्र, "युद्ध का खेल" से प्रभावित हुआ हॆ।
01:25:21.888 --> 01:25:23.354
[ब्रोडरिक] अब तुम मेरे नियंत्रण में हो ।
01:25:23.354 --> 01:25:27.743
इस चलचित्र में, कंप्युटर जाल के जादु के द्वारा, एक लडके को
01:25:27.743 --> 01:25:30.131
परमाणु आक्रमण प्रारंभ करने का सामर्थ्य मिल जाता हॆ।
01:25:30.131 --> 01:25:33.501
[प्रक्षेपास्त्र शुरू हो रहें हॆं]
01:25:33.501 --> 01:25:37.674
ये वास्तव में संभव नहीं हॆं और अस्सी के दशक में तो निश्चित ही संभव नहीं था
01:25:37.674 --> 01:25:41.375
लेकिन स्पष्टतया इस चलचित्र ने कोंग्रेस को इतना डरा दिया था
01:25:41.375 --> 01:25:44.592
कि उन्होंने आरंभिक "कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम" को पारित कर दिया।
01:25:44.592 --> 01:25:48.871
ये एक ऎसा कानून हॆ जो समय से बहुत पिछे का हॆ, उधाहरण के लिए, ये
01:25:48.871 --> 01:25:54.105
सेवा कि शब्दावली के व्यवस्था को थोडना दण्ड योग्य बनाता हॆ। अगर "इहारमनि(eHarmony)" या
01:25:54.105 --> 01:26:01.431
"मेच.कोम(Match.com)" जॆसे साइट में, किसी ने अपने व्यक्तिगत अभिलक्षण बडा कर लिख दिया,
01:26:01.431 --> 01:26:05.705
और अचानक, वह बहुत सारे मुसीबतों में पड सकता हॆ,
01:26:05.705 --> 01:26:07.958
जो उसके इलाका और वहां के अभियोक्ता के ऊपर निर्भर करता हॆ।
01:26:07.962 --> 01:26:10.144
हम सब को पता हॆ कि "सेवा कि शब्दावली" क्या हॆ।
01:26:10.144 --> 01:26:14.188
अधिक्तर लोग उसको पडते नहीं हॆं, लेकिन उसका आचरण नहीं करने का मतलब हो सकता हॆ
01:26:14.188 --> 01:26:15.857
कि आप अपराध कर रहे हॆं।
01:26:15.857 --> 01:26:18.542
किसी वेबसाइट के "सेवा कि शब्दावली" में अक्सर लिख रेहता हॆं:
01:26:18.542 --> 01:26:22.439
"एक दुसरे से अच्छा बरताव करो" या "ऎसा कुछ मत करो जो अनुचित हो ।"
01:26:22.439 --> 01:26:27.188
ऎसा विचार भी कि ऎसे उल्लंघनों आपराधिक कानून के दायरे में आते हॆं,
01:26:27.188 --> 01:26:29.538
ज्यादातर लोगों को मूर्खतापूर्ण लगेगा।
01:26:29.998 --> 01:26:32.964
लेकिन अनेक उधाहरण इससे भी ज्यादा मूर्खतापूर्ण हॆं।
01:26:32.964 --> 01:26:39.484
जब तक वह मार्च 2013 को बदला गया, "हर्स्टस सेवनटिन" पत्रिका के वेबसाइट के "सेवा कि शब्दावली" के अनुसार
01:26:39.484 --> 01:26:42.777
आप को उस वेबसाइट को पडने के लिए अठारह साल का होना चाहिए।
01:26:42.777 --> 01:26:46.674
मेरे कहना हॆ कि जिस तरह से न्याय विभाग "सि.एफ़.ए.ए.(CFAA)" को समझता हॆ,
01:26:46.674 --> 01:26:48.999
हम सब कानून थोड रहें हॆं।
01:26:49.199 --> 01:26:54.540
अस्पष्ट और आसानी से दुरुपयोग किए जा सकने के लिए, "सि.एफ़.ए.ए.(CFAA)" एक ऎसा हथौड़ा बन गया हॆ
01:26:54.540 --> 01:26:57.141
जो अनेक प्रकार के कंप्युटर संबंधी झगडे में उपयोग होता हॆ।
01:26:57.141 --> 01:27:00.156
हालाकि बस वही एक तत्त्व नहीं था इस मुकदमें का,
01:27:00.156 --> 01:27:04.935
स्वार्ट्झ के खिलाफ़ तेरह में ग्यारह आरोपों में "कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम" संबंधी था।
01:27:07.248 --> 01:27:11.815
"क्यों", ये प्रश्न एरोन स्वार्ट्झ के पुरे कहानी में उभरता रेहता हॆ।
01:27:11.815 --> 01:27:16.155
ऎसा क्या सरकार को प्रेरित कर रहा था और उनका तर्क क्या होता?
01:27:16.155 --> 01:27:19.370
न्याय विभाग ने हमारे सवालों का जवाब देने से इन्कार कर दिया,
01:27:19.370 --> 01:27:23.694
लेकिन प्राध्यापक ओरिन केर्र, एक भूतपूर्व अभियोक्ता जिन्होंनें ये मुकदमें का अध्ययन किया हॆ।
01:27:23.694 --> 01:27:28.059
मेरे विचार में, मॆं इस मुकदमें को अन्य लोगों कि तुलना में दूसरे दिशा से अध्ययन करता हुं अनेक कारणों से:
01:27:28.059 --> 01:27:31.201
मॆं पडाना शुरू करने से पहले, मॆं एक संघिय अभियोक्ता था
01:27:31.201 --> 01:27:34.191
न्याय विभाग में तीन साल के लिए । सरकार ने अभ्यारोपण दर्ज किया
01:27:34.191 --> 01:27:38.321
इस हिसाब से कि उनके विचार में क्या-क्या अपराध किया गया था,
01:27:38.321 --> 01:27:42.055
बस एक वकिल कि द्रष्टि से अगर मॆं देखता हुं, पूर्व उदाहरण को देखकर, अधिनियम को देखकर,
01:27:42.055 --> 01:27:45.804
इतिहास को देखकर, इससे संबंधि ऎसे अन्य मुकदमों को देखकर,
01:27:45.804 --> 01:27:48.936
मेरे विचार में यह एक न्यायपूर्ण अभ्यारोपण था।
01:27:48.936 --> 01:27:51.396
आप इस पर तर्क कर सकते हॆं कि उनको इस प्रकार से अरोप डालना चाहिए था या नहीं।
01:27:51.396 --> 01:27:56.825
इस विषय में बहुत ही मतभेद हॆ। कुछ लोग खुला अभिगमन के पक्ष में हॆं और कुछ नहीं।
01:27:57.681 --> 01:28:03.108
मुझे लगता हॆ कि सरकार ने स्वार्ट्झ का "छापामार खुला अभिगमन घोषणापत्र" को बहुत गंभीरता से लिया,
01:28:04.086 --> 01:28:10.079
और मुझे लगता हॆ उनको लगता था कि वह एक ऎसे आदमी था जो प्रतिबद्ध था, एक नैतिक अनिवार्यता कि वजह से,
01:28:10.079 --> 01:28:15.202
कानून थोडने के लिए क्योंकि स्वार्ट्झ उस कानून को अन्यायी मानता था,
01:28:15.202 --> 01:28:20.940
लेकिन एक लोकतन्त्र में, अगर आपको लगता हॆ कि एक कानून अन्यायी हॆ, ऎसे कई रास्तें हॆं उस कानून को बदलने के लिए ।
01:28:20.940 --> 01:28:24.675
आप कोंग्रेस के पास जा सकते हॆं, जॆसे स्वार्ट्झ ने किया था सोपा(SOPA) के लिए बहुत ही चतुराई से,
01:28:24.675 --> 01:28:28.441
या आप उस कानून का उल्ल्घन कर सकते हॆं जिससे वह कानून निर्थक हो जाए,
01:28:28.444 --> 01:28:34.178
और मुझे लगता हॆ कि अभियोक्ता को प्रेरित ये कर रहा था कि स्वार्ट्झ प्रतिबद्ध था,
01:28:34.195 --> 01:28:39.831
सिर्फ़ कानून थोडने के लिए नहीं, बल्कि ये निश्चित करने के लिए कि वह कानून निर्थक हो जाए,
01:28:39.831 --> 01:28:43.664
इस तरह से कि सब के पास आंकड़ा कोष का अभिगमन हो जिससे
01:28:43.664 --> 01:28:47.328
आप वापस उसको उलटा नहीं कर सकते थे ।
01:28:47.328 --> 01:28:51.199
ये हो जाता और स्वार्ट्झ का पक्ष जीत जाता।
01:28:52.475 --> 01:28:56.080
समाज में एक बडा मतभेद हॆ कि क्या वह एक अन्यायि कानून हॆ,
01:28:56.080 --> 01:29:00.141
और अंततः, इसका निर्णय अमेरिका के लोगों को करना पडेगा, कोंग्रेस के साथ काम करके।
01:29:00.141 --> 01:29:03.712
और मुझे लगता हॆ, दूसरा समस्या ये हॆ कि हम अभी भी समझने कि कोशीश कर रहें हॆं :
01:29:03.712 --> 01:29:07.867
हम कॆसे निर्णय करेंगें कि कॊन सा कम गंभीर अपराध हॆ और कॊनसा अत्यंत गंभीर अपराध हॆ?
01:29:07.867 --> 01:29:12.056
हम अभी ये अलग वातावरण में प्रवेश कर रहें हॆं जहां कंप्युटर और उसका दुरुपयोग होता हॆ,
01:29:12.056 --> 01:29:16.754
और हमें नहीं पता कि कॆसे हम सही से इन सब अपराधों में चांटे
01:29:16.754 --> 01:29:19.337
क्योंकि हम अभी इसमें अभी काम ही कर रहें हॆं।
01:29:19.360 --> 01:29:22.209
यह बहुत ही बुरा उपयोग हॆ अभियोक्ता के कार्य स्वाधीनता का।
01:29:22.209 --> 01:29:25.878
वह हथॊडा जीससे न्याय विभाग लोगों को डराता हॆ
01:29:25.878 --> 01:29:28.514
वह दिन भर दिन बडा हो रहा हॆ,
01:29:28.514 --> 01:29:32.960
और इसीलिए अधिकतर लोग अब अपने जींदगी में इतनी आसानि से जोखिम नहीं उठा सकते ।
01:29:32.960 --> 01:29:35.431
क्या हमें किसी के घर का दूरवाणि को गुप्त तरिखे से सुनना चाहिए? क्या हमें उनको रेकोर्ड करना चाहिए?
01:29:35.431 --> 01:29:39.389
क्या हमें किसी को गिरफ़्तार करवाना चाहिए और क्या हमें उनको दूसरों के खिलाफ़ गवाही देने पर मजबूर करना चाहिए?
01:29:39.389 --> 01:29:42.358
संघिय अभियोक्ता और प्रतिनिधि ऎसे ही सोचते हॆं।
01:29:42.358 --> 01:29:45.204
वे मुकदमों खडा करते हॆं। वे मुकदमों को बनाते हॆं।
01:29:46.918 --> 01:29:51.316
स्वार्ट्झ एक ऎसे आपराधिक न्याय व्यवस्था में फ़स गया था जो पिछे नहीं हट सकता था,
01:29:51.626 --> 01:29:57.121
एक ऎसी व्यवस्था जिस ने अमेरिका को ऎसा देश बना दिया हॆ जिसमें दूनिया में सबसे ज्यादा लोगों को कैद किया जाता हॆ।
01:29:57.121 --> 01:30:02.732
हम ने, इस देश में, अपने आपको डर और क्रोध के राजनिति में अपने आप को फ़ंसा लिया हॆ,
01:30:02.732 --> 01:30:08.436
और कुछ भी जीससे हम डरते हॆं, जॆसे कि भूजाल और अभिगमन का भविष्य,
01:30:08.443 --> 01:30:13.703
और कुछ भी जीससे हम क्रोधित हॆं, सहज बोध से हम एक आपराधिक न्याय हस्तक्षेप करते हॆं,
01:30:13.703 --> 01:30:19.504
और अपने बहुत सारे समस्याओं का समाधान जो ऎतिहासिक रूप से कभी आपराधिक कानून के दायरे में नहीं आते थे,
01:30:19.504 --> 01:30:23.173
हम ने कारागृह और दंड का उपयोग करके किया हॆ।
01:30:23.173 --> 01:30:28.422
हमारी उत्तेजना किसी को धमकाने कि, किसी को दोषि बनाने कि, किसी पर मुकदमा डालने कि, जिस वजह से
01:30:28.422 --> 01:30:33.023
ये वादविवाद भूजाल में अभिगमन और सुचना के बारे में शुरू हुआ हॆ,
01:30:33.023 --> 01:30:35.458
बहुत ही अनुरूप जो हमने अन्य विषयों में देखा हॆ।
01:30:35.458 --> 01:30:39.980
एक ही अंतर यह हॆ कि इस प्रकार के आपराधिक एवं जॆल कि धमकि के जवाबों से
01:30:39.980 --> 01:30:45.661
वही लोगों को निशाना बनाया जाता हॆ और उत्पीड़ित किया जाता हॆ जो अधिकतर गरिब या अल्पसंख्यक होते हॆ.
01:30:47.597 --> 01:30:50.900
स्वार्ट्झ का अपने दोस्तों से और परिवार से एकाकीपन ज्यादा होने लगा।
01:30:50.900 --> 01:30:53.543
उसने और कुछ भी काम करना बंद कर दिया था,
01:30:53.548 --> 01:30:57.006
और यह मुकदमा उसकि पुरी ज़िंदगी पर भारी पड रहा था।
01:30:57.006 --> 01:31:02.697
एरोन के एक वकिल ने प्रकट रूप से अभियोक्ता को बताया था कि वह भावात्मक ढंग से असुरक्षित हॆ,
01:31:02.697 --> 01:31:06.893
और उनको यह बात खास तॊर से ध्यान रखना चाहिए।
01:31:06.893 --> 01:31:09.270
यह मुकदमा उस पर बहुत भारी पड रहा था।
01:31:10.060 --> 01:31:15.584
उसको अपने काम या अपनी गतिविधि में किसी भी प्रकार का प्रतिबंधिता पसंद नहीं था,
01:31:15.584 --> 01:31:20.902
और कारावास का आतंक को लेकर, जो उन्होंने बार बार प्रहार किया उस पर,
01:31:21.919 --> 01:31:23.591
उसके लिए बहुत ही भयंकर था।
01:31:23.591 --> 01:31:27.180
उसने अपनी सारी आर्थीक संसाधन रिक्त कर दिया था,
01:31:27.180 --> 01:31:32.318
और इसमें हमको भी बहुत पॆसा खर्च करना पडा और उसने अच्छी मात्रा में पॆसा उत्थित भी किया था,
01:31:32.318 --> 01:31:36.181
लगभग लाखों डालर।
01:31:36.205 --> 01:31:38.341
[साक्षात्कारकर्ता] आपका मुकदमें का खर्च?
- हां।
01:31:38.341 --> 01:31:40.855
- लाखों डोलर?
- हां।
01:31:41.299 --> 01:31:43.942
मुझे लगता हॆ कि वह लोगों पर भोज नहीं बनना चाहता था।
01:31:43.942 --> 01:31:47.516
मुझे लगता हॆ कि वह उसे इस तरह से देखता था कि, "मेरा एक साधारण जीवन हॆ,
01:31:47.516 --> 01:31:49.492
और फ़िर मेरा यह एक घटिया मामला हॆ जीसको मुझे झेलना हॆ,
01:31:49.492 --> 01:31:53.249
और मॆं कोशीश करुगां कि यह दोनों जीतना हो सके अलग हो,
01:31:53.249 --> 01:31:57.484
लेकिन वह दोनों अभी मिलकर अस्पष्ट होने लग गये थे और सब कुछ बहुत ही अक्षम हो रहा था।"
01:31:59.223 --> 01:32:02.630
स्वार्टझ को बहुत मुशकिलों का समना करना पड रहा था और वह और मुशकिल होने जा रहा था:
01:32:02.630 --> 01:32:04.756
क्या आप अपना जुर्म को मान लेने हो और फ़िर जीवन में आगे बडते हो,
01:32:04.756 --> 01:32:07.458
या क्या आप एक झूठा व्यवस्था से लडते हो?
01:32:07.462 --> 01:32:09.651
उसके मुकादमें के बारे में, उसका जवाब बहुत हि सरल था:
01:32:09.651 --> 01:32:13.030
उसने अपना आखरी माफ़ि कि दलील ठुकरा दिया और मुकदमें का दिन तय हो गया।
01:32:13.030 --> 01:32:16.981
एरोन ने दृढ़प्रतिज्ञ लिया था कि वह एक ऎसे व्यवस्था के लिए अपना सिर नहीं झुकायेगा
01:32:16.981 --> 01:32:21.639
जीस पर वह विश्वास नहीं करता था कि वह निष्पक्ष हॆ लेकिन मुझे भी लगता हॆ कि वह डर गया था।
01:32:32.895 --> 01:32:34.383
मुझे नहीं लगता कि वे लोग एरोन को दोषी करार पाते ।
01:32:34.383 --> 01:32:38.537
मुझे लगता हॆ कि हम लोग मुकदमें को जीत जाते और मॆं उसको जोर से गले लगाता,
01:32:38.537 --> 01:32:44.344
और हम बोस्टन कि जो छोटि सी नदी हॆ उसका पार कर, साथ में दो बियर पिते ।
01:32:45.752 --> 01:32:49.734
मुझे यकिनन लगता था कि हम सही हॆं। मुझे लगता था कि हम यह मुकदमा जीतेंगें।
01:32:49.734 --> 01:32:51.495
मुझे लगता था कि हम ये मुकदमा जीतेंगें।
01:32:51.495 --> 01:32:54.161
वह इसके बारे में ज्यादा बात नहीं करता था, लेकिन आप देख सकते थे
01:32:54.161 --> 01:32:56.505
अत्यंत पीड़ा जो वह झेल रहा था।
01:32:56.505 --> 01:33:01.420
♪ ♪ चला गया, बहुत दूर जाने के लिए♪ ♪
01:33:01.420 --> 01:33:05.130
अपने बचपन में कभी एरोन के साथ ऎसा नहीं हुआ था कि उसका चित्त वृत्ति बहुत गंभीर रूप से परिवर्तन हुआ हो
01:33:05.130 --> 01:33:10.834
या अवसादक घटना या ऎसा कुछ भी जीसको आप "गंभीर उदासी" माना जाए
01:33:10.834 --> 01:33:13.885
और ऎसा हो सकता हॆ कि वह उदास रहा हो। लोग उदास हो जाते हॆं।
01:33:13.885 --> 01:33:18.642
♪ ♪ ♪
01:33:18.642 --> 01:33:23.808
हमारे रिशते के बहुत ही शुरुआति दिनों में, बस तिन-चार हफ़्ते हुए होगें,
01:33:23.808 --> 01:33:25.870
मुझे याद हॆ उसने मुझसे कहा था ...
01:33:27.380 --> 01:33:30.647
कि मॆं उससे बहुत ही ज्यादा हिम्मतवाली हुं।
01:33:30.647 --> 01:33:33.480
वह बहुत मामलों में नाजुक था।
01:33:33.480 --> 01:33:36.870
वह बहुत ज्यादा मुशकिल में था दूसरे लोगों कि तुलना में।
01:33:36.870 --> 01:33:39.730
यह भी उसके प्रतिभा का एक अंश था।
01:33:40.966 --> 01:33:47.329
मुझे लगता हॆ कि बीस-बाइस के उम्र में उसे कुछ रोग-विषयक उदासी हुआ था।
01:33:47.329 --> 01:33:49.261
लेकिन मुझे नहीं लगता उसे ऎसा कुछ था जब मॆं उसके साथ थी।
01:33:49.261 --> 01:33:55.245
ऎसा नहीं था कि वह बहुत ही "खुशी" आदमी था लेकिन इसका मतलब नहीं कि वह उदास था।
01:33:56.503 --> 01:34:01.242
वह बस दो साल से बहुत ज्यादा दबाव में था।
01:34:01.242 --> 01:34:03.955
वह उसको और नहीं झेलना चाहता था।
01:34:03.955 --> 01:34:07.364
वह बस -- मुझे लगता हॆ यह बहुत था।
01:34:07.364 --> 01:34:14.401
♪ ♪ शांत बॆठो. अकेले. ♪ ♪
01:34:14.401 --> 01:34:17.420
मुझे बहुत देर रात को एक दूरवाणि आई।
01:34:17.420 --> 01:34:23.091
मुझे समझ में आ रहा था कि कुछ थो बुरा हुआ हॆ और फ़िर मॆं ने दूरवाणि किया और मुझे पता चला कि क्या हुआ था।
01:34:24.001 --> 01:34:29.057
समाज खबर और् मनोरन्जन वेब्सिट रेड्डिट के एक सह संस्थापक आज मृत पाये गये हॆं।
01:34:29.057 --> 01:34:31.518
पोलिस का कहना हॆ कि छब्बिस वर्षीय एरोन स्वार्ट्झ ने
01:34:31.518 --> 01:34:33.995
कल अपने ब्रोक्लिन के कमरे में खुदखुशी किया हॆ।
01:34:37.259 --> 01:34:46.513
मुझे तभी लगा कि हम ने अपनी पीढ़ी कि सबसे रचनात्मक बुद्धिजीवियों में से एक को खो दिया हॆ।
01:34:46.513 --> 01:34:49.856
मुझे ऎसा लगा कि उस क्षण में मेरी पुरी दुनीया ठुठ कर गीर गई।
01:34:56.872 --> 01:34:59.688
वह रात मेरे जीवन का सबसे मुश्किल रात था।
01:35:00.008 --> 01:35:04.883
मॆं बस चिल्लाति रही, "मॆं तुम्हें सुन नहींं पा रही हुं। तुमने क्या बोला? मॆं तुम्हें सुन नहींं पा रही हुं। "
01:35:07.693 --> 01:35:09.240
मॆं और नहीं कर सकती। बस हो गया।
01:35:09.240 --> 01:35:11.098
[साक्षात्कारकर्ता] ठिक हॆ।
01:35:19.738 --> 01:35:22.543
हां, उस समय कुछ भी समझ नहींं आ रहा था,
01:35:22.543 --> 01:35:24.540
और अब भी कुछ नहीं आता था।
01:35:25.010 --> 01:35:27.881
मॆं बहुत ही हतोत्साहित और क्रोधित थी,
01:35:33.082 --> 01:35:36.478
[उच्छ्श्वसन]
01:35:38.217 --> 01:35:41.576
मॆं ने अपने बच्चों को समझाने कि कोशिश किया।
01:35:43.315 --> 01:35:47.198
मेरी तीन साल कि बेठि ने मुझसे कहा कि चिकित्सक उसको ठिक कर देंगें।
01:35:52.226 --> 01:35:56.824
मॆं ने ऎसे बहुत लोगों को जाना हॆ जो मर गये हॆं लेकिन मॆं ने कभी इस प्रकार के व्यक्ति को नहीं खोया,
01:35:56.824 --> 01:36:04.471
क्योंकि सबको लगता हॆ और मुझे भी कि ऎसा बहुत कुछ था जो हम कर सकते थे ...
01:36:04.932 --> 01:36:11.306
मुझे कभी मालूम नहीं था कि वह ऎसे स्थीति में था। मुझे नहीं पता था कि वह इस तरह से अत्यंत दुखी था और ...
01:36:11.316 --> 01:36:12.675
वह मेरा एक अंश था।
01:36:16.585 --> 01:36:20.955
और मॆं नहीं चाहती थी यह सच हो और फ़िर ...
01:36:24.305 --> 01:36:29.137
मॆं ने ऎसे ही उसका विकिपीडिया का पन्ना देखा और उसमें मॆं ने उसका मृत्यु दिनांक देखा:
01:36:33.114 --> 01:36:35.841
"2013 तक"।
01:36:44.918 --> 01:37:10.096
[स्क्रिन पर उद्धरण]
01:37:14.986 --> 01:37:19.458
मेरा सबसे पहले यह विचार था: क्या अगर कोई इस पर ध्यान नहीं देता ?
01:37:19.458 --> 01:37:23.980
क्योंकि मुझे नहीं पता था कि वह कितना प्रमुख था।
01:37:23.980 --> 01:37:30.036
मॆं ने कभी इस प्रकार का बहाव नहीं देखा था।
01:37:30.036 --> 01:37:31.937
भूझाल एक दम प्रकाशीत हो गया था।
01:37:31.937 --> 01:37:37.566
सब कोई अपने ही तरीखे में समझाने कि कोशीश कर रहे थे, लेकिन मॆं ने कभी
01:37:37.566 --> 01:37:39.882
लोगों को ट्विटर पर शोक व्यक्त करते हुए नहीं देखा था।
01:37:39.882 --> 01:37:42.218
लोग बहुत ही स्पष्ट रूप से भूझाल पर शोक मना रहे थे।
01:37:45.738 --> 01:37:49.307
वह भूझाल का अपना लडका था,
01:37:49.307 --> 01:37:52.886
और पूरानी दूनीया ने उसको मार डाला।
01:37:55.164 --> 01:37:59.704
हम अभी ऎसे समय मॆं जब बहुत ही गंभीर बेइन्साफी के बारे में कुछ नहीं किया जाता।
01:38:01.734 --> 01:38:06.124
आर्थिक मंदि के निर्माता हमारे राष्ट्रपति के साथ दावत करते रहते हॆ, अकसर।
01:38:06.124 --> 01:38:14.149
और इन सब के बिच में, ये विचार कि सरकार को इस पर मुकदमा करना था...
01:38:14.149 --> 01:38:17.433
यह बहुत ही ऊटपटांग लगता हॆ, अगर शोकजनक ना लगा थो भी।
01:38:17.433 --> 01:38:22.978
सवाल यह हॆ कि: जो हुआ हॆ, उसके लेकर क्या हम कुछ कर सकते हॆं,
01:38:22.978 --> 01:38:26.197
जीससे यह दूनिया को बेहतर जगह बनाया जा सकता हॆ,
01:38:26.197 --> 01:38:28.054
और हम कॆसे उसके विरासत को आगे भडा सकते हॆं?
01:38:28.054 --> 01:38:30.075
यही एक सवाल कोई अपने से पूछ सकता हॆ।
01:38:32.981 --> 01:38:37.324
दूनिया में सभी जगह पर हॆकथोन्स हो रहें हॆं, सभा हो रहीं हॆं।
01:38:37.324 --> 01:38:43.454
एरोन स्वार्ट्झ ने, कुछ प्रकार से, हम में अपना सर्वोत्तम लाया हॆ, और यह कहने कि कोशीश किया कि:
01:38:43.454 --> 01:38:45.712
हम इसको कॆसे ठिक कर सकते हॆं?
01:38:47.102 --> 01:38:52.287
वह, मेरे विनम्र राय में, एक बहुत ही असाधारण क्रांतिकारी था
01:38:52.287 --> 01:38:55.365
जो इस देश ने जन्म दिया हॆ।
01:38:55.365 --> 01:38:58.529
मुझे नहीं पता कि एरोन हारा या जीता,
01:38:58.529 --> 01:39:05.850
लेकिन हम जरूर उस शक्ति से प्रभावित हॆं जीससे वह लड रहा था।
01:39:06.040 --> 01:39:12.294
जब हम शस्त्र लॆस कानून के रखवालों को अपने उन नागरिकों पर ही हमला करवाते हॆं जो ज्ञान का अभिगमन को भडाना चाहते हॆं,
01:39:12.294 --> 01:39:17.044
हम ने कानून के शासन को तोड दिया -- हम ने न्याय के मंदिर को भ्रष्ट कर दिया।
01:39:17.044 --> 01:39:20.056
एरोन श्वार्टज़ अपराधी नहीं था
01:39:20.056 --> 01:39:21.835
[ तालिया ]
01:39:21.835 --> 01:39:25.916
बदलाव अनिवार्यता के पहियों में घुमते हुए नहीं आता,
01:39:25.916 --> 01:39:30.046
निरंतर संघर्ष से आती है
01:39:30.046 --> 01:39:32.668
एरोन वास्तव में जादू कर सकता था
01:39:32.668 --> 01:39:36.310
और उसके मरने के बाद उसका चमकतार् जारी रखने में मैं लगी हूँ
01:39:36.310 --> 01:39:40.772
वो मानता था की वो दुनिया बदल सकता था और वो सही था
01:39:40.772 --> 01:39:44.508
पिछले हफ़्ते से और आज भी अमरपक्षीयां उभर रहे हॆं।
01:39:44.508 --> 01:39:45.215
[ तालिया ]
01:39:47.045 --> 01:39:51.639
स्वार्ट्झ के मॊत के बाद, प्रतिनिधि जोय लोफ़ग्रेन और सभासद रोन वॆडन
01:39:51.639 --> 01:39:55.316
ने क़ानून प्रस्तुत किया जो "कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम" का शोध करता हॆ --
01:39:55.316 --> 01:40:00.401
वही पुराना कानून जीसका उपयोग कर स्वार्ट्झ के खिलाफ़ अधिकांश मुकदमा दर्झ था।
01:40:00.401 --> 01:40:03.210
उस कानून का नाम है "एरोन का कानून "
01:40:03.210 --> 01:40:07.401
आरोन मानता था की हम लोग हमेशा खुद से यही सवाल करना चाहिए की
01:40:07.401 --> 01:40:10.803
दुनिया का सबसे महत्त्वपूर्ण काम क्या है जो मुझे अभी करना चाहिए
01:40:10.803 --> 01:40:12.678
और वो काम तुम अभी नहीं कर रहे हो तो क्यों नहीं
01:40:12.678 --> 01:40:15.488
[विरोधी]प्रजातंत्र इसी तरह दिखता है
01:40:15.488 --> 01:40:18.258
[भीड ने चील्लाया]हम भी लोग है!
01:40:18.258 --> 01:40:20.964
भूजाल स्वतंत्रता मुसीबत में है, क्या करना है हम लोग को ?
01:40:20.964 --> 01:40:22.328
खड़े हो जाओ, लडो!
01:40:22.328 --> 01:40:25.249
भूजाल स्वतंत्रता मुसीबत में है, क्या करना है हम लोग को ?
01:40:25.249 --> 01:40:29.890
हे हे हो हो ! कारमेन ओर्टिझ को निकालो! -
01:40:33.701 --> 01:40:37.148
काश कम लोग बिते हुए को बढल सकते थे , पर हम नहीं कर सकते हैं।
01:40:37.148 --> 01:40:39.697
लेकिन हम भविष्य को बदल सकते हैं , और हमें जरूर बदलना चाहिए।
01:40:39.697 --> 01:40:43.387
हमें ऎसा एरोन के लिए करना चाहिए और हमें ऎसा अपने लिए करना चाहिए।
01:40:43.387 --> 01:40:48.799
हमें ऎसा हमारे दुनिया को बेहतर और ज्यादा दयालु बनाने के लिए
01:40:48.799 --> 01:40:53.781
जहा न्याय के लिए स्थान है और ज्ञान का अभिगमन मौलिक अधिकार है।[तालिया]
01:40:53.781 --> 01:41:02.038
बाल्टीमोर का एक लड़का था , चौदह साल का
01:41:02.038 --> 01:41:08.530
जीसको जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) का अभिगमन था और वह जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) में कुछ पडने के बाद शॊक के रूप में कुछ कर रहा था,
01:41:08.530 --> 01:41:14.869
और उसने अग्न्याशयी नासूर के प्रारम्भिक परीक्षण करने का एक तरीखा ढूँढ़ निकाला,
01:41:14.869 --> 01:41:19.167
और अग्न्याशयी नासूर आदमी को बहुत ही बूरी तरह से मार डालता हॆ क्योंकि हम उसको बहुत ही अंत में ही पता लगा पाते हॆं
01:41:19.167 --> 01:41:23.014
और तब तक बहुत देर हो गयी होती हॆ उसका कुछ करने के लिए,
01:41:23.014 --> 01:41:28.269
और उसने जोन होप्किन्स के पुरे कर्करोग विज्ञान के विभाग को इमेल भेझा,
01:41:28.269 --> 01:41:31.203
धेड सारे और सबको - -
- [साक्षात्कारकर्ता] आपने कहा चॊदह साल के लडके ने?
01:41:31.203 --> 01:41:35.218
- हां, चॊदह साल के लडके ने, और ज्यादातर लोगों ने उसको उपेक्षित किया लेकिन एक ने उसको वापस इमेल भेझा,
01:41:35.218 --> 01:41:38.040
और कहा, "यह पुरी तरह से फालतू विचार नहीं हॆ। क्या तुम मुझ से आकर मिल सकते हो?"
01:41:38.040 --> 01:41:43.307
इस लडके ने शाम को और सप्ताह का अंत के दिनों शोधक के सात काम किया और फरवरी में मॆं ने उसको समाचार में सुना
01:41:43.307 --> 01:41:47.975
बस एरोन के मरने के कुछ हफ़्तों बाद, जब एरोन भी बहुत समाचार में था ..
01:41:51.080 --> 01:41:53.542
माफ़ किजीयेगा...
01:41:53.542 --> 01:41:59.701
और उसने कहा कि वह समाचार में था क्योंकि उन्होंने कर दिया था। वे लोग
01:41:59.701 --> 01:42:03.423
अग्न्याशयी नासूर के प्रारम्भिक परीक्षण करने के तरीखे को भेझ रहे थे जीससे बहुत सारे प्राण बच सकते थे,
01:42:03.423 --> 01:42:10.259
और उसने कहा, "इस कारण से ही जो एरोन ने किया इतना जरूरी था।"
01:42:10.259 --> 01:42:15.481
क्योंकि आप को पता नहीं हॆ? ब्रह्माण्ड का यह सत्य बस कुछ
01:42:15.481 --> 01:42:19.680
कानून बनाने वाले ही निश्चित नहीं कर सकते जॆसे कि भूझाल का अभिगमन कि रफ्तार क्या होनी चाहिए।
01:42:19.680 --> 01:42:26.241
बात यह हॆ कि वह चीज जो आपके बच्चे को अग्न्याशयी नासूर से मरने से रोख सकता हॆ कहां से आएगा,
01:42:26.241 --> 01:42:32.247
और बिना अभिगमन के, वह इन्सान जो उस चिज का अविश्कर करने वाला था जीस पर आपकी संख्या हॆ,
01:42:32.247 --> 01:42:34.925
हो सकता हॆ कभी उसका हल ना खोज पाए।
01:42:35.580 --> 01:42:45.418
उसको इतनी अच्छी नींद आयी, वह गिरा नहीं[बच्छों कि भाषा में], तब भी नहीं जब उसको अंतरिक्षयान के बारे में सपना आया।
01:42:48.395 --> 01:42:51.403
[एरोन के पापा] बहुत अच्छे एरोन. बहुत ही अच्छे एरोन।
01:42:51.403 --> 01:42:53.603
ठिक हॆ, अब समय हॆ गाने का।
01:42:57.165 --> 01:43:12.185
♪ ♪ ♪
01:43:25.738 --> 01:43:32.230
[श्रेय]
01:44:43.619 --> 01:44:44.876
[अंत]